संजय से स्वामीजी को कमरा बंद करके चर्चा क्यों करनी पड़ी?

: अब  एक और संजय नहीं : वह लगभग चौदह-पन्द्रह वर्ष का लड़का था… नाम था संजय.. आश्रम में सफाई और इधर-उधर के छोटे-मोटे काम करता… तवे सा काला रंग, फटी पैंट, बड़े-बड़े दाँत, मैली टीशर्ट और हमेशा चेहरे पर रहने वाली हँसी उसकी पहचान थी… उसके दिन भर हँसते रहने से आश्रम आने वाले यात्री परेशान होते और इसी से वह सबकी डांट खाता… एक दिन उसे किसी ने इसी बात पर थप्पड़ मार दिया और वह रोता हुआ मेरे पास आया… मैंने उसे चुप कराते हुए कहा कि तुम सफाई से रहने की आदत डालो और मुझसे रसोई का काम सीखो.

जिम मालिक और पत्रकारों में मारपीट

हल्‍द्वानी से खबर है कि पत्रकारों और एक स्‍थानीय व्‍यक्ति के बीच मारपीट हो गई, जिसमें उसने पत्रकारों पर मुकदमा दर्ज करा दिया है. अमर उजाला और जागरण ने इस खबर को दो गुटो में मारपीट बताकर छापा है. पूरा मामला यह है कि कुछ पत्रकार शनिवार को सीआरपीएफ के आई की प्रेस कांफ्रेंस में गए हुए थे. इस दौरान ये लोग डहरा में क्षतिग्रस्‍त पुल देखने गए.

महुआ न्‍यूज से विनोद पांडेय का इस्‍तीफा

महुआ न्‍यूज से खबर है कि विनोद पांडेय ने इस्‍तीफा दे दिया है. वे यहां पर सीनियर प्रोड्यूसर थे तथा आउटपुट हेड तथा प्रोग्रामिंग हेड के रूप में अपनी जिम्‍मेदारी निभा चुके थे. नए प्रबंधन ने नहीं बन पाने के कारण उन्‍होंने अपना इस्‍तीफा सौंप दिया. दूसरी तरफ यह भी कहा जा रहा है कि …

आवेश तिवारी की जगह विजय विनीत बनाए गए सोनभद्र के ब्‍यूरोचीफ

हिंदुस्‍तान, वाराणसी से खबर है कि राहुल श्रीवास्‍तव की जगह सोनभद्र के ब्‍यूरोचीफ बनाए गए आवेश तिवारी की जगह विजय विनीत को नया ब्‍यूरोचीफ बना दिया गया है. आवेश को लेकर रहस्‍य अभी भी कायम है. सूत्रों का कहना है कि आवेश को अभी ना तो हटाया गया है और ना ही उन्‍होंने इस्‍तीफा दिया है. खबर है कि आवेश ने अपनी नियुक्ति के समय किसी कॉलम को नहीं भरा था, उसी को आधार बनाकर उनकी सोनभद्र में नियुक्ति टाल दी गई है. बताया जा रहा है कि यह पूरी कार्रवाई प्रबंधन अपने एक पूर्व पत्रकार के इशारे पर कर रही है.   

वे एजुकेटेड हैं और परखने के बाद शादी कर रही हैं : बिट्टा कराटे

जम्मू-कश्मीर लिबरेशन फ्रंट (जेकेएलएफ-आर) के चेयरमैन और पूर्व आतंकवादी फारुख अहमद डार उर्फ बिट्टा कराटे घर बसाने जा रहे हैं। माशूका के साथ। 1990 के दशक में कश्मीर घाटी में खौफ का दूसरा नाम रहे बिट्टा करीब 16 साल देश की तमाम जेलों में रहे हैं। जम्मू में जेल तोड़कर भागने की कोशिश का मामला अभी भी बिट्टा कराटे पर चल रहा है।

वे एजुकेटेड हैं और परखने के बाद शादी कर रही हैं : बिट्टा कराटे

जम्मू-कश्मीर लिबरेशन फ्रंट (जेकेएलएफ-आर) के चेयरमैन और पूर्व आतंकवादी फारुख अहमद डार उर्फ बिट्टा कराटे घर बसाने जा रहे हैं। माशूका के साथ। 1990 के दशक में कश्मीर घाटी में खौफ का दूसरा नाम रहे बिट्टा करीब 16 साल देश की तमाम जेलों में रहे हैं। जम्मू में जेल तोड़कर भागने की कोशिश का मामला अभी भी बिट्टा कराटे पर चल रहा है।

जेडे मर्डर केस में एक पत्रकार की भूमिका संदिग्‍ध

मुंबई क्राइम ब्रांच 4 नवम्‍बर तक जेडे हत्‍याकांड में अपनी चार्जशीट दाखिल करेगी. संभावना है कि इस चार्जशीट में छोटा राजन को ही वांटेड दिखाया जाएगा. इस हत्‍याकांड में 100 से ज्‍यादा लोगों को गवाह बनाया गया है, जिसमें कई पत्रकार भी शामिल हैं. जेडे हत्‍याकांड में एक अंग्रेजी दैनिक के पत्रकार का नाम भी संदिग्‍ध लोगों की लिस्‍ट में आया है. इस पत्रकार ने जाने-अनजाने छोटा राजन को जेडे की बाइक का नम्‍बर, घर और ऑफिस का पता दिया था.

आगरा में दैनिक जागरण के पच्‍चीस वर्ष पूरे

आगरा में रविवार को दैनिक जागरण ने पच्‍चीस साल पूरे किये. नरेंद्र मोहन गुप्‍त ने 30 अक्‍टूबर 1986 को दैनिक जागरण की नींव यहां रखी थी. जागरण यूनिट में इस दौरान हवन पूजन का कार्यक्रम हुआ. जागरण के रजत जयंती के अवसर पर डाक विभाग ने एक विशेष आवरण और डाक टिकट जारी किया. इस मौके पर अखबार ने अपने इंटरनेट सेक्‍शन में यहां से प्रकाशित पहले दिन के अखबार को पहले पन्‍ने पर जगह दी है. नीचे जागरण में इस मौके पर प्रकाशित खबरें. जागरण ने अपने पाठकों का भी आभार जताया है.  

नवीन जिंदल ने गिफ्ट बांटने में किया भेदभाव, कई पत्रकारों ने मिठाई वापस लौटाई

सम्पादक, भड़ास4मीडिया मैं आपके माध्यम से बताना चाहता हूं कि दिवाली पर इस बार कुरुक्षेत्र लोकसभा क्षेत्र से सांसद नवीन जिन्दल के कार्यालय द्वारा किस तरह पत्रकारों के साथ भेदभाव किया गया. यह काम किसके द्वारा किया गया इसके बारे में तो कोई जानकारी नहीं है, लेकिन कई पत्रकारों को अपमानित करने का काम सांसद कार्यालय द्वारा जरूर हुआ. सांसद नवीन जिन्दल द्वारा जो दिवाली गिफ्ट कैथल और पुडरी में पत्रकारों को भेजे गये, उनमें पत्रकारों के चेहरे देखकर भेदभाव किए गए. 

श्रीलालजी तिकड़मों से अनजान नहीं थे पर उसकी परवाह नहीं की

श्रीलाल जी कहा करते थे कि कोई काम करना हो तो यह समझ कर करो कि मृत्यु तुम्हारे सिर पर खड़ी है और कोई विद्या सीखनी हो तो यह समझकर सीखो कि तुम अजर-अमर हो। यह शायद उनके जीवन का मंत्र था और हर किसी के लिए यह सफलता का महामंत्र बन सकता है। मंत्र वही दे सकता है, जो स्वयं सिद्ध हो, असिद्ध का मंत्र फलता नहीं, काम नहीं करता। कौन अस्वीकार कर सकता है इस बात से कि वे साहित्य के संत थे, अपनी कला के सिद्ध थे।

मनीष ने हिंदुस्‍तान एवं रीतेंद्र ने प्रभात खबर ज्‍वाइन किया

बिहार में प्रभात खबर और हिंदुस्‍तान के बीच एक दूसरे के पत्रकारों को अपने पाले करने क्रम जारी है. नई खबर है कि हिंदुस्‍तान ने प्रभात खबर, मुजफ्फरपुर में कार्यरत सीनियर सब एडिटर मनीष वत्‍स को अपने पाले में कर लिया है. मनीष ने हिंदुस्‍तान, भागलपुर में ज्‍वाइन किया है. वे काफी समय से प्रभात खबर से जुड़े हुए थे. मनीष इसके पहले दैनिक जागरण, भागलपुर को भी अपनी सेवाएं दे चुके हैं. संपर्क करने पर मनीष ने बताया कि बेहतर अवसर के चलते उन्‍होंने हिंदुस्‍तान ज्‍वाइन किया है. 

काले धन को सफेद करने के लिए खुलते हैं न्‍यूज चैनल!

क्‍या है न्‍यूज चैनल लाने, लांच करने या चलाने का फंडा? क्‍यों धनपशु, चिडफंडिए या राजनेता ही खोलते हैं न्‍यूज चैनल. जब न्‍यूज चैनल घाटे में चल रहे हैं तो क्‍यों नहीं उन पर वीआईओ की तरह तालाबंदी कर दी जाती है, क्‍यों पत्रकारों का खून चूसते हुए भी इसे चलाया जाता है? अब अगर आंकड़ों को देखे तो यह पूरा मामला पॉवरगेम या जनहित से ज्‍यादा काले को सफेद करने का दिखता है. हालांकि इंडिया टुडे से बातचीत में सूचना एवं प्रसारण मंत्री अंबिका सोनी ने भी न्‍यूज चैनलों का प्रयोग धौंस जमाने के लिए माना है, पर आंकड़े इससे भी ज्‍यादा की चुगली करते हैं.

आलोक शुक्‍ला बने दैनिक जागरण, हल्‍द्वानी के संपादक

: दिनेश ने जनवाणी ज्‍वाइन किया : दैनिक जागरण, हल्‍द्वानी से खबर है कि आलोक शुक्‍ला यहां के नए स्‍थानीय संपादक बना दिए गए हैं. अब तक इस पद पर जिम्‍मेदारी निभा रहे राजीव शुक्‍ला को असिस्‍टेंट संपादक बना दिया गया है. गौरतलब है कि आलोक शुक्‍ला इसके पहले हल्‍द्वानी में ही अमर उजाला के संपादक के पद पर कार्यरत थे. प्रबंधन ने उनकी जगह मेरठ में तैनात सुनील शाह को संपादकीय प्रभारी बनाकर हल्‍द्वानी भेज दिया था तथा आलोक शुक्‍ला को नोएडा स्थित कारपोरेट ऑफिस से अटैच कर दिया था. इसके बाद उन्‍होंने अमर उजाला से इस्‍तीफा दे दिया. इस संदर्भ में और जानकारी के लिए जब आलोक शुक्‍ला को फोन किया गया तो उनका मोबाइल स्विच ऑफ बताता रहा.  जब दैनिक जागरण, बरेली के सीजीएम एएन सिंह से संपर्क किया गया तो उन्‍होंने आलोक शुक्‍ला को हल्‍द्वानी का संपादक बनाए जाने की पुष्टि की.

हिंदुस्‍तान के स्ट्रिंगर को ब्रेन ट्यूमर, कंपनी नहीं कर रही मदद

छोटे-मझोले स्‍तर के पत्रकारों की नियति में ही घुट-घुटकर तड़प-तड़प कर जीने को लिखा रहा है. ऐसा ही हो रहा है रुद्रपुर के स्ट्रिंगर विमल शर्मा के साथ. फोर्ब्‍स की सूची में सौ अमीर भारतीयों में शामिल शोभना भरतिया की मीडिया कंपनी हिंदुस्‍तान में काम करते हैं विमल. काफी समय से रुद्रपुर में अखबार को सेवा दे रहे हैं. खबर है कि विमल शर्मा को ब्रेन ट्यूमर हो गया है. मात्र कुछ हजार पाने वाले विमल की आर्थिक स्थिति अच्‍छी नहीं है.

