आरकेबी के पक्ष में आईं चार और चिट्ठियां

राजीव कुंवर बजाज उर्फ आरकेबी, सीईओ, लेमन टीवी के खिलाफ उनके साथ काम कर चुके रवि पारीख ने एक पत्र क्या भड़ास4मीडिया के पास भेजा, पत्र के छपते ही आरकेबी समर्थकों ने आरकेबी को महान बताने के लिए मेल भेजो कंपेन शुरू कर दिया है, और साथ में फोन कर कर के यह कहना कि अभी तक उनका भेजा छपा नहीं. एक पत्र के जवाब में अभी तक दो पत्र छप चुके हैं, Lemon is working smoothly… और लेमन न्यूज़ में सब कुछ ठीक चल रहा है शीर्षकों से.

लेमन न्यूज़ में सब कुछ ठीक चल रहा है

: आरकेबी को बदनाम करने की कोशिश : लेमन न्यूज़ को लेकर इन दिनों तरह-तरह की खबरें खास तौर पर भड़ास मीडिया पर प्रकाशित की जा रही है. साथ ही आरकेबी यानी राजीव बजाज साहब को लेकर भी कुछ मनगढ़ंत बातों को यहाँ पर लगातार प्रकाशित किया जा रहा है, लेकिन दुःख इस बात का होता है कि जिन लोगों पर आरकेबी ने अपना पूरा विश्वास दिखाया था या वे लोग भी कभी उनके विश्वास पर खरे उतरे थे, ऐसे लोग जो इस समय कुछ ऐसी बातें प्रकाशित कर रहे हैं, जिनका कोई तात्पर्य नहीं है.

Lemon is working smoothly…

My name is Reba Ayaz i work for lemon as an EP… I have known RKB for i dont know many years… he is known for grooming people and giving them opportunity or a platform to perform… some make best use of it and march on rest use unparliamentary languages as seen in ur site. Yes the channel did had some crunch… but inspite of that i know RKB selling his car, watch and wat not to give money to his staff.

लेमन की बदहाली कथा

: लेमन न्यूज में न्यूज एडिटर रहे रवि पारीख की जुबानी इस चैनल के अंदर की असली कहानी : स्टाफरों व स्ट्रिंगरों की 50 लाख रुपये से ज्यादा की सेलरी डकार गया है आरकेबी :  अपनी बीवी को 25 लाख रुपये की कार गिफ्ट देकर भूखे कर्मियों के जले पर नमक छिड़का : झूठ बोलने में महाउस्ताद आरकेबी ने स्टाफरों व स्ट्रिंगरों को रुलाया :

there is not any investigation on the channel…

Dear Yashwant Ji, This is with reference to your news regarding Channel One & Lemon TV on your news Portal which we refute as it is all false & baseless. Kindly take note of the matter & publish our views also as single sided story develop “bad mouth talk” which somehow or the other malign & tarnish the image of Channel. Regarding the alleged involvement of Lemon TV with Naseer Khan let us make it clear with the fact that….

क्या होगा लेमन, चैनल वन और जहीर अहमद का?

चर्चा बहुत तेज है कि जहीर अहमद के इर्द-गिर्द जांच एजेंसियों तेजी से शिकंजा बुनने में लगी हैं. कुछ पक्के सूत्र बता रहे हैं कि उड़ीसा की पुलिस के कुछ बड़े अधिकारी मुंबई में डेरा डाले हुए हैं. ये लोग चिटफंड कंपनी में जनता के लगाए पैसे के जरिए चैनल खरीदे जाने व चलाने के घटनाक्रम की जांच कर रहे हैं. साथ ही पैसों के आवाजाही की कुछ शिकायतों पर भी नजर गड़ाए हैं.

‘लेमन टीवी’ हुआ ‘लेमन न्यूज’

: संजय काव और अयूब शेख हसन जुड़े : लेमन टीवी के साथ आरकेबी के प्रयोगों का सिलसिला जारी है. लेमन टीवी को अगस्त महीने से अब ‘लेमन न्यूज’ में कनवर्ट कर दिया गया है. अभी तक यह न्यूज व इंटरटेनमेंट, दोनों का मिक्स चैनल था.

