नई दिल्ली । आईआरएस की वर्ष 2012 की पहली तिमाही के परिणामों में दैनिक ‘हिन्दुस्तान’ ने भारतीय समाचारपत्रों में नंबर-2 की अपनी स्थिति को और भी मजबूत कर लिया है। अखबार की कुल पाठक संख्या अब 3.84 करोड़ हो गई है जो वर्ष 2011 की पहली तिमाही के मुकाबले 17.60 लाख की वृद्धि दर्शाती है। पिछले चार सालों से ‘हिन्दुस्तान’ नए पाठकों को लगातार जोड़ता रहा है। आईआरएस के पिछले 14 दौर में हर बार पाठक संख्या में वृद्धि ने ‘हिन्दुस्तान’ को देश का सर्वाधिक तेजी से बढ़ता ऐसा अखबार बना दिया है जिसने सबसे अधिक पाठकों को अपने साथ जोड़ा।
यह बढ़त अखबार के आक्रामक विस्तार कार्यक्रम से संभव हो सका जिसके कारण पूरे उत्तर प्रदेश और उत्तराखंड को कवर कर रहे 12 संस्करण हैं। नवंबर 2011 में अलीगढ़ और फरवरी 2012 में मुरादाबाद संस्करणों की शुरुआत के साथ वृद्धि का यह सिलसिला बरकरार है। ‘हिन्दुस्तान’ ने 47.94 लाख (एआईआर) दैनिक पाठक संख्या के साथ बिहार में अपनी स्थिति को और भी मजबूत कर लिया है और वह इस राज्य में निर्विवाद रूप से अग्रणी बना हुआ है। बिहार में ‘हिन्दुस्तान’ की पाठक संख्या भागीदारी 82% है जो किसी भी राज्य में एक दैनिक द्वारा हासिल सर्वाधिक पाठक संख्या हिस्सेदारी है- यह इसे तेजी से बढ़ती अर्थव्यवस्था में पाठकों तक पहुंचने का एकमात्र मीडिया विकल्प बनाता है।
झारखंड के पाठकों की संख्या में 67% हिस्सेदारी के साथ ‘हिन्दुस्तान’ इस राज्य में भी स्पष्ट अग्रणी है। पिछले एक साल के दौरान ‘हिन्दुस्तान’ ने यहां 5 लाख से अधिक पाठक जोड़े। अपने निकटतम प्रतिद्वंद्वी पर ‘हिन्दुस्तान’ की बढ़त 12.83 लाख से अधिक है। दिल्ली में 21.07 लाख की कुल पाठक संख्या के साथ ‘हिन्दुस्तान’ नं.-2 की अपनी स्थिति पर मजबूती से बना हुआ है।
हिंदुस्तान अखबार में प्रकाशित खबर
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