अब नए अवतार में लांच होगा गूगल टीवी

गूगल नए सिरे से अपने टीवी को आकार देने जा रहा है। उसका इरादा इंटरनेट टीवी के बढ़ते बाजार में अपने अन्य उत्पादों की तरह ज्यादा से ज्यादा हिस्सा बटोरने का है। यह तब है जब गूगल टीवी को लांचिंग के लगभग वर्ष भर बाद भी वेब सेवी का ठंडा-गर्म रिस्पांस ही मिला है। इस कड़ी में गूगल ने पिछले दिनों गूगल टीवी सर्विस का नया वर्जन प्रस्तुत किया है। साथ ही उसने घोषणा की है कि वह सौ के लगभग ऑनलाइन चैनल भी शुरू करेगा। ऑरिजनल वीडियो प्रोग्रामिंग से जुड़े ये चैनल यू-ट्यूब पर लांच किए जाएंगे।

न्‍यूज चैनलों की मालिकाना पद्धति काफी संदिग्‍ध है

केंद्र सरकार ने पिछले दिनों एक प्रेस विज्ञप्ति के जरिये नए चैनल खोलने के इच्छुक आवेदकों के लिए भावी दिशानिर्देश जारी किए। दरअसल, अगले साल पांच राज्यों के विधानसभा चुनाव और फिर दो साल बाद होने वाले आम चुनाव के मद्देनजर कई चैनल मालिक इस बहती गंगा में हाथ धोने की तैयारी में हैं। इस समय तकरीबन 578 टेलीविजन चैनल सक्रिय हैं, जो धर्म, मनोरंजन, खान-पान, क्षेत्रीयता और विभिन्न समुदायों से जुड़ी तमाम चीजें परोसते रहते हैं। इनमें 122 समाचार चैनल हैं।

प्रभात रंजन दीन के घर लाखों की चोरी

वरिष्‍ठ पत्रकार प्रभात रंजन दीन के लखनऊ स्थित आवास पर पिछले दिनों भीषण चोरी हो गई. चोरों ने लाखों रुपये मूल्‍य के सामान, नकदी और जेवरात पर हाथ साफ कर दिया. इस चोरी की सूचना पुलिस को दे दी गई है, परन्‍तु पुलिस अब तक इस मामले का खुलासा नहीं कर पाई है. जिससे पत्रकारों …

पॉलिटिक्‍स और मीडिया में तूफान लाने वाली नीरा राडिया बंद करेंगी पीआर एजेंसी

नई दिल्ली। बहुचर्चित टूजी स्पेक्ट्रम घोटाला मामले से चर्चा में आई नीरा राडिया ने निजी कारणों का हवाला देते हुए जनसंपर्क कारोबार से अपना हाथ समेटने की घोषणा की। राडिया ने अपने बयान में कहा कि पारिवारिक और स्वास्थ्य संबंधी निजी कारणों को प्राथमिकता देने के लिए उन्होंने जनसंपर्क कारोबार छोड़ने का निर्णय लिया है।

फिर शुरू होगी ‘रवीश की रिपोर्ट’

यह खबर सुनने को मिली तो एक सुखद आश्‍चर्य हुआ. प्राइम टाइम में स्‍नो पाउडर लगाकर स्‍टूडियो में बहस करते, झगड़े सुलझाते रवीश कुमार एक बार फिर सड़कों-गलियों, खेतों-खलिहानों, बाजार-हाट, कस्‍बों-झोपड़पट्टी की धूल भरी सड़कों पर अपने चिरपरिचित अंदाज में नजर आएंगे. लोगों से खुद को इंटरेक्‍ट करते दिखेंगे. अपनी अलहदा शैली में लोगों से बतियाते, उनकी परेशानियों-तकलीफों को अपने देशी अंदाज में अपने शब्‍दों की चाशनी में लपेटते-भिगोते-डूबोते नजर आएंगे. एक बार फिर स्‍टूडियो से बाहर सुनने को मिलेगा, नमस्‍कार मैं रवीश कुमार..! क्‍योंकि अब एनडीटीवी पर एक बार फिर शुरू होने जा रहा है 'रवीश की रिपोर्ट'.

लुटेरों ने जागरण के दो कर्मचारियों को लूटा

खबर है कि दैनिक जागरण, जालंधर के पत्रकार व एक आपरेटर को अज्ञात लुटेरों ने लूट लिया। लुटने वालों में दैनिक जागरण के सब एडिटर संत लाल व आपरेटर रमेश चंद डोगरा हैं। कुछ महीनों के भीतर यह आठवीं घटना है, जब जागरण के स्टाफ का कोई व्यक्ति लूटा गया हो। दोनों रात को अपनी ड्यूटी खत्म करके घर जा रहे थे कि सोढल नामक स्थान पर इनको लुटेरों ने घेर लिया तथा दोनों की गर्दनों पर तलवारें लगा दीं। दोनों के मोबाइल सेट व पर्स निकाल कर ले गए।

प्रेस परिषद के दायरे में आए विजुअल मीडिया : काटजू

प्रेस काउंसिल ऑफ इंडिया के अध्यक्ष मार्कंडेय काटजू ने भारत के इलेक्ट्रॉनिक मीडिया पर नियंत्रण की मांग की है. न्यूज चैनलों में सामाचारों की जगह जारी तमाशेबाजी से दुखी काटजू ने प्रधानमंत्री मनमोहन सिंह को एक खत भी लिखा है. जस्टिस मार्कंडेय काटजू ने मांग की है कि इलेक्ट्रॉनिक मीडिया को प्रेस काउंसिल ऑफ इंडिया की निगरानी में लाया जाए. प्रेस काउंसिल को ज्यादा अधिकार दिए जाएं.

श्रीलालजी को समुचित सम्मान दिया जनसंदेश टाइम्स ने

सूचना और संचार के इस बेहद प्रगतिशील वक्त में वस्तुत: उन चीजों को प्राय: हाशिए पर पाया गया है, जिन्हें अपनी बेदाग और विश्वसनीय सामाजिक प्रतिबद्धता के कारण केंद्र में होना था, लेकिन गुजरे कुछ वक्त में सूचना और संचार के इन प्रचलित नियमों और जरूरतों के विरुद्ध जाकर लखनऊ से प्रकाशित दैनिक समाचार पत्र जनसंदेश टाइम्स ने जिस तरह से इस हाशिए का विस्तार किया है, वह हमारी सामाजिक निष्ठा को प्रदर्शित करता है।

Union Ministry of I & B underperforms in the Eleventh Plan!

The Union Ministry of Information and Broadcasting which is charged with the responsibility for catering to the entertainment and intellectual needs of our people and to focus attention on issues of national integrity, communal harmony, environmental protection, health care, family welfare, eradication of illiteracy, development of women, children, weaker sections of society and flagship rural and urban poverty alleviation programmes of the Government of India, has underperformed during the first four years of the current  Eleventh Five Year Plan (April 2007- March 2012) ending March 31, 2011.

प्रभात खबर, कोलकाता के आरई बने तारकेश्‍वर मिश्रा

राजस्‍थान पत्रिका, जयपुर से तारकेश्‍वर मिश्रा ने इस्‍तीफा दे दिया है. वे यहां पर सीनियर न्‍यूज एडिटर थे तथा पब्लिकेशन हेड के रूप में अपनी जिम्‍मेदारी निभा रहे थे. वे अब प्रभात खबर, कोलकाता के साथ जुड़ गए हैं. उन्‍हें यहां का स्‍थानीय संपादक बनाया गया है. दो दशक से ज्‍यादा समय से पत्रकारिता के क्षेत्र में सक्रिय इसके पहले भी लम्‍बे समय तक कोलकाता में पत्रकारिता की है. उन्‍होंने करियर की शुरुआत ही कोलकाता से की थी. दस सालों तक सन्‍मार्ग अखबार से चीफ रिपोर्टर के रूप में जुड़े रहे. बाद में खास खबर के ब्‍यूरोचीफ बने.

कल्‍पतरु एक्‍सप्रेस में बंटी मिठाइयां और मिला बोनस

हाथरस : बड़े-बड़े बैनर वाले अखबार के दफ्तरों में दिवाली के मौके पर कर्मचारी मुंह मीठा करने के लिए भी तरसते देखे गए, परन्‍तु एक साल पहले ही लांच हुए कल्‍पतरू एक्‍सप्रेस ने इन बड़े बैनर के अखबारों के गाल पर तमाचा जड़ दिया. कल्‍पतरू एक्‍सप्रेस प्रबंधन ने अपने कार्यालय में कर्मचारियों को मथुरा की प्रसिद्ध मिठाई व सेलरी का 60 प्रतिशत बोनस देकर उनकी दिवाली खुशियों से सराबोर कर दी.

पत्रकारों का उपहार डकार गया जनसम्‍पर्क मंत्री का पीआरओ

भोपाल। मध्यप्रदेश के जनसम्पर्क मंत्री लक्ष्मीकांत शर्मा सरकार और पत्रकारों के बीच तालमेल बैठाने का हर संभव प्रयास करते हैं। शायद इसीलिए वे हर साल दिवाली पर पत्रकारों को महंगे उपहार भेजते हैं, लेकिन उनका पीआरओ मंगलाप्रसाद मिश्रा मंत्री की मंशा के ठीक उलट सरकार और पत्रकारों के बीच दरार गहरी करने का कोई भी मौका हाथ से नहीं जाने देता है। इसका ताजा उदाहरण यह है कि इस दिवाली पर जनसम्पर्क मंत्री ने जो उपहार पत्रकारों के घरों पर भेजे थे वह अधिकतर पत्रकारों को मिले ही नहीं।

प्रशांत का महुआ न्‍यूज एवं पंकज का कशिश न्‍यूज से इस्‍तीफा

महुआ न्‍यूज, रांची से खबर है कि प्रशांत कुमार ने इस्‍तीफा दे दिया है. वे यहां पर क्राइम रिपोर्टर थे. प्रशांत महुआ की लांचिंग के समय से जुड़े हुए थे. बताया जा रहा है कि प्रशांत नोएडा में एसाइनमेंट के खराब व्‍यवहार तथा नए प्रबंधन की उपेक्षा के चलते नाराज चल रहे थे. इन्‍होंने अपनी नई पारी कशिश न्‍यूज के साथ शुरू की है. कशिश में अच्‍छी सेलरी तथा अच्‍छे पद पर ज्‍वाइन किया है. खबर है कि महुआ के स्ट्रिंगर भी नाराज चल रहे हैं. उन्‍हें छह माह से पैसा नहीं मिला है.

86 हजार रुपये दीजिए और हेराल्‍ड में अपना इंटरव्‍यू छपवाइए!

पेड न्‍यूज को लेकर पूरे देश में हलचल है. प्रिंट और इलेक्‍ट्रानिक मीडिया में पनपे इस रोग का लोग विरोध कर रहे है, इसके बावजूद तमाम अखबार चोरी छिपे अब भी पेड न्‍यूज छाप रहे हैं. हालांकि पिछले दिनों हिंदुस्‍तान ने यूपी चुनाव के दौरान पेड न्‍यूज न छापने का वादा किया है, अपने वादे पर वह कितना खरा उतरेगा यह तो आने वाला समय बताएगा. पर उसकी पहल सराहनीय हैं पर इसके उलट गोवा में अंग्रेजी दैनिक हेराल्‍ड नैतिक तकाजों को ताख पर रखते हुए जमकर पेड इंटरव्‍यू छाप रहा है.

चैनल के नाम पर बेरोजगारों को ठगने वाला एमडी लौटाएगा पैसे

शिमला। बेरोजगारों के साथ ठगी के मामले में फंसे एक निजी न्यूज चैनल का एमडी बेरोजगारों का पैसा वापस लौटाएगा. पुलिस की हिरासत में एक सहयोगी के आने के बाद एमडी ने सभी 22 बेरोजगार युवाओं के पैसे लौटाने का वादा किया है. शनिवार को न्‍यूज चैनल में नौकरी के नाम पर ठगे गए युवाओं तथा एमडी का आमना-सामना थाना सदर में हुआ. पुलिस की मौजूदगी में तमाम तरह के आरोप-प्रत्‍यारोप लगे. अंत में एमडी ने सभी बेरोजगारों के पैसा वापस करने का वायदा किया है. पुलिस ने उसको एक सप्‍ताह की मोहलत दी है.

राज एक्‍सप्रेस के मालिक को फिर झटका देने की तैयारी में शिवराज सरकार!

मध्यप्रदेश के मुख्यमंत्री शिवराज चौहान और उनकी सरकार से पंगा लेना दैनिक राज एक्सप्रेस के मालिक अरुण सहलोत को लगातार महंगा पड़ता जा रहा हैं. कुछ माह पहले सरकार ने भोपाल में उनके मिनाल माल का एक बड़ा हिस्‍सा अवैध बताकर ढहा दिया था. अब फिर से लगाम टाइट करने की तैयारी चल रही है. पुराने झटकों से अभी अरुण सहलोत उबरे भी नहीं हैं कि नए झटके देने की तैयारी शुरू हो गई है.

सूचना विस्‍फोट पर प्रतिबंध का ढक्‍कन लगाने की तैयारी!

मीडिया को लेकर देश के लगभग सभी राजनीतिक दल इस समय परेशान हैं। अधिकांश विपक्षी दल भी कम से कम इस एक मुद्दे पर तो सरकार के साथ हैं कि मीडिया पर लगाम लगाने की जरूरत है। सत्तारूढ़ सरकारें समय-समय पर मीडिया को कसने के प्रयोग करती रही हैं। आपातकाल के दौरान भी विपक्ष के पैरों में बेड़ियां व मीडिया के हाथों में चूड़ियां पहनाई गई थीं।

पत्रकार आबिद सुहेल को मिलेगा इस साल का मौलाना अबुल कलाम आजाद पुरस्‍कार

उत्‍तर प्रदेश उर्दू अकादमी ने उर्दू के प्रख्‍यात उपन्‍यासकार एवं पत्रकार आबिद सुहैल को 2011-12 के प्रतिष्ठित मौलाना अबुल कलाम आजाद पुरस्‍कार के लिए चुना है. श्री सुहेल का चयन उर्दू साहित्‍य तथा पत्रकारिता में उनके योगदान के लिए किया गया है. इस पुरस्‍कार के तहत उन्‍हें पांच लाख रुपये तथा प्रशस्‍ति पत्र प्रदान किया जाएगा. लखनऊ निवासी आबिद सुहेल ने करियर की शुरुआत अंग्रेजी दैनिक द नेशनल हेराल्‍ड के साथ की थी. 

दिवाली पर कहीं बैग और बोनस मिला तो कहीं मिठाई के लिए तरसे पत्रकार

दिवाली अलग-अलग संस्‍थानों के पत्रकारों के लिए अलग-अलग अनुभव लेकर आई. कई जगहों पर दिवाली के मौके पर पत्रकारों को मिठाई नसीब नहीं हुई तो कहीं पत्रकारों को मिठाई के साथ छोटे मोटे गिफ्ट भी मिले. चैनलों के हाल बुरे रहे. छोटे चैनलों के पत्रकारों को मिठाई तक नहीं मिली. जबकि अखबारों के कार्यालयों में कम से कम सभी जगह कर्मचारियों को मिठाइयां मिलीं.

