अमर उजाला में दो-दो सलाहकार संपादक हुए : ग्रुप एडिटर रखने की गलती नहीं करेगा अमर उजाला : शशि शेखर के समय हुए प्रयोगों का फायदा हिंदुस्तान को मिल रहा, नुकसान अमर उजाला उठा रहा : भास्कर समूह की मैग्जीन अहा जिंदगी के संपादक पद से इस्तीफा देने वाले यशवंत व्यास के बारे में सूचना है कि उन्होंने अमर उजाला, नोएडा में ज्वाइन कर लिया है. उनका पद सलाहकार संपादक (न्यू इनीशिएटिव) का है. सूत्रों के मुताबिक नवरात्र के दौरान वे कामकाज शुरू कर देंगे. बताया जा रहा है कि यशवंत व्यास अमर उजाला के साथ काम करते हुए खुद के प्रोजेक्ट्स पर भी काम करेंगे, इसीलिए उन्होंने सलाहकार संपादक के रूप में ज्वाइन किया है. सूत्रों के मुताबिक यशवंत ने यही प्रस्ताव भास्कर समूह के सामने रखा था. वे भास्कर में सलाहकार के तौर पर काम करना चाहते थे.
साथ ही बाकी समय में वे अपने प्रोजेक्ट्स पर काम करने की अनुमति चाहते थे. सूत्रों का कहना है कि भास्कर समूह ने यशवंत व्यास का यह प्रस्ताव स्वीकार नहीं किया. इसी शर्त के कारण अमर उजाला प्रबंधन से भी उनकी बात बनती-बिगड़ती रही. सलाहकार संपादक न्यू इनीशिएटिव पद से ही जाहिर है कि यशवंत अमर उजाला ग्रुप के नए वेंचर्स-प्रोजेक्ट को मूर्त रूप देने का काम देखेंगे. इन तथ्यों की पुष्टि के लिए भड़ास4मीडिया की तरफ से जब यशवंत व्यास को फोन किया गया तो उन्होंने फोन रिसीव नहीं किया.
ज्ञात हो कि यशवंत व्यास को लेकर पिछले कई महीनों से कयासों का बाजार गर्म है. कोई उन्हें अमर उजाला समूह का भावी ग्रुप एडिटर बता रहा था तो कोई एक्जीक्यूटिव एडिटर के पद पर ज्वाइन करा रहा था. बीच में ऐसी भी चर्चा उड़ी की यशवंत का अमर उजाला से बातचीत खत्म हो गई है. इन अफवाहों को बल इसलिए मिला क्योंकि यशवंत व्यास ने अपनी तरफ से चर्चाओं-अफवाहों का खंडन-मंडन नहीं किया. यशवंत व्यास के सलाहकार संपादक बनने के बाद अमर उजाला में सलाहकार संपादकों की संख्या अब दो हो गई है. अजय उपाध्याय पहले ही सलाहकार संपादक के रूप में अमर उजाला के साथ काम शुरू कर चुके हैं.
दो सलाहकार संपादक रखे जाने से यह संकेत साफ है कि अमर उजाला प्रबंधन अब किसी को ग्रुप एडिटर बनाकर कोई गल्ती नहीं करना चाहता. शशि शेखर को ग्रुप एडिटर बनाकर और सारी ताकत उन्हें देकर समूह अंजाम दे चुका है. उस दौरान अमर उजाला के सभी निष्ठावान और पुराने लोगों के एक-एक कर बाहर होना पड़ा था और शशि शेखर ने समूह के प्रति निष्ठावान लोगों की जगह खुद के प्रति निष्ठावान लोगों की फौज तैयार की. अब जब वे हिंदुस्तान जा रहे हैं तो एक-एक कर अपने सभी खास संपादकों और पत्रकारों को अमर उजाला से तोड़कर हिंदुस्तान ले जा रहे हैं. कुछ लोगों का कहना है कि अमर उजाला में शशि शेखर ने जो प्रयोग किए, उसके साइड इफेक्ट अमर उजाला झेल रहा है और उसका फायदा हिंदुस्तान अखबार को मिल रहा है.
Comments on “यशवंत व्यास सलाहकार संपादक बने”
यशवंत जी अगर सच में दिल्ली लौट आए हैं तो निश्चय ही ये खबर खुशी देने वाली है। कम से कम एक ईमानदार पत्रकार तो दिल्ली आया। यशवंत जी शुभकामनाएं स्वीकार करें।
Yah Bhat sahi h ki Aha Zindgi ko log Yashwant Vyas G ke karan hi jante hai. Aisa to hona jaruri hai, Kabil insaan ki kadar har koi karta hai. Kabil insaan Mushkil se milte hai. Vyas G ko Haardik Badhaai………..
vyas ji ko haardik badhaai…
Yashwant ji ko hardik badhai.
यशवंत व्यास जी को दिल से बधाई।
Yashwant vyas ko hardik badhai. Yashwant vyas janhan bhi rahe vahan kuchh naya hi kiya hai. Aha Zindgi ko log yashwant vyas ke karan hi jante hai.
i am very happy after this news that yashwant ji is in new position. no dout he deservs.
Sh. Yashwant Vyas Dhruv Tare ki tarah apna esthan bana chuke hai. Bhasker me rahe ya Jagran me unki to pratistha badhegi hi. Sh. Vyas ke nam se AAH JINDGI ki pahchan bani hai. Bhasker se pahle Dainik Navjyoti ki magzine ko unhone hi tever diye they. Naye Karyabhar ke liye Sh. Vyas ko BADHAI. Chandrabhan Singh, Jaipur.
परम सम्माननीय श्री व्यास जी को हदय से बधाई।
यशवंत व्यास जी को दिल से बधाई।
yashwant bhai, apke aha jindgi mein kalam ka jadu bejor tha. hamari subhkamnaye appke sath hain.
yaswant bhai, apko nai pari ke leya dher sari subhkamnaye. aha jindgi ko bheed de alag samajeek aur pareewareek patrika banai wah kabeley tareef hai. ab dekhney wali bat yeh hogi ki aha jindgi ka kya hota hai. mritunjay pathak, dhanbad.
Wuteva Mr Vyas is doing is for his personal and professional derives. It will sound mingy if we say that great products like Aha! Zindagi is effort of single person. How could u forget exertion of team dear gallants? Erstwhile should change there attitude. Come Alive ancient!
congretulation sir, emandari past ho skti hai, parast nhi.
YASHWANT JI VIDYAWANT AUR KEEERTIY WANTTO PAHLE THEY…HI..AB..DILLIWANT HOKAR.FIR KOE.CHAMTKAAR KARNE WAALE HAIN…ATUL MAHESWARY JI KI DOOR DARSHITA AUR PAARKHI NAZAR KO PRANAAM ….