जिया न्यूज की मुश्किलें कम होने का नाम नहीं ले रही हैं. खबर आ रही है कि मालिकान अब इस चैनल को लंबा चलाने के मूड में नहीं है. इसको बेचने या फिर बंद किए जाने पर विचार किया जा रहा है. खबर आ रही थी कि चैनल के कार्यालय को बंद कर दिया गया है. कार्यालय में प्राइवेट बाउंसरों को लगा दिया गया है, लेकिन एडिटर इन चीफ कम सीईओ एसएन विनोद ने इस तरह की किसी भी बात को बेबुनियाद बताया है.
जितने ताम-झाम से जिया न्यूज को लांच किया गया था, यह चैनल उतनी ही बुरी तरह धराशायी होता नजर आ रहा है. इसके बारे में रोज नई नई खबरें मार्केट में आ रही हैं. बताया जा रहा है कि पेमेंट न होने की दशा में वीडियोकान डीटीएच ने भी सात अप्रैल से चैनल बंद होने की बात कह चुका है. आज खबर आ रही है कि प्रबंधन चैनल को बंद करने की तैयारी कर रहा है. कर्मचारियों को एक महीने का वेतन दिए जाने की बात कही गई है. कुछ कर्मचारियों ने बताया कि चैनल में बाउंसर भी लगाए गए हैं.
हालांकि इस संदर्भ में जब एसएन विनोद से बात की गई तो उन्होंने कहा कि यह बिल्कुल गलत जानकारी है. कहीं कोई बाउंसर नहीं लगाया गया है. चैनल अब भी रन कर रहा है. मालिकान स्तर पर जो चल रहा हो, वो अलग बात है, लेकिन अभी तक चैनल बंद होने की कोई संभावना नहीं है. कुछ लोग इस तरह की अफवाह फैलाकर मामले को बेवजह तूल दे रहे हैं. मेरे इस्तीफा देने की भी फर्जी अफवाह फैलाई जा रही है, जबकि अब भी मैं इस चैनल से जुड़ा हुआ हूं.