न्‍यूज एक्‍सप्रेस से सरफराज सैफी का इस्‍तीफा, सुनील बने शिक्षक

न्‍यूज एक्‍सप्रेस से सरफराज सैफी ने इस्‍तीफा दे दिया है. वे यहां पर प्रोड्यूसर कम एंकर थे. बताया जा रहा है कि सरफराज जल्‍द ही यूपी-उत्‍तराखंड से लांच होने वाले एक चैनल से सीनियर पद पर जुड़ने वाले हैं. चैनल हेड मुकेश कुमार के नजदीकी माने जाने वाले सरफराज के इस्‍तीफा देने के कारणों का पता नहीं चल पाया है. सरफराज ने अपने करियर की शुरुआत आठ साल पहले मेरठ में आजतक के रिपोर्टर के रूप में की थी. उसके बाद वे एसवन तथा आजाद न्‍यूज के लांचिंग टीम के सदस्‍य के रूप में भी लंबी पारियां खेलीं. आजाद न्‍यूज से ही इस्‍तीफा देकर वे न्‍यूज एक्‍सप्रेस पहुंचे थे. सरफराज की पश्चिमी उत्‍तर प्रदेश एवं उत्‍तराखंड में राजनीतिक तथा प्रशासनिक हलको में बढि़या पकड़ मानी जाती है.

‘डीएम मुझसे लड़कियां मांगता है’

मध्‍य प्रदेश का एक डीएम अपने जिले के चिकित्‍सा अधिकारी से लड़कियों की मांग करता है. डीएम अच्‍छी नर्सों को अपने बंगले पर लेकर आने को कहता है. दिल्‍ली से आने जाने के लिए हर महीने प्‍लेन का किराया मांगता है. उसकी मांगें पूरी नहीं करने पर जातिसूचक शब्‍दों की गालियां देता है. यह हम नहीं कह रहे हैं बल्कि ऐसा आरोप लगाया है मध्‍य प्रदेश के छिंदवाड़ा जिले के मुख्‍य चिकित्‍सा एवं स्‍वास्‍थ्‍य अधिकारी डा. आरएस चौहान ने.

राजीव कटारा बने कादंबिनी के सहयोगी संपादक

हिंदुस्‍तान मीडिया वेंचर लिमिटेड की पत्रिका कादंबिनी के कार्यकारी संपादक रहे गोविंद सिंह के इस्‍तीफा देने के बाद खाली हुए पद का प्रभार वरिष्‍ठ पत्रकार राजीव कटारा को सौंपा गया है. भड़ास को देर से मिली सूचना के अनुसार राजीव कटारा कादंबिनी के प्रभारी संपादक बनाए गए हैं. पत्रिका में उनका नाम सहयोगी संपादक के रूप में जा रहा है. इसके पहले वे हिंदुस्‍तान में खेल पेज की जिम्‍मेदारी संभाल रहे थे. कादंबिनी के संपादक पद पर किसी की स्‍थाई नियुक्ति नहीं की गई है. कभी अपनी अलग पहचान रखने वाली यह पत्रिका आज हाशिए पर चली गई है.

लखनऊ से लांच हुआ चेतना मंच, राजेश श्रीनेत बने संपादक

नोएडा से प्रकाशित मिडे डे दैनिक चेतना मंच अब अपना विस्‍तार शुरू किया है. अखबार का संस्‍करण नोएडा के साथ लखनऊ से भी प्रकाशित होगा. लखनऊ एडिशन का संपादक वरिष्‍ठ पत्रकार राजेश श्रीनेत को बनाया गया है. राजेश श्रीनेत लम्‍बे समय तक अमर उजाला के साथ रहे हैं. वे उजाला को बरेली तथा इलाहाबाद में अपनी सेवाएं दी हैं. हिंदुस्‍तान, वाराणसी की लांचिंग भी राजेश श्रीनेत ने ही कराया था. हिंदुस्‍तान के आरई के रूप में इन्‍होंने अखबार को पहचान दी थी. यहां से इस्‍तीफा देने के बाद वे लखनऊ में रहकर खुद की एक पत्रिका का प्रकाशन करने लगे थे. इसके बाद सहारा प्रबंधन ने इन्‍हें आरई बनाकर देहरादून के लांचिंग की जिम्‍मेदारी सौंपी थी. बाद में उन्‍होंने इस्‍तीफा दे दिया था.

चला गया दरबारी और सूना हो गया राग दरबार

श्रीलाल शुक्ल जी के निधन से एक युग का अंत हो गया है। वह युग जो भारतेंदु से प्रारंभ और व्यंग्य लेखन के शीर्ष तक पहुंचा। उन्होंने ऐसी खिड़की बनाई जिससे भारत का सच्चा रूप देखा जा सकता था। गांव-शहर के बीच के सम्बन्ध पर ऐसी तस्वीर किसी और उपन्यास में नहीं जैसा राग दरबारी में है। रूप में विद्रूप का यह स्वरूप ‘राग दरबारी’ की एक महाकाव्यात्मक उपलब्धि है, जो अपने प्रथम अनुच्छेद से ही बांध लेता है.. हमारे ट्रक हमारी सड़कों से कैसा सलूक करते हुए गुजरते हैं। और उस ट्रक में जो युवा है वह संजय के समान कस्बे में बदलते गांव की तस्वीर बांचते चले गये।

दैनिक जागरण के पत्रकार को पितृशोक

चंदौली : दैनिक जागरण के पत्रकार बद्री प्रसाद केशरी के पिता काशी प्रसाद केशरी का 95 वर्ष की अवस्था में शुक्रवार को निधन हो गया. वे पिछले कुछ समय से बीमार चल रहे थे तथा उनका इलाज चकिया स्थित उनके आवास पर चल रहा था. वे अपने पीछे चार पुत्र एवं चार पुत्रियों का भरा …

श्रीलाल होने का अर्थ

श्रीलाल शुक्ल के निधन से पूरा साहित्य जगत स्तब्ध है, क्योंकि वह जिस स्तर के रचनाकार थे, वैसे रचनाकार विरले ही होते हैं। हमारे साथ उनकी कृतियां हैं, जो हमें उनके होने की महत्ता की याद दिलाती रहेंगी। मैं उनसे बहुत घनिष्ठ रूप से नहीं जुड़ा था, लेकिन अकसर हम लोग विभिन्न गोष्ठियों वगैरह में मिलते रहते थे। उनके साथ जिए कुछ पलों के बड़े ही बेहतर संस्मरण हैं।

मीडिया को काबू करने का काम कहीं न्यायपालिका तो नहीं करेगी!

मीडिया को भी संभल कर रहने का संदेश बहुत ही साफ़ ज़बान में मिलना शुरू हो गया है. देश के सबसे बड़े अंग्रेज़ी अखबार से जुड़े हुए अंग्रेज़ी न्यूज़ चैनल ने पिछले कुछ वर्षों में कई ऐसे मामलों से पर्दा उठाया है कि कुछ नेताओं के लिए बहुत ही मुश्किल पैदा हो गयी है. सुरेश कलमाड़ी के कारनामों के बारे में लगभग हर शुरुआती जानकारी इसी चैनल से आई. हालांकि कलमाडी साहब मुगालते में रहे लेकिन आखिर में घिर गए और आजकल जेल की हवा खा रहे हैं.

श्रीलाल शुक्‍ल की मौत और मेरे अंदर के खन्‍ना मास्‍टर साहब

राग दरबारी वाले शुकुल जी की मौत हो गयी. होनी ही थी. बुज़ुर्ग थे. उनकी मौत के बाद अपनी भी छाती में शूल चुभ रहा है. लगता है जैसे अपने ही सगे काका मर गए हों. दरअसल श्रीलाल शुक्ल के राग दरबारी ने ज़िंदगी में कहीं बहुत अंदर तक जाकर अपने को संबल दिया था. हालांकि किसी परीक्षा में हम कभी फेल नहीं हुए लेकिन ज़िंदगी के ज़्यादातर इम्तिहानों में अपने रिज़ल्ट वही रहे. हर बार फेल होना.

भाषा की भंगिमा बदल देने वाले लेखक थे श्रीलाल

श्रीलाल शुक्ल का संपूर्ण लेखन समाज और साहित्य दोनों में हर तरह ‘हम्बग’ यानी ढकोसले, पाखंड और छल-छद्म के खिलाफ एक सर्जनात्मक अभियान है। प्रकारांतर से यही बात श्रीलाल जी ने अपने समानधर्मा साहित्यकार हरिशंकर परसाई के हवाले से भी कही है। परसाई का एक लेख है- ‘साधना का फौजदारी अंत’। दरअसल यह लेख एक अपर डिवीजन क्लर्क यानी एक यूडीसी की कहानी है, जो किसी आश्रमभोगी ठग अर्थात गुरु के चक्कर में पड़कर सत्य की खोज का व्रत ले लेता है। अब परसाई और उस क्लर्क की बातचीत का एक टुकड़ा – पहले वह क्लर्क, फिर परसाई!

साहित्यपुर के संत और उन के रंगनाथ की दुनिया

विश्रामपुर के संत ने जब आज अंतिम विश्राम ले ही लिया है तो यह सोचना लाजिमी हो गया है कि क्या श्रीलाल शुक्ल ही रंगनाथ भी नहीं थे? जी हां, मैं उनके रागदरबारी के नायक रंगनाथ की बात कर रहा हूं। सच यह है कि जब रागदरबारी मैंने पढ़ा था तब तो लगता था कि मैं भी रंगनाथ ही हूं। ‘पाव भर का सीना और ख्वाहिश सायराबानो की’ जैसे संवाद में धंसे व्यंग्य की धार और रंगनाथ के दर्पण में अपना अक्स देखना तब बहुत भला लगता था।

ट्रेन की चपेट में आने से पत्रकार की मौत

नीमच के पत्रकार सुखवंत सिंह चौहान की शुक्रवार को एक ट्रेन की चपेट में आ जाने से मौत हो गई. जीआरपी से मिली जानकारी के अनुसार शुक्रवार की दोपहर नीमच रेलवे स्‍टेशन से तीन किलोमीटर दूर बिसलवास कलां सिग्‍नल के पास सुखवंत एक ट्रेन से टकरा गए. बताया जा रहा है कि वह उस समय पटरी पार कर रहे थे कि अचानक ट्रेन की चपेट में आ गए.

सीएनईबी में मार्निंग शिफ्ट में एक घंटे की वृद्धि

: बुलेटिन की शुरुआत में हुई देरी की मिली सजा : सीएनईबी न्यूज चैनल से सूचना है कि यहां मार्निंग शिफ्ट में एक घंटे की वृद्धि कर दी गई है. 27 अक्टूबर को एक नया आदेश जारी हुआ कि मॉर्निंग शिफ्ट अब 6 बजे की बजाय 5 बजे से शुरू होगी.  यानि कर्मचारियों को मॉर्निंग शिफ्ट में एक घंटा ज़्यादा काम करना पड़ेगा. पर इसके बदले तनख्वाह ज़्यादा नहीं मिलेगी. दीपावली पर बोनस व मिठाई न मिलने से कर्मियों को मुंह पहले से ही लटका था, उपर से एक घंटे काम की अवधि बढ़ाने से ज्यादातर लोग परेशान हो गए.

अन्ना हजारे को कुमार विश्वास का पत्र- कोर कमेटी भंग करें

श्रीमान अन्ना हजारे, रालेगन सिद्धि, महाराष्ट्र, आदरणीय अन्ना जी, प्रणाम, आशा है आप स्वस्थ एवं सानंद होंगे. पिछले कुछ दिनों से एक विशेष मुद्दे पर आप से बात करने का मन था. यद्यपि मैं नहीं चाहता था कि आपके पवित्र मौन की ऊर्जा इस षड्यंत्रकारी कोलाहल की सूचना से भंग करूँ, तथापि मैं विवश हो कर यह पत्र आपको लिख रहा हूँ.

मोहन राजपूत गए थे चीन, पहुंचा दिए गए हल्‍द्वानी

दैनिक जागरण, उधमसिंह नगर के ब्यूरो चीफ मोहन राजपूत चीन के पांच दिवसीय दौरे से लौट आए हैं। वह प्रमुख औद्योगिक संगठन कुमाऊं गढ़वाल चैंबर ऑफ कामर्स एंड इंडस्ट्रीज के शिष्‍टमंडल के साथ चीन गए थे। शिष्टमंडल वहां के सुप्रसिद्ध कैंटन फेयर में हिस्सा लेने गया था। इसका मकसद वहां से आधुनिक मशीनरी, उत्पाद व तकनीक का आयात करना था, जिससे  चैंबर से जुड़े उद्यमी अपने व्यवसाय को और आगे बढ़ा सकें।

राजीव सारस्वत सम्मान डॉ. अशोक चक्रधर को

मुंबई : साहित्यिक संस्था श्रुति संवाद साहित्य कला अकादमी द्वारा शनिवार, 5 नवंबर, 2011 को सुप्रसिद्ध साहित्यकार डॉ. अशोक चक्रधर (नई दिल्ली) को हिन्दुस्तान पेट्रोलियम कार्पोरेशन लि. के कार्यकारी निदेशक पुष्प जोशी "राजीव सारस्वत सम्मान" प्रदान करेंगे। "शब्द युद्धः आतंक के विरूद्ध" नामक यह कार्यक्रम वाशी, नवी मुंबई के मराठी साहित्य संस्कृति व कला मंडल में दो सत्रों में आयोजित होगा। इस अवसर पर विशिष्ट अतिथि के रूप में सुप्रसिद्ध साहित्यकार व महाराष्ट्र राज्य हिंदी साहित्य अकादमी के कार्याध्यक्ष डॉ. दामोदर खडसे, नवी मुंबई के पुलिस आयुक्त अहमद जावेद, साहित्यकार एवं बैंक ऑफ बड़ोदा अहमदाबाद के प्रबंधक (राजभाषा) उपस्थित रहेंगे।

सुदर्शन न्‍यूज से बिकास एवं राष्‍ट्रीय सहारा से अजीत पांडेय ने इस्‍तीफा दिया

सुदर्शन न्‍यूज, नोएडा से खबर है कि बिकास प्रसाद ने इस्‍तीफा दे दिया है. वे यहां प्रोड्यूसर के पद पर कार्यरत थे. इन्‍होंने अपनी नई पारी फ्रंटियर न्‍यूज, गुवाहाटी के साथ शुरू की है. इन्‍हें न्‍यूज प्रोड्यूसर बनाया गया है. मूल रूप से वेस्‍ट बंगाल के आसनसोल के रहने वाले बिकास प्रसाद ने करियर की शुरुआत सहारा समय से की थी. इसके बाद सुदर्शन न्‍यूज से जुड़ गए थे.

