सूचना एवं प्रसारण मंत्रालय में संयुक्त सचिव पद पर कार्यरत आभा शुक्ला ने प्रसार भारती के सीईओ जवाहर सरकार को लिए एक पत्र लिखकर कहा है कि यौन उत्पीड़न के आरोपी प्रसार भारती के तहत संचालित दूरदर्शन के अतिरिक्त डायरेक्टर जनरल राज शेखर व्यास के खिलाफ लिए गए एक्शन के संबंध में मंत्रालय को जानकारी दी जाए. छेड़छाड़ और उत्पीड़न के आरोपी व्यास अब ऑल इंडिया रेडियो में शिफ्ट किए जा चुके हैं. प्रसार भारती के मुख्य कार्यकारी अधिकारी (सीईओ) जवाहर सरकार का कहना है कि वे इस मामले में सुप्रीम कोर्ट की गाइडलाइंस के हिसाब से कदम उठा रहे हैं.
ज्ञात हो कि यौन उत्पीड़न का आरोप प्रथम दृष्टया साबित होने के बाद किसी भी सरकारी कर्मचारी के खिलाफ पुलिस में शिकायत तुरंत दर्ज करवानी होती है. आंतरिक जांच में व्यास दोषी पाए गए हैं. केंद्रीय सूचना और प्रसारण मंत्रलय ने लिखकर कार्रवाई करने को कहा है. फिर भी व्यास के खिलाफ अब तक कोई कदम नहीं उठाया गया है. पिछले 12 अगस्त को एक महिला कर्मचारी ने दूरदर्शन वूमेन सेल में व्यास के खिलाफ शिकायत दर्ज कराई. कर्मचारी ने राज शेखर व्यास पर छेड़छाड़ और उत्पीड़न का आरोप लगाया. प्रसार भारती की आंतरिक जांच में आरोप सही पाया गया. इस बारे में सूचना एवं प्रसारण मंत्रालय की मंशा है कि इस केस को पुलिस को दे दिया जाए जो कार्यस्थल पर महिलाओं के यौन उत्पीड़न अधिनियम के तहत देखे.