ईरान में फ़ारसी भाषा के विदेशी मीडिया संगठनों के साथ सहयोग करने के आरोप में कम से कम तेरह पत्रकारों को हिरासत में लिया गया है. इनमें सात पुरुष और छह महिला पत्रकार शामिल हैं जो अलग-अलग मीडिया संगठनों के लिए काम करते हैं. ख़बरों में कहा गया है कि उन्हें रविवार को हिरासत में लिया गया था. ईरान बीबीसी की फ़ारसी सेवा और अमरीका की वॉयस ऑफ अमरीका को शत्रु संगठन के तौर पर देखता है.
लेकिन ईरान के संस्कृति मंत्री का कहना है कि इन लोगों को पत्रकार होने की वजह से नहीं, बल्कि सुरक्षा संबंधी आरोपों की वजह से हिरासत में लिया गया है. बीते हफ्ते, बीबीसी ने ईरान के अधिकारियों पर आरोप लगाया था कि वह लंदन स्थित बीबीसी फ़ारसी सेवा के कर्मचारियों को धमका रहे हैं. ईरान में रहने वाले बीबीसी पत्रकारों के परिवार के सदस्यों को खुफिया सेवाओं के अधिकारी पूछताछ के लिए बुलाते रहे हैं.
इतना ही नहीं, पत्रकारों के नाम से फ़र्ज़ी वेबसाइट और फेसबुक एकाउंट बनाए गए हैं और उन पर यौन दुर्व्यवहार समेत कई तरह के अभियोग लगाए जाते रहे हैं. वहीं ईरान का कहना है कि बीबीसी, राष्ट्रपति मेहमूद अहमदीनेजाद के साल 2009 में विवादित दोबारा चुनाव के बाद अशांति को बढ़ावा देता रहा है. बीबीसी की फ़ारसी सेवा उन लोगों के वीडियो और साक्षात्कार प्रसारित करती रही है जो सुरक्षाबलों के हाथों हुई मौतों और मनमाने तरीके से गिरफ़्तारी का दास्तां बयां करते हैं.
ईरान ने अपने नागरिकों को चेतावनी दी है कि यदि वे बीबीसी की फ़ारसी सेवा या वॉयस ऑफ अमरीका के साथ काम करते पाए गए, तो उन पर कड़ा जुर्माना लगाया जाएगा. संवाददाताओं का कहना है कि देश में इस साल जून में राष्ट्रपति चुनाव होने हैं और इन गिरफ्तारियों को मीडिया पर नियंत्रण बढ़ाने के उपायों के तौर पर देखा जा रहा है. (बीबीसी)