विश्‍व भर के पांच बेहतरीन टीवी पत्रकारों में चुनी गईं बरखा दत्‍त

एनडीटीवी की ग्रुप एडिटर बरखा दत्‍त के नीरा राडिया से संबंध को लेकर भले ही मीडिया का एक वर्ग और जनता के लोग कुछ भी कहते रहे, इससे बरखा दत्‍त की सेहत पर कोई प्रभाव नहीं पड़ा है. उल्‍टे वह पहले से भी ज्‍यादा पापुलर हो गई हैं. कुछ इस तर्ज पर कि बदनाम हुए तो क्‍या नाम ना हुआ. जी हां, पहले नीरा राडिया के लिए लाबिंग करने के विवादों को दरकिनार करते हुए प्रणब राय ने उन्‍हें एनडीटीवी का ग्रुप एडिटर बनाया. अब उन्‍हें विश्‍वभर के पांच बेहतरीन टीवी पत्रकारों में चुना गया है.

हिमाचल की वादियों में जनवरी में कदम रखेगा ‘हिमाचल दस्‍तक’

हिमाचल प्रदेश में अगले साल जनवरी माह से एक और अखबार कदम रखने जा रहा है. इख अखबार का नाम होगा 'हिमाचल दस्‍तक'. इस दैनिक अखबार को लेकर आ रहे हैं केपी भारद्वाज. केपी हिमाचल प्रदेश की पत्रकारिता में जाने पहचाने नाम हैं. अपना अखबार लाने से पहले ये चौदह सालों तक दिव्‍य हिमाचल के मैनेजिंग डाइरेक्‍टर रहे हैं. हालांकि बीच में ये उस समय विवादों से भी घिर गए थे, जब इनके गाड़ी से भारी मात्रा में देशी-विदेशी मुद्रा की बरामदगी हुई थी और जिसका संबंध करमापा मठ से बताया गया था. फिलहाल इस मामले की जांच चल रही है.

एफवन रेस के बायकाट की धमकी दी इलेक्‍ट्रानिक मीडिया ने

: सूचना एवं प्रसारण मंत्रालय का दरवाजा खटखटाया : बुद्ध इंटरनेशनल सर्किट, नोएडा में चल रहे फार्मूला वन रेस को कवर करने के लिए न्‍यूज चैनलों ने सूचना एवं प्रसारण मंत्रालय का दरवाजा खटखटाया है. अपने वैश्‍विक मानक के अनुसार एफओएम यानी फार्मूला वन मैनेजमेंट कभी किसी भी देश के न्‍यूज चैनल को रेस फीड बांटने का परमीशन नहीं देता है. एफओएम के नियम कानूनों को देखते हुए भारतीय इलेक्‍ट्रानिक मीडिया ने नोएडा में एफवन रेस के बायकाट करने की चेतावनी दी है.  

प्रख्‍यात साहित्‍यकार श्रीलाल शुक्‍ल का निधन

लखनऊ : ज्ञानपीठ पुरस्कार से सम्मानित हिन्दी के मशहूर व्यंग्यकार श्रीलाल शुक्ल का शुक्रवार को सुबह एक निजी अस्पताल में निधन हो गया। वह 86 वर्ष के थे तथा पिछले कुछ समय से बीमार चल रहे थे। दस दिन पहले ही उत्तर प्रदेश के राज्यपाल बी.एल. जोशी ने उन्‍हें अस्‍पताल में ही ज्ञानपीठ पुरस्कार से सम्मानित किया था। श्रीलाल शुक्ल अपने पीछे एक पुत्न तथा तीन पुत्नियों का भरा पूरा परिवार छोड़ गए हैं। उनकी पत्नी का निधन कुछ वर्ष पहले ही हो चुका है।

विकीलीक्‍स को सपोर्ट करने वाले भारतीयों का आभार जताया असांज ने

पूरे विश्‍व में तहलका मचाने वाला विकीलीक्‍स आर्थिक दिक्‍कतों से जूझ रहा है. जूलियन असांज ने विकीलीक्‍स का प्रकाशन अस्‍थाई रूप से बंद करने का ऐलान किया है. वे किसी भारतीय बैंक में अपना खाता खोलने की कोशिशों में जुटे हुए हैं ताकि विकीलीक्‍स को मिलने वाले अनुदान को जमा कर सकें. असांज ने विकीलीक्‍स को सपोर्ट करने वाले लोगों का आभार भी जताया है. असांज से एनडीटीवी ने कई मुद्दों पर विस्‍तार से बात की. वहीं से साभार लेकर असांज का साक्षात्‍कार प्रकाशित किया जा रहा है.

अजय सेतिया नहीं बन पाए उत्तराखंड के चौथे सूचना आयुक्त

जुलाई महीने में भड़ास4मीडिया पर खबर छपी थी कि 'पत्रकार अजय सेतिया होंगे उत्‍तराखंड के चौथे सूचना आयुक्‍त'. इस खबर के छपने पर काफी बवाल हुआ था. उत्तराखंड के राजनीतिक और प्रशासनिक गलियारों में भी चौथे सूचना आयुक्त के रखे जाने और प्रदेश के बाहर के व्यक्ति को यह पद देने को लेकर हलचल देखी गई थी. उत्तराखंड में राज्यपाल ने डा. निशंक के जमाने में किए गए इस फैसले को अनुमति नहीं दी और फाइल लौटा दी थी.

‘कलिनायक’ किताब में लगाए गए आरोपों पर रमेश चंद्र अग्रवाल से जवाब तलब

'कलिनायक' किताब और 'कलिनायक' प्रकाशन के बारे में सबको पता होगा. इस किताब में दैनिक भास्कर के मालिक रमेश चंद्र अग्रवाल पर कई गंभीर आरोप लगाए गए हैं. दरअसल दैनिक भास्कर ब्रांड नेम को लेकर अग्रवाल फेमिली में गंभीर विवाद चला है और अब भी चल रहा है. इस लड़ाई में जीत के लिए हर तरह के छल-बल का इस्तेमाल किया जा चुका है. रमेश चंद्र अग्रवाल ने अगर अपने हिस्से के भास्कर को बढ़ाने व दूसरों को पछाड़ने के लिए सारे हथकंडे अपनाए तो उनके विरोधी खेमे के लोग उनकी करतूतों का भंडाफोड़ करने व उन्हें नीचा दिखाने के लिए हर तरह के प्रयास करते रहे.

सरकार ने माना न्‍यू मीडिया की ताकत, सोशल मीडिया को अपनाने पर गंभीर

नई दिल्ली: आमतौर पर सरकारी विभागों पर लाल फीताशाही और जनता से कटे होने का आरोप लगता रहता है लेकिन विदेश मंत्रालय, दिल्ली पुलिस, दिल्ली मेट्रो और अब इंदिरा गांधी अंतरराष्ट्रीय हवाई अड्डे का सोशल नेटवर्किंग साइट्स पर आना सीधे आम आदमी से जुड़ने की कोशिश माना जा रहा है। साइबर मामलों के विशेषज्ञ और वरिष्ठ स्तंभकार पीयूष पांडे ने कहा है कि भारत में 10 करोड़ लोग इंटरनेट का इस्तेमाल करते हैं और दुनिया की सबसे बड़ी सर्च इंजन कंपनी गूगल का मानना है कि वर्ष 2015 तक भारत में 30 करोड़ लोग मोबाइल और कंप्यूटर के जरिये इंटरनेट का इस्तेमाल करने लगेंगे।

भारत के सौ अमीरों में चार मीडिया घरानों के मालिक भी शामिल

मशहूर बिजनेस पत्रिका फोर्ब्‍स द्वारा सौ अमीर भारतीयों की सूची घोषित की गई है. इस लिस्‍ट में मुकेश अंबानी पहले पायदान पर हैं, जबकि लक्ष्‍मी निवास मित्‍तल दूसरे तथा अजीम प्रेमजी तीसरे नम्‍बर पर हैं. पर इन सबके बीच चार मीडिया मुगल भी सौ अमीर भारतीयों में अपना स्‍थान बनाने में सफल रहे हैं. इस सूची में सबसे ऊपर जी नेटवर्क के सुभाष चंद्रा का नाम है. सुभाष चंद्रा 22वें स्‍थान पर हैं. उनके ठीक बाद यानी 23वे स्‍थान पर पूर्व केंद्रीय मंत्री दयानिधि मारन के भाई और सन टीवी के कर्ताधर्ता कलानिधि मारन हैं.

बीबीसी के खिलाफ कानूनी कार्रवाई करेगी पाकिस्‍तानी सेना!

पाकिस्तान की सेना बीबीसी के ख़िलाफ़ क़ानूनी कार्रवाई करने पर विचार कर रही है. मामला बीबीसी की उस डॉक्यूमेंट्री का है, जिसमें सेना और ख़ुफ़िया एजेंसी पर अफ़ग़ानिस्तान के चरमपंथियों की मदद का आरोप लगाया गया है.

महुआ से इस्‍तीफा देने वाले विवेक बहल ने टर्नर इंटरनेशनल ज्‍वाइन किया

महुआ के सीईओ पद से इस्‍तीफा देने वाले विवेक बहल ने नई पारी टर्नर इंटरनेशनल के साथ शुरू की है. विवेक ने यहां पर चीफ कंटेंट ऑफिसर के पद पर ज्‍वाइन किया है. वे एक नवम्‍बर से अपनी नई जिम्‍मेदारी संभाल लेंगे. विवेक मुंबई में ही बैठेंगे तथा टर्नर के इंटरटेनमेंट चैनल इमैजिन टीवी, कार्टून नेटवर्क, पोगो और वार्नर ब्रदर्स का डेवलपमेंट और कंटेंट स्‍ट्रेटजी देखेंगे. वे अपनी रिपोर्टिंग टर्नर ब्राडका‍स्टिंग सिस्‍टम एशिया पैसेफिक इंक के चीफ कंटेंट ऑफिसर मार्क आयर्स को करेंगे.

‘लाइव इंडिया’ बिकने को तैयार, मिल नहीं रहे खरीदार!

लाइव इंडिया न्यूज चैनल के बारे में खबर आ रही है कि इसे अब बेचने का फैसला इसकी पैरेंट कंपनी एचडीआईएल के मालिकों ने कर लिया है. कभी अधिकारी ब्रदर्स से इस चैनल को खरीदने वाले मुंबई के एचडीआईएल समूह का दिल अब इस चैनल से भर चुका है. सूत्रों के मुताबिक एचडीआईएल प्रबंधन लाइव इंडिया चैनल के खुद के पास होने से कोई खास फायदा नहीं देख पा रहा है. दूसरे, एचडीआईएल प्रबंधन अपने जमीन के मूल धंधे में इन दिनों मुश्किलों का सामना कर रहा है. कंपनी के पास बाजार से कैश फ्लो न आने के कारण लाइव इंडिया को दी जाने वाली मासिक बजट पर गाज गिरा दी गई है. इस कारण चैनल अब त्रिशंकु स्थिति में आ चुका है. दिवाली के ठीक पहले कर्मचारियों को सेलरी देकर फौरी तौर पर मुंह बंद कराने का प्रयास किया गया है. लेकिन इस बात की कोई गारंटी नहीं है कि अगले महीने सेलरी मिलेगी या नहीं.

बसपा ने पत्रकार को दिया विधानसभा का टिकट

उत्तर प्रदेश में होने वाले आगामी विधानसभा चुनावा में मेरठ जनपद की हस्तिनापुर विधानसभा क्षेत्र से पत्रकार प्रशान्त गौतम को बहुजन समाज पार्टी ने उम्मीदवार घोषित किया है. प्रशांत हिंदी दैनिक 'सत्ता की परख' से जुड़े हुए हैं. पत्रकार प्रशांत को टिकट दिए जाने पर बहुजन पत्रकार एसोसिएशन ने बसपा सुप्रीमो मायावती का आभार व्यक्त किया है. अपने एक बयान में बहुजन पत्रकार एसोसिएशन ने कहा है कि उत्तर प्रदेश में बसपा को छोड़ कर किसी भी राजनीतिक दल ने अब तक अपने घोषित उम्मीदवारों में किसी पत्रकार को अपना उम्मीदवार नहीं बनाया है.

हत्या के आरोप में दैनिक भास्कर का पत्रकार गिरफ्तार

जालंधर में आठ अक्टूबर को हुए भट्ठा मालिक बहादुर सिंह की हत्या की गुत्थी को जालंधर पुलिस ने सुलझा लिया है. पुलिस ने इस मामले में हिंदी अखबार दैनिक भास्कर के पत्रकार और उसके साथी को गिरफ्तार किया है. एसएसपी देहात हरदयाल सिंह मान ने एक पत्रकार सम्मलेन के दौरान बताया कि पत्रकार हरभजन सिंह के सतबीर कौर नाम की एक महिला से प्रेम सम्बन्ध थे. 

