: The Indian Express, Reliance and Shekhar Gupta : The shadow of Mukesh Ambani‘s Reliance Industries (RIL) has hung heavily over the northern editions of the Indian Express for the last seven years, in a marked departure from the late 1980s when Ramnath Goenka‘s paper was seen as Dhirubhai Ambani‘s chief bully and bugbear.
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रिलायंस बिग मैजिक के लिए कार्यक्रम प्रोड्यूस करेंगे राकेश शुक्ला
पी7 न्यूज से इस्तीफा देने वाले एक्जीक्यूटिव प्रोड्यूसर राकेश शुक्ला रिलायंस ब्रॉडकास्ट नेटवर्क लिमिटेड साथ जुड़ गए है. वे अनिल धीरूभाई अंबानी ग्रुप के बिग मैजिक के लिए कार्यक्रम तैयार कर रहे हैं. हालांकि उन्होंने कंपनी को ज्वाइन नहीं किया है बल्कि उनके साथ टाईअप किया है. यह चैनल इंटरटेनमेंट चैनल है. संभावना जताई जा रही है कि वो इस चैनल में जिम्मेदारी इसलिए संभालना नहीं चाह रहे हैं क्योंकि वो एक बार फिर नॉन न्यूज चैनल से जुड़ना नहीं चाहते हैं.
रिलायंस रिफंड करेगा दो हजार चार सौ दस करोड़ रुपये
‘आरकेबी शो’ की एक और कामयाबी : महाराष्ट्रा इलेक्ट्रिसिटी रेग्युलेटरी कमीशन (एमईआरसी) ने रिलायंस इनर्जी को मुंबई के उपभोक्ताओं से एक साल में ड्यूटी-टैक्स के रूप में वसूले गए दो हजार चार सौ दस करोड़ रुपये रिफंड करने, बिजली उत्पादन, काम-काज और आर्थिक मसलों की जांच कराने के आदेश दिए हैं। सौ पेज की इस रिपोर्ट में एमईआरसी ने आदेश दिया है कि इन्वेस्टिगेटिव अथार्टी गठित कर उससे रिलायंस इनर्जी के पूरे एकाउंट की छानबीन कराई जाए। यह भी इन्वेस्टिगेशन के दायरे में होगा कि मुंबई के उपभोक्ताओं के लिए रिलायंस इनर्जी ने जितने विद्युत उत्पादन और सप्लाई का जिम्मा लिया था, उस कैपिटल एक्सपेंडिचर की स्थितियां क्या हैं? तीसरा मुख्य निर्देश यह जारी किया गया है कि उपभोक्ताओं के यहां लगे रिलायंस इनर्जी के मीटरों की छानबीन की जाए। शिकायतें हैं कि लाइट कटौती के समय भी मीटर तेजी से भागते हैं। इसका अब तक कोई ठोस समाधान इसलिए नहीं हो सका है कि अपने मीटरों की जांच किसी स्वतंत्र एजेंसी से कराने की बजाय रिलायंस खुद ही चेक कर कह देता है कि उसके मीटर ठीक काम कर रहे हैं। जबकि सच्चाई हैरतअंगेज है। मुंबई की झुग्गी-झोपड़ियों का हर उपभोक्ता मासिक पांच से छह हजार रुपये तक विद्युत बिलों का भुगतान कर रहा है। यदि मीटर तेज नहीं भाग रहे तो सिर्फ एक-दो पंखा-टीवी चलाने वाले उपभोक्ताओं को इतने भारी-भरकम बिल क्यों अदा करने पड़ रहे हैं? अब इसकी भी जांच बहुत जरूरी हो गई है। रिलायंस के विद्युत मीटरों की एफिसिएंसी निश्चित ही संदिग्ध हो चली है।
आरकेबी का नया मोर्चा : थ्री-आर कैंपेन
[caption id="attachment_15254" align="alignleft"]आरकेबी[/caption]थ्री-आर…री-कॉल, रोलबैक, रिफंड : मुंबई की पॉवर कंपनियों (रिलायंस, टाटा, बेस्ट) और एमईआरसी (महाराष्ट्रा इलेक्ट्रिसिटी रेग्युलेटरी कमीशन) की मनमानियों के खिलाफ पहली लड़ाई जीतने के बाद लेमन टीवी ने अपने आगामी संघर्ष का दायरा काफी व्यापक कर लिया है। आरकेबी शो एंकर राजीव कुंवर बजाज उर्फ आरकेबी ने ऐलान किया है कि अब वह महामुंबई के लिए थ्री-आर कैंपेन का नया मोरचा खोलने जा रहे हैं। थ्री-आर कैंपेन, यानी री-कॉल, रोलबैक, रिफंड। आरकेबी के प्लेटफॉर्म से इस महाभियान में महामुंबई की पहले से ज्यादा शानदार भागेदारी होगी। मुंबई के करोड़ों विद्युत उपभोक्ताओं और हिंदुस्तान के साठ से ज्यादा एनजीओ, सभी राजनीतिक दलों को लेमन टीवी के प्लेटफॉर्म पर एक साथ लामबंद कर रिलायंस एनर्जी को पछाड़ने के बाद अत्यंत जोशीले अंदाज में आरकेबी बताते हैं कि अब उनका कारवां बहुत बड़ी लड़ाई का आगाज करने जा रहा है। इस दूसरे चरण के महासंग्राम का बिगुल बज चुका है। उन्हें पूरी उम्मीद है कि मीडिया के मोरचे से कामयाबी की दिशा में बढ़ रहे करोड़ो-करोड़ मुंबईवासी इस महासंग्राम में पहले से ज्यादा उत्साह के साथ अवश्य शिरकत करेंगे। भड़ास4मीडिया के साथ अपने ताजा महाअभियान का खुलासा किया आरकेबी ने।