[caption id="attachment_15740" align="alignleft"]यशवंत सिंह[/caption]दारूबाजी पर बात हो और मैं न लिखूं, ये भला कैसे हो सकता है। मेरे जीवन में अब जो दो-तीन चीजें...
सेवा में, संपादक, भडास4मीडिया (यत्र-तत्र-सर्वत्र), महोदय, आपके लोकप्रिय उर्फ विवादास्पद होते जा रहे 'साइट' पर 7 सितंबर को 11.41 मिनट पर यह पढ़कर सदमा...