शोभना भरतिया, अमित चोपड़ा, शशि शेखर, अकु श्रीवास्‍तव एवं विनोद बंधु के खिलाफ याचिका दायर

: अवैध प्रकाशन को लेकर मुंगेर में दायर हुआ मुकदमा : मुंगेर। मुंगेर के सामाजिक कार्यकर्ता मंटू शर्मा ने मुख्‍य न्यायिक दंडाधिकारी मनोज कुमार सिन्हा की अदालत में 'द हिन्दुस्तान मीडिया वेन्चर्स लिमिटेड' (एचएमवीएल) की अध्यक्ष शोभना भरतिया, नई दिल्ली, प्रधान संपादक हिन्दुस्तान शशि शेखर, कार्यकारी संपादक हिन्दुस्तान, पटना संस्करण अकु श्रीवास्तव, उप-स्थानीय संपादक, भागलपुर संस्करण विनोद बंधु, प्रकाशक अमित चोपड़ा और मुद्रक के विरूद्ध प्रेस एण्ड रजिस्ट्रेशन एवं बुक्‍स एक्ट, 1867 की धारा 8/बी 14 एवं 15 और भारतीय दंड संहिता की धारा 420/471 एवं 476 के तहत 18 अक्‍टूबर को परिवाद-पत्र, जिसकी संख्या- 993सी0/2011 है, दायर किया है।

बाजारवादी समाज और प्रायोजित सफलता की कहानियों के बीच

नवभारत टाइम्स, दिल्ली के वरिष्ठ पत्रकार चंद्रभूषण एक भयानक सड़क हादसे में बुरी तरह जख्मी होने के बाद कई महीनों तक बिस्तर पर पड़े रहे. इस दौरान न लिख पाने, न चल पाने की दिक्कतों से जूझते हुए वे लगातार सोचते-गुनते और विचारते रहे. जब वे थोड़ा बहुत लिखने-टाइप करने लायक हुए तो अपने मन की बात को अपने ब्लाग 'पहलू' पर उतार डाला.

पीपुल्‍स समाचार, इंदौर : रमन रावल बने नए आरई, प्रबंधन से नाराज यूनिट हेड छुट्टी पर

: इस बार पत्रकारों को दीपावली पर नहीं मिली मिठाई : वरिष्‍ठ पत्रकार रमन रावल को पीपुल्‍स समाचार, इंदौर का स्‍थानीय संपादक बना दिया गया है. ग्रुप एडिटर एनके सिंह से विवाद के बाद स्‍थानीय संपादक प्रवीण खारीवाल ने इस्‍तीफा दे दिया था, तभी से यह पद खाली चल रहा था और अस्‍थाई रूप से राधेश्‍याम धामू इसकी जिम्‍मेदारी संभाल रहे थे. पीपुल्‍स समाचार ज्‍वाइन करने से पहले रमन रावल चौथा संसार में संपादक के पद पर कार्यरत थे. रमन रावल पिछले तैंतीस साल से इंदौर में ही पत्रकारिता कर रहे हैं. दैनिक भास्‍कर में सीनियर पदों पर रहे. भास्‍कर टीवी के प्रधान संपादक रहे. नई दुनिया में भी वरिष्‍ठ पदों पर काम कर चुके हैं. 

योगराज शर्मा, सलीम सैफी, कामता प्रसाद की नई पारी

योगराज शर्मा इन दिनों ए2जेड न्यूज चैनल में कार्यरत हैं. देर से मिली जानकारी के मुताबिक चार महीने पहले ही योगराज ने ए2जेड न्यूज चैनल ज्वाइन कर लिया. वे कई न्यूज चैनलों और अखबारों में काम कर चुके हैं. इंडिया न्यूज हरियाणा से इस्तीफा देने के बाद योगराज ने अखबार शुरू किया, न्यूज पोर्टल लांच किए और अपना मीडिया स्कूल शुरू किया. इस बीच ए2जेड मैनेजमेंट की तरफ से प्रस्ताव मिलने के बाद उन्होंने ए2जेड न्यूज चैनल में रीजनल हेड के पद पर ज्वाइन कर लिया.

राष्‍ट्रीय सहारा, पटना के आफिस में पीने का पानी भी बंद

राष्‍ट्रीय सहारा, पटना में डेस्‍क पर काम करने वाले तथा सिटी रिपोर्टर परेशान हैं. पिछले दो महीने से ऑफिस में चाय तो बंद ही थी अब पीने के लिए पानी मिलना भी बंद हो गया है. डेस्‍क वाले तो किसी तरह अपना काम चला रहे हैं पर दिन भर इधर-उधर से दौड़ कर के आने के बाद सिटी रिपोर्टरों को अब पानी भी नसीब नहीं हो रहा है. एसी भी काफी समय से खराब है, जिससे फजीहत और बढ़ गई है. 

ब्राह्मणवाद के पैरोकारों ने महिषासुर जैसे पात्रों का विकृतिकरण किया है

: जेएनयू में याद की गई महिषासुर की शहादत : जवाहर लाल नेहरू यूनिवर्सिटी में सोमवार को देर रात आयोजित एक कार्यक्रम में महिषासुर की शहादत को याद किया गया। यह वही, महिषासुर है, हिंदू मिथकों में जिसकी हत्‍या देवी दुर्गा द्वारा की जाती है। लार्ड मैकाले की जयंती की पूर्व संध्‍या पर आयोजित इस कार्यक्रम में वक्‍ताओं ने उत्‍तर भारत में प्रचलित हिंदू मिथकों की बहुजन दृष्टिकोण से पुनर्व्‍यख्‍या की जरूरत पर बल दिया। कार्यक्रम का आयोजन आल इंडिया बैकवर्ड स्‍टूडेंस फोरम (एआईबीएसएफ) और यूनाइटेड दलित स्‍टूडेंटस फोरम (यूडीएसएफ) ने किया। पिछले कई दिनों से जेएनयू प्रशासन इस कार्यक्रम में विभिन्‍न गुटों के बीच मारपीट की घटना को लेकर आशंकित था। कार्यक्रम सफलता पूर्वक संपन्‍न होने पर जेएनयू प्रशासन ने राहत की सांस ली है।

दिवाली की रोशनी, घायल पुष्‍पा और अंधेरे दिलों वाली दिल्‍ली

जब पूरी दिल्ली दीपावली के मौके पर पटाखों, मिठाइयों, तोहफों के दायरे में असली-नकली खुशियों को पाने के लिए करोड़ों रुपए बरबाद कर रही थी, ठीक उसी समय एक बूढ़ी मां पुष्पा, जिसकी उम्र 62 साल है और जो हिंदुस्तान की धार्मिक नगरी वाराणसी की रहने वाली हैं, अपने बेटों की तलाश में दिल्ली में कदम रखती है. और कदम रखते ही दर्द की एक ऐसी कहानी शुरू होती है, जो देश के राजधानी की व्यवस्था पर सवाल तो खड़े करती ही है साथ ही साथ मानवता और इंसानियत के शिखर पर पहुंचने का दावा करने वाले हम हिंदुस्तानियों के उपर एक ऐसा कलंक लगाती है, जिसके अंधकार को धाने के लिए पावन दीप पर्व और करोड़ों रुपए के पटाखों की रोशनी भी शायद कम पड़ जाए.

झारखंड में विज्ञापन के नाम पर हो रहा है लाखों का लूट

: करोड़ों का घोटाल हो चुका है अब तक :  झारखंड राज्‍य बनने के बाद से ही इस राज्‍य की यह विडम्‍बना रही है कि जो जहां पर है इसे लूट रहा है. जिसे मौका मिला उसने लूटा, क्‍या नेता, क्‍या पदाधिकारी सभी इस लूट के खेल में बराबर के साझीदार हैं. अब इस खेल में पिछले कुछ वर्षों से मीडिया के नाम पर भी लूट का खेल चालू हो गया है. इसमें भी 100 करोड़ रुपये तक का घोटाला हो चुका है. आइए अब समझते हैं इस खेल को.

महुआ के हेड राणा यशवंत का कवि रूप

जी न्यूज में काम कर चुके, आजतक में वरिष्ठ पद पर रहे और इन दिनों महुआ चैनल की कमान संभाले राणा यशवंत कविताएं व ग़ज़ल भी लिखते हैं. उनका एक ब्लाग है, ''बोलो रामखेलावन'' नाम से. इस ब्लाग पर एक सरसरी नजर डालने से राणा यशवंत की संवेदनशीलता, विचारधारा व रचनाधर्मिता को जाना जा सकता है. राणा यशवंत की कविताओं और ग़ज़लों का एक संग्रह जल्द आने वाला है. उनके ब्लाग से साभार लेकर कुछ रचनाएं पेश हैं-

वेज बोर्ड को मंजूरी पर मालिक चिल्लाए- चौथे स्तंभ पर संकट

एक खबर को दैनिक जागरण ने बिजनेस पेज पर आल एडिशन छापने को अनिर्वाय कर दिया था. इसके लिए आदेश जारी किया गया. और वह खबर छपी भी. खबर वेज बोर्ड लागू किए जाने के खिलाफ मालिकों के बयान पर आधारित है. कल के अखबार में यह खबर छपी. मालिकों ने वेज बोर्ड लागू किए जाने के कैबिनेट के फैसले पर चिंता जाहिर करते हुए इसे चौथे स्तंभ पर संकट बताया है.

आज किरण को माफ़ करें, कल कनिमोझी को!

किरण बेदी कह रहीं हैं कि खुद को कष्ट देकर जो पैसे उन्होंने हवाई टिकटों से बचाए हैं, अब (पर्दाफ़ाश होने के बाद) वे वापिस कर देंगी. भाई लोग कह रहे हैं कि वे इंसान हैं और गलती चूंकि इंसान से हो ही सकती है और पैसे भी जब वे वापिस दे ही रहीं हैं तो किस्सा ख़त्म समझा जाना चाहिए. कुछ भाई लोगों को लगता है कि अब इसके बाद उनके इस बचत कर्मकांड के बारे में कुछ भी कहना अन्ना आन्दोलन को बदनाम करने की कोशिश है.

मुसलमानों को गुमराह और सहारा को बदनाम कर रहे हैं बर्नी

नेशनल काउन्सिल फॉर प्रमोशन ऑफ़ उर्दू मीडिया में एक संगोष्ठी के दौरान सहारा उर्दू अखबार के संपादक, अजीज बर्नी ने जो कुछ भी कहा वह एक सफेद झूठ है. उन्होंने इस बात से इनकार किया कि उनकी माफी जो सहारा उर्दू और हिन्दी अखबार में प्रकाशित किया गया था, वह उनके द्वारा नहीं लिखा गया था बल्कि यह सहारा के बड़े अधिकारी ने लिखा था. ऐसा कह कर वह मुस्लिम समुदाय के बीच अपनी खोई छवि हासिल करने की कोशिश कर रहे, साथ ही सहारा को बदनाम करने की कोशिश भी.

राष्‍ट्रीय सहारा पहुंचे कमलेश, टीवी100 से आसिफ-नीरज निकले

स्‍वतंत्र चेतना, गोरखपुर से कमलेश सिंह ने इस्‍तीफा दे दिया है. कमलेश यहां क्राइम रिपोर्टर थे. वे बीच के कुछ माह को छोड़कर पिछले बारह सालों से स्‍वतंत्र चेतना को अपनी सेवाएं दे रहे थे. इन्‍होंने अपनी नई पारी गोरखपुर में ही राष्‍ट्रीय सहारा से शुरू की है. इन्‍हें यहां भी क्राइम रिपोर्टर बनाया गया है. स्‍वतंत्र चेतना से ही करियर शुरू करने वाले कमलेश सिंह कुछ समय के लिए हिंदुस्‍तान के साथ भी जुड़े, परन्‍तु जल्‍द ही वापस स्‍वतंत्र चेतना लौट गए थे. कमलेश के जाने के बाद कुछ अन्‍य पत्रकार भी स्‍वतंत्र चेतना को झटका दे सकते हैं.

काली नहीं हुई लाइव इंडिया की दिवाली, सेलरी मिली

लाइव इंडिया 'लाइव' रहेगा कि नहीं, इसको लेकर संशय और रहस्‍य लगातार बरकरार है. दीप पर्व से एक दिन पहले सेलरी मिल जाने से यहां के कर्मचारियों की दिवाली काली होने से बच गई है. शूट बंद है. कर्मचारियों को पिक और ड्राप की सुविधा भी नहीं मिल रही है. किराए पर अपने साजो सामान, वाहन देने वाले अपने पैसे के लिए दवाब बनाए हुए हैं. वहीं लोगों का फोन ना उठाने तथा एसएमएस का जवाब ना देने वाले सुधीर चौधरी आफिस भले ही न आ रहे हों पर वे भी दीपावली धूमधड़ाके से मना रहे हैं. ऐसा उन्‍होंने खुद अपने ट्विटर पर लिख रखा है.

बीबीसी बंद करेगा इन हाउस मैगजीन ‘एरियल’

बीबीसी अपने कास्‍ट कटिंग योजना के अंतर्गत साप्‍ताहिक इन हाउस मैगजीन 'एरियल' का प्रकाशन बंद करेगी. अब यह पत्रिका दिसम्‍बर से ऑनलाइन उपलब्‍ध रहेगी. बीबीसी वेबसाइट पर पोस्‍ट एक ब्‍लॉग में संपादक कैनडिडा वाटसन, जो खुद अपना पद खो चुके हैं, ने लिखा है कि बचत कटौती की जद में यह पत्रिका आ चुकी है.