रिलायंस रिफंड करेगा दो हजार चार सौ दस करोड़ रुपये

आरकेबी‘आरकेबी शो’ की एक और कामयाबी : महाराष्ट्रा इलेक्ट्रिसिटी रेग्युलेटरी कमीशन (एमईआरसी) ने रिलायंस इनर्जी को मुंबई के उपभोक्ताओं से एक साल में ड्यूटी-टैक्स के रूप में वसूले गए दो हजार चार सौ दस करोड़ रुपये रिफंड करने, बिजली उत्पादन, काम-काज और आर्थिक मसलों की जांच कराने के आदेश दिए हैं। सौ पेज की इस रिपोर्ट में एमईआरसी ने आदेश दिया है कि इन्वेस्टिगेटिव अथार्टी गठित कर उससे रिलायंस इनर्जी के पूरे एकाउंट की छानबीन कराई जाए। यह भी इन्वेस्टिगेशन के दायरे में होगा कि मुंबई के उपभोक्ताओं के लिए रिलायंस इनर्जी ने जितने विद्युत उत्पादन और सप्लाई का जिम्मा लिया था, उस कैपिटल एक्सपेंडिचर की स्थितियां क्या हैं? तीसरा मुख्य निर्देश यह जारी किया गया है कि उपभोक्ताओं के यहां लगे रिलायंस इनर्जी के मीटरों की छानबीन की जाए। शिकायतें हैं कि लाइट कटौती के समय भी मीटर तेजी से भागते हैं। इसका अब तक कोई ठोस समाधान इसलिए नहीं हो सका है कि अपने मीटरों की जांच किसी स्वतंत्र एजेंसी से कराने की बजाय रिलायंस खुद ही चेक कर कह देता है कि उसके मीटर ठीक काम कर रहे हैं। जबकि सच्चाई हैरतअंगेज है। मुंबई की झुग्गी-झोपड़ियों का हर उपभोक्ता मासिक पांच से छह हजार रुपये तक विद्युत बिलों का भुगतान कर रहा है। यदि मीटर तेज नहीं भाग रहे तो सिर्फ एक-दो पंखा-टीवी चलाने वाले उपभोक्ताओं को इतने भारी-भरकम बिल क्यों अदा करने पड़ रहे हैं? अब इसकी भी जांच बहुत जरूरी हो गई है। रिलायंस के विद्युत मीटरों की एफिसिएंसी निश्चित ही संदिग्ध हो चली है।

रिलायंस का एकाधिकार खत्म

rkbटाटा पॉवर भी मैदान में : अगला अभियान दिल्ली के उपभोक्ताओं के लिए : मुंबई के इतिहास में ऐसा पहली बार हुआ है। लेमन टीवी की कामयाबियों में एक और अध्याय उस समय जुड़ गया, जब विगत दिवस एमईआरसी (महाराष्ट्रा इलेक्ट्रिसिटी रेग्युलेटरी कमीशन) ने रिलायंस इनर्जी इनफ्रास्ट्रक्चर का एकाधिकार तोड़ते हुए टाटा पॉवर की सेवाएं भी उपभोक्ताओं को मुहैया कराने का ऐलान कर दिया। एमईआरसी ने अपने आदेश में टाटा पॉवर को हिदायत दी है कि मुंबई के जो भी उपभोक्ता आपकी विद्युत सेवा लेना चाहें, उन्हें तत्काल उपलब्ध कराएं। मुंबई के उपभोक्ता रिलायंस इनर्जी की मोनोपॉली टूटने का श्रेय लेमन टीवी को दे रहे हैं। सन 2003 में सुप्रीम कोर्ट ने ओपन एक्सस एक्ट के तहत निर्देश दिया था कि बिजली उत्पादन निजी क्षेत्र को सौंपते समय इलेक्ट्रिसिटी रेग्युलेटरी कमीशन इस बात का ध्यान रखे कि इस पर किसी का भी एकाधिकार नहीं होना चाहिए। एकाधिकार का सबसे ज्यादा नुकसान उपभोक्ता वर्ग को उठाना पड़ेगा। एकाधिकार न होने के कारण ही मोबाइल फोन सेवाओं के क्षेत्र में जो हच कंपनी कभी प्रति कॉल 16 रुपये उपभोक्ताओं से वसूलती थी, आज वह दर एक रुपये प्रति कॉल तक पहुंच चुकी है। मोबाइल फोन कंपनियों की आपसी प्रतिस्पर्द्धा के कारण ही उपभोक्ताओं को इतना आश्चर्यजनक फायदा हो रहा है। मुंबई में ‘लेमन टीवी’ के ‘आरकेबी शो’ के जरिये विद्युत क्षेत्र में रिलायंस के एकाधिकार के खिलाफ महीनों से महाभियान चल रहा था। रिलायंस ने तीन साल में बिजली दरों में जो 90 फीसदी वृद्धि की थी, उस पर पिछले दिनो एमईआरसी ने रोक लगा दी थी।