साहित्‍यकार डा. जगदीश पांडेय का निधन

पटना। बिहार हिन्दी साहित्य सम्मेलन, बिहार संस्कृत संजीवन समाज और दशाधिक साहित्यिक सांस्कृतिक संस्थाओं के अध्यक्ष डॉ. जगदीश पांडेय का सोमवार रात्रि 11 बजे एक निजी अस्पताल में निधन हो गया। वह 88 वर्ष के थे। उनके निधन से संपूर्ण साहित्यिक जगत में शोक की लहर दौड़ गयी। उनके पार्थिव शरीर को राजेन्द्रनगर स्थित मनोरमा भवन में मंगलवार को दर्शनार्थ रखा गया था जहां दिन भर साहित्यकारों और संस्कृतकर्मियों का तांता लगा रहा। उनका अंतिम संस्कार वाराणसी में किया जाएगा।

आगरा में गंदा हो गया है मीडिया का धंधा

: दिवाली में कइयों का निकाला दिवाला : आगरा में पत्रकारिता का हाल बहुत बुरा हो गया है। रहिमन तेरे देश में… जैसी हालत यहां के मीडिया में चल रही है। एक और जहां दिन प्रतिदिन आगरा के अंदर समाचार पत्रों की संख्‍या  बढ़ती जा रही हैं वहीं दूसरी ओर यहां की मीडिया के लोगों का स्‍तर भी गिरता जा रहा है। अपने अखबारों के लिए विज्ञापन जुटाने हेतु आगरा में पत्रकारों की एक बड़ी फौज खड़ी हो गयी हैं जो कि दिन भर विज्ञापन पार्टियों के पास पड़ी रहती हैं।

ईटीवी के चैनल प्रभारी सहित तीन जमानती वारंट से तलब

जयपुर। एसीजेएम (क्रम-आठ) अदालत ने पूर्व विधायक संयम लोढा के परिवाद पर प्रसंज्ञान लेते हुए ईटीवी न्यूज चैनल के प्रभारी जगदीश चन्द्र सहित तीन जनों को जमानती वारंट से तलब किया है। परिवाद में गलत खबरें प्रसारित कर पांच लाख रूपए मांगे जाने का आरोप लगाया गया है।

बड़े पत्रकार मनाएंगे दिवाली, स्ट्रिंगरों की रहेगी काली

: जनसंदेश चैनल, मौर्य टीवी, जीएनएन न्‍यूज, हमार टीवी, महुआ, आर्यन टीवी के कई स्ट्रिंगरों को नहीं मिला पेमेंट : केंद्र सरकार ने अखबार तथा एजेंसियों के पत्रकार तथा गैर पत्रकार कर्मचारियों के लिए गठित मजीठिया वेज बोर्ड की सिफारिशों को कुछ बदलाव के साथ मानकर दिवाली का तोहफा दिया है. पर स्ट्रिंगर के रूप में काम करने वाले पत्रकारों की कौन सुनेगा. जनसंदेश चैनल, मौर्य टीवी, महुआ न्‍यूज, जीएनएन न्‍यूज, हमार टीवी, आर्यन जैसे चैनलों को अपनी सेवा देने वाले अनेकों स्ट्रिंगरों को दिवाली पर बोनस मिलना तो दूर उनको मिलने वाला पेमेंट अब तक नहीं दिया गया है. नवदुनिया के पत्रकार भी प्रबंधन के रवैये दुखी हैं.

अखबारकर्मियों के धरने के सौ दिन पूरे, मीडिया जगत बेखबर

भारत के एक बड़े अखबार समूह के खिलाफ जारी धरने के 100 दिन 23 अक्टूबर, 2011 को पूरे हो गये। इस बीच धरना देते हुए छंटनीग्रस्त कर्मचारी और यूनियन के सहायक सचिव दिनेश कुमार सिंह की 10 सितम्बर, 2011 को उचित इलाज के बिना मौत हो चुकी है। कर्मचारी की मौत के बाद धरनार्थियों ने दिनेश की लाश के साथ टाइम्स ऑफ इंडिया, पटना के फ्रेजर रोड स्थित कार्यालय के मुख्य द्वार पर रोषपूर्ण प्रदर्शन किया।

पत्रकारों को तोहफा : मजीठिया वेतन बोर्ड की सिफारिशें मंजूर

नई दिल्ली : सरकार ने समाचार पत्रों एवं समाचार एंजेसियों के पत्रकारों एवं गैर पत्रकार कर्मचारियों को आज दिवाली का तोहफा देते हुये उनके लिये गठित मजीठिया वेतन बोर्ड की सिफारिशों को आज कुछ बदलावों के साथ मंजूर कर लिया जिससे उनके मूल वेतन में 30 प्रतिशत बढोतरी का मार्ग प्रशस्त हो गया है।

कोलकाता के हिंदी पत्रकारों की स्थिति खराब, खून पी रहा दैनिक जागरण

कोलकाता में हिंदी पत्रकारिता वैसे ही दुर्दिन में चल रही है, उस पर खुद को देश का नंबर एक अखबार बताने वाले दैनिक जागरण की हालत भी खराब हो गई है. जनसेवा के नाम पर पत्रकारिता की दुकानदारी चलाने वाला जागरण अब अपने पत्रकारों को ठीक से वेतन भी नहीं दे रहा है. पहले ही यहां के पत्रकारों से कम वेतन पर काम करवाया जा रहा है. दूसरे कुछ पत्रकारों को अपना तनख्‍वाह बाजार से ही उठाने का निर्देश दे दिया गया है. यानी विज्ञापन से लाओ चाहे मार्केट से किसी को ब्‍लैकमेल करके के उठाओ इससे जागरण को कोई मतलब नहीं है. 

मीडिया में जाने के दो ही रास्‍ते, जुगाड़ या फिर मोटी रकम वसूलने वाले मीडिया स्‍कूल

आदरणीय महोदय, मैंने अपने एक पत्रकार मित्र से आपके पोर्टल के बारे में लगभग एक साल पहले सुना और तब से घर रहने पर प्रतिदिन मैं इस पोर्टल को जरुर देखता हूँ. इस पोर्टल पर विज्ञापित कई समाचार पत्रों और चैनलों में रिपोर्टर के लिए आवेदन भी किया, किन्तु कहीं से कोई जवाब नहीं आया. यहाँ तक कि मैंने अपना रिज्यूमे आपको भी भेज कर आपसे सहायता की अपील की थी.

दैनिक पहुना और क्रांतिकारी संकेत में खुली जंग, एक दूसरे के कर्मचारी को तोड़ने की कोशिश

छत्‍तीसगढ़ के राजनांदगांव जिले के दो स्थानीय अखबारों के बीच प्रतिस्पर्धा अब जंग में तब्‍दील हो चुकी है। हाल में शुरू हुए दो रंगीन अखबार 'दैनिक पहुना' और 'क्रांतिकारी संकेत' में एक दूसरे को पीछे धकेलने की होड़ लगी हुई है। इससे पत्रकारों की भी बल्‍ले-बल्‍ले है। दोनों अखबारों के मालिक एक दूसरे के कर्मचारियों को तोड़कर अपने साथ शामिल करने की कोशिश में सारी हदें पार करने पर तुले हैं। इससे बड़े बैनर के अखबार के कर्मचारी भी अब अछूते नहीं रहे हैं।

मीडिया एक्‍शन फोरम के संयुक्‍त सचिव बने दीपाली भारद्वाज और तनेराज सिंह

राजस्थान मीडिया एक्‍शन फोरम के प्रदेश संयुक्त सचिव के पद पर जोधपुर की पत्रकार दीपाली भारद्वाज और बाड़मेर के तनेराज सिंह को नियुक्त किया गया है। राजस्थान मीडिया एक्शन फोरम की महासचिव शकुन्तला सरूपरिया ने बताया कि फोरम के अध्यक्ष अनिल सक्सेना ने प्रदेश के संयुक्त सचिव पद पर अभियान राजस्थान अखबार जोधपुर की प्रबंध संपादक दीपाली भारद्वाज और दैनिक मरू पत्रिका बाड़मेर के संपादक तनेराज सिंह को नियुक्त किया है।

अजीज बर्नी ने कहा संघ से उन्‍होंने नहीं मांगी माफी, उपेंद्र राय ने लिखा था माफीनामा

: जस्टिस काटजू की उपस्थिति में भिड़े उर्दू के दिग्‍गज पत्रकार : रविवार को नेशनल काउन्सिल फॉर प्रमोशन ऑफ़ उर्दू ने मीडिया में मुसलमानों की इमेज के बारे एक संगोष्ठी का आयोजन किया था. इसकी अध्यक्षता प्रेस क्‍लब ऑफ़ इंडिया के चेयरमैन जस्टिस मारकंडेय काटजू कर रहे थे. संगोष्ठी में उस समय बवाल हो गया जब डेली जदीद मेल के संपादक ज़फर आगा ने सभा में उपस्थित उर्दू सहारा के संपादक अज़ीज़ बर्नी की इस बात के लिए प्रशंसा करना शुरू कर दी कि वह मुस्लिमों के लिए अपने अखबार के द्वारा बहुत कुछ कर रहे हैं.

लखनऊ फिल्‍मोत्‍सव में दिखा स्त्रियों का प्रतिरोध संघर्ष

जन संस्कृति मंच के तत्वावधान में आयोजित चौथा लखनऊ फिल्म समारोह 21 अक्टूबर की शाम उप्र संगीत नाटक अकादमी के वाल्मीकि रंगशाला, लखनऊ में शुरू हुआ और 23 अक्टूबर तक चला। इस बार के लखनऊ फिल्म समारोह की मुख्य थीम ‘स्त्री संघर्ष और कला’ थी। फिल्म फेस्टिवल महिलाओं के संघर्ष पर बनी फिल्मों पर केन्द्रित रहा। फेस्टिवल में फिल्मों का चयन भी इसी थीम पर किया गया। फिल्म फेस्टिवल में महिला फिल्मकारों की फिल्मों को खास तौर पर शामिल किया गया था ताकि सिनेमा में महिला फिल्मकारों के योगदान को अलग से रेखांकित किया जा सके।

लो, एनडीटीवी भी करने लगा पेड न्यूज!

: 40 करोड़ रुपये लेकर साक्षी टीवी के जरिए भ्रष्टाचारी रेड्डी को बचाने में जुटा एनडीटीवी प्रबंधन? : भड़ास4मीडिया के एक पाठक ने बड़ा महत्वपूर्ण सवाल उठाया है. उन्होंने जो पत्र भेजा है, वह पेड न्यूज के बारे में बड़े फलक पर सोचने को मजबूर करता है. चुनाव आयोग कहता है कि पेड न्यूज सही नहीं है. न्यूज चैनलों को चुनाव से महीनों पहले पेड न्यूज और राजनीतिक विज्ञापन दिखाने पर रोक है. लेकिन अगर कोई बड़ा नेता पेड न्यूज वाला पैसा व विज्ञापन का पैसा किसी दूसरे को देने की जगह खुद का ही चैनल खोल ले और जमकर अपनी मार्केटिंग करने लगे तो भला कोई क्या कर लेगा.

संगमनगरी की फिजा में फैल गया ‘फ़ैज़’ का फ़ैज़

: हिंदी विश्‍वविद्यालय द्वारा आयोजित जन्‍मशती समारोह में जुटे दिग्‍गज साहित्‍यकार :  शहर इलाहाबाद और यहां की अदबी रवायत व गंगा-जमुनी तहज़ीब के लिए 22 व 23 अक्‍टूबर का दिन यादगार बन गया क्‍योंकि ‘हम मेहनतकश जगवालों से जब अपना हिस्‍सा मांगेंगे/ इक खेत नहीं देश नहीं, सारी दुनिया मांगेंगे,/ बोल की लब आजाद हैं तेरे…/ बोल की जां अब तक तेरी है…’ जैसी विश्‍व क्‍लासिक शायरी रचने वाले फ़ैज़ अहमद फ़ैज़ के जन्‍मशती के अवसर पर महात्‍मा गांधी अंतरराष्‍ट्रीय हिंदी विश्‍वविद्यालय, वर्धा व प्रगतिशील लेखक संघ के सहयोग से दो दिवसीय अंतरराष्‍ट्रीय समारोह का आयोजन किया गया, जिसमें पाकिस्‍तान, जर्मनी सहित भारत के नामचीन अदीबों ने विमर्श किया।

लोकमत के दीप भव के लोकार्पण पर जुटे मीडिया के दिग्गज

महाराष्ट्र के अग्रणी हिंदी दैनिक ‘लोकमत समाचार’ ने कला, साहित्य और पत्रकारिता के आकाश में नई उड़ान भरते हुए राष्ट्रीय राजधानी से अपनी नई वार्षिकी ‘दीप भव’ का शुभारंभ किया. इस मौके पर जहां लोकमत समाचार की नई पहल का स्वागत किया गया, वहीं कला और साहित्य के क्षेत्र में बढ़ते बाजारीकरण पर चिंता भी व्यक्त की गई.

जॉय चक्रवर्ती होंगे टीवी टुडे ग्रुप के नए सीईओ

जी इंटरटेनमेंट इंटरप्राइजेज लिमिटेड (जील) के एक्‍जीक्‍यूटिव डायरेक्‍टर पद से इस्‍तीफा देने वाले जॉय चक्रवर्ती टीवी टुडे ग्रुप में जी कृष्‍णन की जगह लेंगे. टीवी टुडे ग्रुप में उन्‍हें सीईओ बनाया गया है. टीवी टुडे ग्रुप के चेयरमैन अरुण पुरी अपने सहयोगियों को भेजे गए आंतरिक मेल में इसकी जानकारी दी है. पुरी ने मेल में बताया है कि जॉय च्रक्रवर्ती 1 दिसम्‍बर को अपना पदभार ग्रहण कर लेंगे.

विधायक का चमचा बना राजस्थान पत्रिका!

अजमेर के केकड़ी में राजस्थान पत्रिका पूर्ण रूप से विधायक का चमचा बन गया हैं। हालात यह हो गये हैं कि जिला कलक्टर, एसपी की बैठक में जमकर हंगामा होता हैं और अखबार में खबर तक नहीं छपती। यह सिर्फ इसलिये कि अगर खबर छपती तो विधायक जी की इमेज खराब हो जाती। पूरा वाकया यूं हुआ कि 21 अक्टूबर को पुलिस थाने में जिला कलक्टर और एसपी की मौजूदगी में सीएलजी की बैठक चल रही थी, जिसमें भाजपा के अध्यक्ष ने कांग्रेसी विधायक रघु शर्मा पर आरोप जड़ दिया कि उनके विधायक बनने के बाद क्षेत्र में एक भी विकास का कार्य नहीं हुआ।

राष्‍ट्रीय सहारा के पत्रकार मोहित श्रीवास्‍तव को पितृ शोक

राष्ट्रीय सहारा नोएडा के संपादकीय विभाग में कार्यरत वरिष्‍ठ पत्रकार मोहित श्रीवास्तव के पिता भगवान प्रसाद श्रीवास्तव का रविवार को उनके निवास स्थान मोहल्ला टूंडली (टूंडला) जिला फिरोजाबाद में आकस्मिक निधन हो गया। वह 66 वर्ष के थे। वे एयरफोर्स से सेवानिवृत्त होने के बाद से टूंडली में ही रह रहे थे। स्वर्गीय श्रीवास्तव के …

सन टीवी को स्‍पेक्‍ट्रम एवं टेलीफोन एक्‍सचेंज आवंटन मामले में सीबीआई ने मारन पर शिकंजा कसा

नई दिल्ली : पूर्व केंद्रीय मंत्री दयानिधि मारन की परेशानी और बढ़ती नजर आ रही है क्योंकि सीबीआई उनके परिवार से जुड़ी डीटीएच कंपनी सन डायरेक्ट को स्पेक्ट्रम तथा घर पर उच्च क्षमता वाली 300 टेलीफोन लाइनें आवंटित करने के मामले में उनकी भूमिका की पड़ताल कर रही है। आरोप हैं कि मारन ने यह दोनों कार्य मंत्री पद का दुरुपयोग करते हुए अपने भाई के स्‍वामित्‍व वाले टीवी चैनल को फायदा पहुंचाने के लिए किया गया था.

पोल खोलने वाला विकीलीक्‍स होगा बंद!

अमेरिकी कूटनीति की गोपनीय बातें इंटरनेट पर सार्वजनिक कर तहलका मचा देने वाली वेबसाइट विकीलीक्स बंद होने के कगार पर पहुंची. विकीलीक्स के संस्थापक जूलियन अंसाज के मुताबिक पैसे की कमी के चलते बेवसाइट बंद करने की नौबत आई. अमेरिका का गुस्सा झेल रहे विकीलीक्स के पास वेबसाइट चलाने के लिए पर्याप्त धन नहीं बचा है. संस्थापक जूलियन असांज की कानूनी अड़चनें भी बढ़ती जा रही हैं.

राजस्‍थान में खुलेगा पत्रकारिता विश्‍वविद्यालय

 राजस्थान के मुख्यमंत्री और ‘पिंक सिटी प्रेस क्लब’के मानद सदस्य अशोक गहलोत ने सोमवार को कहा है कि राजस्थान में पत्रकारिता विश्वविद्यालय खोलने की संभावना तलाशी जाएगी.‘पिंक सिटी प्रेस क्लब’की बीसवीं वर्षंगाठ पर आयोजित समारोह में गहलोत ने कहा कि देश में राजस्थान की पत्रकारिता की अलग पहचान है. आजादी के आन्दोलन में भी राजस्थान के पत्रकारों ने महती भूमिका निभाई उन्हें भूला नहीं जा सकता है.

पत्रकारों के लिए पांचवां सबसे खतरनाक है यह देश

पत्रकारों के लिए विश्व में मैक्सिको पांचवां सबसे खतरनाक स्थान है। संयुक्त राष्ट्र और ऑर्गनाइजेशन ऑफ अमेरिकन स्टेटस की संयुक्त रिपोर्ट के मुताबिक, मैक्सिको में वर्ष 2000 से अब तक कुल 70 पत्रकारों की हत्या हो चुकी है। रिपोर्ट के मुताबिक, मैक्सिको में 2011 में ही अब तक 13 पत्रकार अपनी जान गंवा चुके हैं। पत्रकारों की हत्या के पीछे जहां बहुत सारी वजहें हैं। सबसे प्रमुख कारण मादक द्रव्य तस्करों के बीच खूनी हिंसा है।

शराब पीकर महिलाओं से तेल लगवाते हैं स्वामी चिन्मयानंद

साध्वी चिदर्पिता के जीवन में कुछ भी सामान्य नहीं रहा है. इसलिए मुझे उनके बारे में कुछ जानने की उत्सुकता रहती है और जब भी समय मिलता है, तभी उनकी आत्मकथा सुनने बैठ जाता हूं। उनके जीवन के बारे में जैसे-जैसे पता चलता जाता है, वैसे-वैसे उत्सुकता व सवाल और बढ़ते जाते हैं, लेकिन वह एक-एक सवाल का पूरी ईमानदारी से जवाब देती रहती हैं। प्रत्येक जवाब सुनने के बाद मेरे दिमाग में विस्फोट से होने लगते हैं। अगर आप इस सबसे अब तक अनभिज्ञ होंगे, तो यह सब पढ़ कर आप भी स्तब्ध रह ही जायेंगे।

रहस्‍यमय आकृति से गोरखपुर के पुलिस लाइन में सनसनी

: राष्‍ट्रीय सहारा और अमर उजाला ने खबर छापकर दहशत और बढ़ाया : गोरखपुर के पुलिस लाइन में सनसनी फैली हुई है. एक युवक के मोबाइल में अनायास ही एक ऐसी तस्‍वीर खींच गई है, जिसे लोग प्रेत-भूत-आत्‍मा-चुड़ैल मानकर दहशत में हैं. अब हाल यह है कि शाम होते ही बच्‍चे घरों में कैद होने लगे हैं और महिलाओं ने रात में निकलना बंद कर दिया है. इस खबर को राष्‍ट्रीय सहारा और अमर उजाला ने प्रकाशित कर माहौल को और अधिक डरावना बना दिया है. इसके बाद से नई-नई बातें और चर्चाएं सामने आने लगी हैं और डर-भय का दायरा बढ़ने लगा है.

बरखा एनडीटीवी ग्रुप एडिटर, सोनिया एडिटोरियल डाइरेक्‍टर

नीरा राडिया प्रकरण में हुए छीछालेदर को दरकिनार करते हुए एनडीटीवी मैनेजमेंट ने बरखा दत्‍ता को प्रमोट करके ग्रुप एडिटर बना दिया है. शीर्ष स्‍तर पर हुए दो प्रमोशनों में सोनिया सिंह को एडिटोरियल डाइरेक्‍टर बनाया गया है. एनडीटीवी ने ग्रुप को और जिम्‍मेदार बनाने के लिए एडिटोरियल बोर्ड और एथिक्‍स कमिटी का भी गठन किया है, जिसका अध्‍यक्ष क्रमश: बरखा दत्‍त और सोनिया सिंह को बनाया गया है.

तीज-त्‍यौहार और साहित्‍यकर्म

हर साल दीवाली जैसे-जैसे नजदीक आती है… अपने शहर की पत्रिकाओं की दुकान याद आने लगती है… इसलिए नहीं कि वहां हर साल दीपावली खास दीयों की रोशनी में मनाई जाती थी… इसलिए भी नहीं कि वहां दीपावली पर पत्रिकाओं और किताबों की खरीद पर खास छूट मिलती है… पत्रिकाओं की वह दुकान इसलिए याद आती थी कि तब पत्रिकाओं के दीपावली विशेषांकों की बाढ़ रहती थी… हर पत्रिका के दीपावली विशेषांक में एक से बढ़कर एक रचनाएं… लेखों का खजाना… क्या नहीं रहता था।

”गांधी ऑफ द मंथ” हिंदी में हो रही डब, हार्वी काइटेल निभा रहे मुख्‍य भूमिका

जब भी कोई अमरीकी या ब्रिटिश अभिनेता या निर्देशक भारत में बन रही किसी फिल्म पर काम करता है, वह बड़ी खबर बनती है. बोलती फिल्मों के शुरू होने के बाद यह परंपरा लगभग ख़त्म हो गयी थी लेकिन अस्सी के दशक के शुरुआती वर्षों में रिचर्ड एटनबरो ने गाँधी फिल्म बनाकर इस रिवाज़ को बहुत ही धमाकेदार तरीके से ताक़त दी. गांधी फिल्म को बहुत सारे आस्कर अवार्ड मिले थे. उसके बाद इस श्रेणी की फिल्मों में स्लमडाग मिलेनियर का नाम लिया जा सकता है. हालीवुड की फ़िल्मी दुनिया और भारत के सबंधों में ताज़ा घटना अमरीकी अभिनेता हार्वी काइटेल की नई फिल्म को लेकर है.

सुब्रत रॉय की रहस्यमय दुनिया के इर्दगिर्द कसता जा रहा है फंदा

हाल ही में एक घोषणा की वजह से दुनिया चौंक उठी. सहारा इंडिया फाइनेंशियल कॉर्पोरेशन लि. (एसआइ-एफसीएल) के जारी किए एक अखबारी विज्ञापन में कहा गया था कि कंपनी के पास जून, 2011 तक 73,000 करोड़ रु. की जमा इकट्ठी हो चुकी थीं. किसी गैरबैंकिंग संस्थान के लिए यह असामान्य रूप से बड़ी रकम है, जिससे पता चलता है कि कैसे सहारा सुप्रीमो सुब्रत रॉय बड़े अधिग्रहणों में पैसा लगाते आए हैं.

यूएनआई के पूर्व पत्रकार जेएल रैना का निधन

यूएनआई के लिए काम कर चुके जानेमाने कश्‍मीरी पत्रकार जेएल रैना का पुणे स्थित निवास पर रविवार की रात निधन हो गया. वे 70 साल के थे. वे अपने पीछे पत्‍नी और तीन पुत्रों का भरा पूरा परिवार छोड़ गए हैं. वे मूल रूप से दक्षिण कश्‍मीर के फुलवामा जिले के मुरन गांव के रहने …

तहलका और द वीक को संयुक्‍त रूप से आईपीआई पुरस्‍कार

जर्नलिज्‍म के क्षेत्र में 2011 में किए गए उत्‍कृष्‍ट रिपोर्टिंग के लिए साप्ताहिक पत्रिका तहलका और द वीक को संयुक्त रूप से इंटरनेशनल प्रेस इंस्टीट्यूट (आईपीआई) इंडिया पुरस्कार से नवाजा गया है। आईपीआई के इंडियन चैप्टर की ओर से जारी प्रेस विज्ञप्ति के मुताबिक तहलका को कर्नाटक में श्रीराम सेना के 'रेंट ए राइट' तरीके को उजागर करने के कारण इस पुरस्कार से नवाजा गया है।

भारत की पहली इसाई संत अन्‍ना मुत्‍ताथुपाडिथु अल्‍फोंसा

: कष्‍टों को ईश-प्रसाद में बदल डाला : जैसे गेहूं की खेती होती है, फिर उसे काट कर गेहूं निकाला जाता है और फिर उसका आटा तैयार कर हम अपनी भूख शांत करते हैं। या फिर जैसे अंगूर की बेल से उसके फल तोड़कर उसकी उम्‍दा शराब बनाते हैं जो हमें प्रसन्‍न और मस्‍त कर देती है, ठीक वैसे ही इस शरीर के कष्‍ट हमें वह नायाब शराब का नशा देती है जिसे हम ईश्‍वर कहते हैं। दर्द से तड़पते और जीवन से हार चुके लोगों के लिए किसी के इन शब्‍दों का माखौल बनाया जा सकता है, लेकिन जब यह बात एक ऐसी महिला कहे, जो जीवन-पर्यंत केवल दारूण दुख को ही ईश्‍वर का वरदान मानती रही हो, तो बात गंभीर हो जाती है।

दाहिने हाथ का जख्म

: उपन्यास अंश : बडा मनहूस है इस बार का इलेक्शन. ठीक पहले सूखा पडा. गांव में १६ आना धान किसी को नहीं है. आधे लोगों का आठ आना धान मराता खाता चला गया. धान की बालियां बरछी की तरह खडी हैं. चंवर ने नहीं सम्हाला होता तो गांव के ज्यादातर किसान परदेस भागने पर मजबूर हो जाते. लोग सोच रहे हैं बखार कितनी भरेगी, कै महीने तक मिलेगा भात. अगर बेटा मनीआडर नहीं भेजा तो क्या होगा?…… इसी में लोग घर-घर घूमकर वोट मांग रहे हैं.

स्‍वतंत्र भारत की खबरें चोरी कर छाप रहा शेखर टाइम्‍स!

शाहजहांपुर से प्रकाशित शेखर टाइम्‍स लखनऊ से प्रकाशित स्‍वतंत्र भारत की खबरों को काफी समय से चोरी करके छाप रहा है। शेखर टाइम्‍स के प्रकाशन के अवसर पर तमाम दावे किए गए थे जो हवाई साबित हुए हैं। जिले में ही कई स्‍थानों पर रिपोर्टर नहीं हैं। इस कारण चोरी की खबरों से काम चलाया जा रहा है। गौरतलब है कि शेखर टाइम्‍स के संपादक सरदार शर्मा पहले स्‍वतंत्र भारत के शाहजहांपुर ब्‍यूरो प्रमुख थे।

वीर अनशनकारियों का देश : कई करते हैं, कुछ कराते हैं

अन्ना हजारे से नाराज हमारे महान नेताओं और मंत्रियों को इस बात पर घोर आपत्ति है कि केवल 12 दिन भूखे रह कर एक मामूली आदमी जननायक बन गया जबकि वर्षों से देश सेवा में जी-जान से जुटे नेताओं और मंत्रियों को कोई भाव नहीं दे रहा है, जिनकी बदौलत देश के लाखों गरीब, मजदूर और किसान वर्षों आमरण अनशन कर रहे हैं। अन्ना का अनशन तो 12 दिन में ही खत्म हो गया लेकिन देश के नेताओं के कारण लाखों लोग महीनों-वर्षों तक आमरण अनशन कर रहे हैं और कई तो अपने अनशन के प्रति इतने समर्पित होते हैं कि वे भूख के कारण स्वर्ग सिधार जाते हैं, लेकिन अपना अनशन नहीं तोड़ते, लेकिन इन्हें कोई महत्व नहीं दे रहा है।

आंकड़े हैं तो आंकड़ेबाज हैं, इसी से ये सब सरकार हैं

: हास्य-व्यंग्य : आंकड़ों के देश में : कभी रहे होंगे हम कृषि-प्रधान देश के नागरिक अब तो हम बाकायदा आंकड़ा-प्रधान देश की आंकड़ेबाज सरकार के आंकड़ामुखी नागरिक हैं। नागरिक भी क्या सिर्फ आंकड़ा ही हैं। गरीबी की रेखा के नीचे का आंकड़ा या गरीबी की रेखा के ऊपर का आंकड़ा। आंकड़े हमारी पहचान हैं। हमारे लोकतंत्र की शान हैं। हमारी सरकार और विपक्ष दोनों के प्राणों के प्राण हैं- आंकड़े। आंकड़ों के बल पर सरकार सीना फुलाती है। आंकड़ों की दम पर प्रतिपक्ष सरकार को ललकारता है।

बिहार में इंडिया न्यूज के स्ट्रिंगर को मंत्री ने धमकाया

बिहार के औरंगाबाद से सूचना है कि इंडिया न्यूज में कार्यरत स्ट्रिंगर धीरज पांडेय को बिहार के सहकारिता मंत्री और क्षेत्रीय विधायक रामाधार सिंह ने फोन कर उल्टी-सीधी बातें कहीं और धमकी दी. मंत्री महोदय एक खबर दिखाए जाने से नाराज थे. घटना 21 अक्तूबर की है. इस दिन धीरज द्वारा भेजी गई एक खबर इंडिया न्यूज चैनल पर दिखाई गई.