आरकेबी का नया मोर्चा : थ्री-आर कैंपेन

[caption id="attachment_15254" align="alignleft"]आरकेबीआरकेबी[/caption]थ्री-आर…री-कॉल, रोलबैक, रिफंड : मुंबई की पॉवर कंपनियों (रिलायंस, टाटा, बेस्ट) और एमईआरसी (महाराष्ट्रा इलेक्ट्रिसिटी रेग्युलेटरी कमीशन) की मनमानियों के खिलाफ पहली लड़ाई जीतने के बाद लेमन टीवी ने अपने आगामी संघर्ष का दायरा काफी व्यापक कर लिया है। आरकेबी शो एंकर राजीव कुंवर बजाज उर्फ आरकेबी ने ऐलान किया है कि अब वह महामुंबई के लिए थ्री-आर कैंपेन का नया मोरचा खोलने जा रहे हैं। थ्री-आर कैंपेन, यानी री-कॉल, रोलबैक, रिफंड। आरकेबी के प्लेटफॉर्म से इस महाभियान में महामुंबई की पहले से ज्यादा शानदार भागेदारी होगी। मुंबई के करोड़ों विद्युत उपभोक्ताओं और हिंदुस्तान के साठ से ज्यादा एनजीओ, सभी राजनीतिक दलों को लेमन टीवी के प्लेटफॉर्म पर एक साथ लामबंद कर रिलायंस एनर्जी को पछाड़ने के बाद अत्यंत जोशीले अंदाज में आरकेबी बताते हैं कि अब उनका कारवां बहुत बड़ी लड़ाई का आगाज करने जा रहा है। इस दूसरे चरण के महासंग्राम का बिगुल बज चुका है। उन्हें पूरी उम्मीद है कि मीडिया के मोरचे से कामयाबी की दिशा में बढ़ रहे करोड़ो-करोड़ मुंबईवासी इस महासंग्राम में पहले से ज्यादा उत्साह के साथ अवश्य शिरकत करेंगे। भड़ास4मीडिया के साथ अपने ताजा महाअभियान का खुलासा किया आरकेबी ने।

महाबली रिलायंस को लेमन ने पछाड़ा

[caption id="attachment_15248" align="alignleft"]आरकेबी और उनका शोआरकेबी और उनका शो[/caption] ऐतिहासिक सफलता : अंजाम तक पहुंची लड़ाई : मुंबई का एक ऐसा महाअभियान, जिसे अंजाम तक पहुंचा दिया ‘लेमन टीवी’ के ‘आरकेबी शो’ ने। रिलायंस की लूट पर लगाम लगाने की कार्रवाई शुरू हो चुकी है। रिलायंस ने तीन साल में बिजली दरों में जो 90 फीसदी वृद्धि की है, उस पर एमईआरसी (महाराष्ट्रा इलेक्ट्रिसिटी रेग्युलेटरी कमीशन) ने फिलहाल रोक लगाने के आदेश आज जारी कर दिए हैं। साथ ही, पिछले दिनों बिजली दर में ताजे 15 फीसदी वृद्धि पर भी रोक लगा दी है। धारा 108 के तहत हस्तक्षेप के बाद पहली बार ऐसा संभव हुआ है। इस सफलता का श्रेय लेमन टीवी और आरकेबी शो को जाता है जिसने सबसे पहले इस मुद्दे को उठाया। सैकड़ों एनजीओ को जोड़ा। लाखों मुंबईवासियों को रिलायंस की लूट के खिलाफ  जागरूक किया। उन्हें सिखाया, समझाया और संघर्ष के लिए सड़क पर उतार दिया। लाठियां चलीं, आंख भी फूटी। पर संघर्ष रुका नहीं। 

रिलायंस की लूट को लेमन ने पकड़ा

रिलायंस जैसी महाबली कंपनी से कोई मीडिया हाउस सीधे-सीधे पंगा लेने का इरादा कर सकता है? सभी का जवाब होगा- ना जी, भला कौन अपने करोड़ों के विज्ञापन पर लात मारेगा! पर आश्चर्य की बात है कि कुछ ऐसे मीडिया हाउस हैं जो न सिर्फ इन बड़े घरानों की घटिया करतूतों का खुलासा कर इनसे सीधे मुठभेड़ करते हुए मोर्चा ले रहे हैं बल्कि सरकारों पर जनता का दबाव बनवाकर इन घरानों की जनहित विरोधी नीतियों पर अंकुश लगवाने में कामयाब हो रहे हैं। हम बात कर रहे हैं लेमन टीवी की। इस टीवी चैनल पर प्रसारित आरकेबी शो ने एक इतिहास रच डाला है। जनहित के एक मुद्दे पर स्टैंड लेकर आधुनिक टीवी जर्नलिज्म में मिसाल कायम किया है। 

आरकेबी ने सहारा छोड़ा, लेमन ग्रुप के एमडी बने

RKBसहारा समय, मुंबई से आरकेबी उर्फ राजीव कुंवर बजाज ने इस्तीफा दे दिया है। वे सहारा इंडिया टीवी नेटवर्क के वाइस प्रेसीडेंट थे। सहारा समय के लिए पिछले पांच वर्ष और तीन महीने से प्रतिदिन आरकेबी शो नामक मशहूर कार्यक्रम को एंकर करने वाले राजीव ने नई पारी छह टीवी चैनलों के नेटवर्क लेमन टीवी इंटरटेनमेंट के मैनेजिंग डायरेक्टर के रूप में शुरू की है। इस नेटवर्क के तीन टीवी चैनल चल रहे हैं और तीन लांच होने वाले हैं। जो चैनल चल रहे हैं, उनके नाम हैं- लेमन टीवी (म्यूजिक एंड इंटरटेनमेंट चैनल), झंकार टीवी (मूवी चैनल) और आलिफ टीवी (इस्लामिक चैनल)।