गाजीपुर के पत्रकारों ने आश्वासन मिलने पर धरना स्थगित किया

गाजीपुर। जिला प्रशासन के वरिष्ठ अधिकारियों द्वारा कार्यवाही के लिए समय मांगने पर पत्रकारों ने अपना धरना 9 नवम्बर तक के लिए स्थगित कर दिया। धरनास्थल पर पहुंचे अधिकारियों ने अब तक की गयी कार्यवाही से पत्रकारों को अवगत कराया। प्रशासन के रवैये में आये परिवर्तन और अपर जिलाधिकारी भोला नाथ मिश्र के द्वारा ठोस कार्यवाही के आश्वासन पर आन्दोलन स्थगित करने का निर्णय लिया गया।

हिंदुस्तान में एक का तबादला, दो लोग शुरू करेंगे नई पारी

अखबारों से जुड़े तीन लोगों के इधर-उधर होने की सूचनाएं हैं. चर्चा है कि अमर उजाला, अलीगढ़ के सरकुलेशन और विज्ञापन मैनेजर द्वय क्रमशः दुष्यंत पराशर और मनोज शर्मा ने इस्तीफा दे दिया है. इन लोगों के बारे में बताया जा रहा है कि ये हिंदुस्तान अखबार के साथ जुड़ रहे हैं. बहुत संभव है इन्हें मुरादाबाद में लांच हो रहे हिंदुस्तान अखबार के संस्करण के लिए नियुक्त किया जा रहा हो.

अब्बा के सामने जो दर्द था, वो आज भी है : सलीमा हाशमी

: फ़ैज़ एकाग्र समारोह में पाकिस्‍तान, जर्मनी सहित भारत के साहित्‍यकारों ने किया विमर्श : इलाहाबाद : शहर इलाहाबाद और यहां की अदबी रवायत व गंगा-जमुनी तहजीब के लिए रविवार का दिन यादगार बन गया। मशहूर नज्‍म, कविता व शायरी रचने वाले रचनाकर्मी फ़ैज़ अहमद फ़ैज़ के जन्‍मशती के अवसर पर महात्‍मा गांधी अंतरराष्‍ट्रीय हिंदी विश्‍वविद्यालय, वर्धा व प्रगतिशील लेखक संघ के सहयोग से इलाहाबाद संग्रहालय के पंडित ब्रजमोहन व्‍यास सभागार में फ़ैज़ एकाग्र पर दो दिवसीय (दिनांक 22 एवं 23 अक्‍टूबर) अंतरराष्‍ट्रीय समारोह के दूसरे दिन फ़ैज़ की बेटी सलीमा हाशमी, शमीम फ़ैज़ी की संयुक्‍त अध्‍यक्षता में फ़ैज़: गद्य के हवाले से ‘बोल कि लब आज़ाद हैं तेरे’ पर आधारित अकादमिक सत्र में शाहिना रिज़वी, अबू बक़र आज़ाद, अजीजा बानो ने बतौर वक्‍ता के रूप में वैचारिक विमर्श किया।

मनोरंजन चैनल के मार्केटिंग हेड के घर चोरों का धावा

दिल्ली : ईस्ट डिस्ट्रिक्ट के मधु विहार और कल्याणपुरी इलाके में बदमाश दो घरों से लाखों की नकदी और आभूषणों पर हाथ साफ करके फरार हो गए। पहली वारदात को बदमाश ने एक एंटरटेनमेंट टीवी चैनल की मार्केटिंग हेड के फ्लैट में अंजाम दिया , वहीं दूसरी घटना कल्याणपुरी के एक मकान में हुई। पुलिस ने केस दर्ज कर तफ्तीश शुरू कर दी है।

Keep media out of lokpal purview, says Editors Guild

The Editors Guild of India on Friday favoured keeping the media out of the purview of the proposed anti-corruption watchdog, the Lokpal. A three-member team of the apex body of editors, which appeared before the parliamentary panel examining the Lokpal bill, stated that media in the country was broadly a "private body" and could not be covered by the anti-corruption watchdog.

नया भड़ास4मीडिया, पुराना भड़ास4मीडिया… बदलाव जारी है

सच्चाई और बेबाकी का पर्याय बन चुका भड़ास4मीडिया अब नए अवतार में प्रकट हो रहा है. बेहद सीमित संसाधनों के बावजूद समय के साथ इन्नोवेशन की अपनी रवायत के तहत हम लोग टेक्नालजी और लेआउट के स्तर पर आधुनिकतम ट्रेंड को अपना रहे हैं. नए सर्वर पर साइट को शिफ्ट किया जा रहा है. नए टेंपलेट-नए लेआउट को अपनाया जा रहा है.

Media and issues of responsibility

The Indian media display certain defects. These should ideally be addressed and corrected in a democratic manner. But if the media prove incorrigible, harsh measures may be called for. The time has come when some introspection by the Indian media is required. Many people, not only those in authority but even ordinary people, have started saying that the media have become irresponsible and wayward, and need to be reined in.

पत्रकार पर भड़के बाबा रामदेव

बाबा रामदेव इस समय भ्रष्टाचार और कालेधन के ख़िलाफ़ स्वाभिमान यात्रा पर हैं। लेकिन एक पत्रकार ने जब उनके ऊपर लगे काला धन जमा करने के आरोप के बारे में सवाल किया, तो बाबा उस पत्रकार पर भड़क उठे। लेकिन अचानक उन्हें ध्यान आया कि उनके इस बयान से भारी बवाल खड़ा हो सकता है, तो बाबा ने उसे प्यार से झिड़कने नाटक किया।

हत्या के प्रयास में न्यूज चैनल का पत्रकार गिरफ्तार

: कोर्ट में पेशी के बाद 14 दिन की न्यायिक हिरासत : गुड़गांव : गुड़गांव के सेक्टर-10 ए पुलिस ने एटूजेड नामक एक न्यूज चैनल के एक पत्रकार पर हत्या के प्रयास व प्रॉपर्टी को नुकसान पहुंचाने का मामला दर्ज किया है। आरोप है कि पत्रकार ने अपने गांव के ही एक युवक को अपनी पजेरो गाड़ी से कुचलने का प्रयास किया। इतना ही नहीं, पत्रकार ने अपनी गाड़ी से युवक की बाइक को क्षतिग्रस्त कर दिया। पुलिस ने आरोपी पत्रकार को शुक्रवार देर शाम गिरफ्तार कर लिया। उसे शनिवार को कोर्ट में पेश किया गया जहां से उसे 14 दिन की न्यायिक हिरासत में जेल भेज दिया गया। पुलिस मामले की जांच कर रही है। पुलिस ने पजेरो गाड़ी व बाइक अपने कब्जे में ले ली है।

भोंडी अभिव्यक्ति को दंडित करने के क़ानूनी प्रावधानों का इस्तेमाल करें

: अभिव्यक्ति की आज़ादी बनाम मौन व्रत : प्रशांत भूषण के साथ हुए हालिया घटनाक्रम के बाद अन्ना हजारे का मौन अनशन पर चले जाने का असली निहितार्थ यूं तो अन्ना ही बता सकते हैं, लेकिन जितना उन्होंने मौन पर जाने से पहले कहा वो भी अभिव्यक्ति की स्वतंत्रता बनाम वाणी की उच्छृंखलता का फर्क करने को काफी है. अन्ना ने कहा कि ‘कुछ दिन मौन रहकर हम उर्जा ग्रहण कर सकते हैं.’ यानी मौन भी अभिव्यक्ति का चरम ही है. शायद उनका इशारा यही रहा हो कि बात-बात मुंह खोलने या जहर उगलने से ज्यादा बेहतर मौन है. जब रहीम ‘निजमन की व्यथा मन ही राखो गोय, सुन अठिलैहे लोग सब बांट न लईहे कोई’ कहते हैं तो वे भी बोलने की आज़ादी को प्रतिबंधित नहीं करते बल्कि आशय यह होता है कि निजी कुंठाओं को सार्वजनिक प्रदर्शन की वस्तु बना देना उचित नहीं. ऐसा दुःख जो वास्तव में दुःख हो और जिसे सुना कर तकलीफ को बांटा जा सके उसे ही व्यक्त करने की तरफ इशारा किया होगा रहीम ने भी.

पांच दिनों से शराब छोड़े एक शराबी का सुबह के वक्त संक्षिप्त प्रवचन

मेरे एक मित्र हैं. नाम नहीं बताऊंगा. बस इतना बताऊंगा कि वे भी मेरी तरह दर्जनों बार मदिरा त्याग करने की कसम खा चुके हैं. और, वे भी मेरी तरह मदिरा पान करते हुए पीने की मात्रा का अक्सर आकलन नहीं कर पाते जिस वजह से वह 'अति मदिरा सेवन' नामक बीमारी से ग्रस्त हो जाते और इसके कारण तरल पदार्थ भारी मात्रा में उदरस्थ करते हुए काफी देर बाद खुद बिस्तर पर अस्त हो जाते.

धोखेबाज पत्रकार को सजा दिलाने के लिए विधवा की अपील

: इन्दौर की घटना : पत्रकार का नाम है सतीश जोशी : इन्दौर की एक विधवा महिला ने इन्दौर के धोखेबाज पत्रकार सतीश जोशी को सजा दिलाने के लिए अपील जारी की है. यह अपील पूरे पत्रकारिता जगत में चर्चा का केन्द्र बनी हुई है. अपील जारी करने वाली महिला का नाम इंदिरा राठौर है. उनके पति मोहनलाल राठौर का देहांत हो चुका है. इंदिरा इन्दौर की निवासी हैं. लिखित अपील की दूसरी तरफ नोटरी द्वारा सत्यापित शपथ पत्र लगाया गया है ताकि अपील की विश्वसनीयता पर कोई संदेह नहीं रहे. हम यहां पर इस अपील को जस की तस प्रस्तुत कर रहे हैं…

दिवाली : रावण के दीये में ज्यादा तेल

जलाओ दीये पर रहे ध्यान इतना अंधेरा धरा पर कहीं रह न जाये। पूरी धरती से अंधेरा मिट जाये, ऐसी महत कल्पना कोई आदर्शकामी कवि मन ही कर सकता है लेकिन अंधेरा और घना न हो, कम हो, इतना तो सभी चाहते हैं। मगर केवल चाहने भर से कुछ नहीं होता। चाहने भर से सूरज नहीं उगा करता, उसे उगाना होता है। चाहने भर से नदियां अपनी धारा नहीं बदलतीं, उन्हें मोड़ना होता है। चाहने से नहीं, करने से कुछ भी हो सकता है, सब कुछ हो सकता है। हम हर साल दीवाली मनाते हैं, दीये जलातें हैं।

इक खेत नहीं, देश नहीं, सारी दुनिया मांगेंगे…

: नामवर ने किया फ़ैज़ की जन्‍मशती पर दो दिवसीय अंतरराष्‍ट्रीय समारोह का उद्घाटन : इलाहाबाद : ''हम मेहनतकश जगवालों से जब अपना हिस्‍सा मांगेंगे, इक खेत नहीं देश नहीं, सारी दुनिया मांगेंगे…'' तथा ''बोल की लब आजाद हैं तेरे… बोल की जां अब तक तेरी है..'' जैसी मशहूर नज्‍म, कविता व शायरी रचने वाले रचनाकर्मी फ़ैज़ अहमद फ़ैज़ के जन्‍मशती के अवसर पर महात्‍मा गांधी अंतरराष्‍ट्रीय हिंदी विश्‍वविद्यालय, वर्धा व प्रगतिशील लेखक संघ के सहयोग से दो दिवसीय (दिनांक 22 एवं 23 अक्‍टूबर) अंतरराष्‍ट्रीय समारोह के उद्घाटन सत्र की अध्‍यक्षता करते हुए विवि के कुलाधिपति व हिंदी के शीर्ष आलोचक नामवर सिंह ने कहा कि फ़ैज़ ने इन्‍कलाब और इश्‍क पर शायरी लिखी। वे मध्‍यम आवाज में क्रांति की आवाज देते थे।

कवरेज कर लौट रहे दैनिक जागरण के पत्रकार को गोली मारी

सहरसा : बिहार में दैनिक जागरण के एक पत्रकार को अपराधियों द्वारा गोली मार दिए जाने की खबर है. विज्ञापन के दम पर सुशासन का ढोल पीटने वाले दैनिक जागरण के पत्रकार को खुद 'कुशासन' का सामना करना पड़ा है. दैनिक जागरण' से जुड़े बनमा ईटहरी के पत्रकार राकेश रंजन को शुक्रवार को दिनदहाड़े अपराधियों ने गोली मारकर जख्मी कर दिया.