आम चुनाव के पहले कई चैनल कुकुरमुत्तों की तरह उगे और चुनाव खतम होने से पहले ही धराशायी हो गए. कुछ चैनल तो लंबे समय से लांच होने की तैयारी में हैं. इन चैनलों की मंशा थी कि चुनाव में पेड न्यूज और विज्ञापन के रूप में मोटी रकम पीट लेंगे, लेकिन इनकी सारी योजना चुनाव आयोग की कड़ाई और कमजोर टीमों के चलते धराशायी हो गई. मौसमी बुखार की तरह बाजार में आने वाले ये चैनल अब तक लांच नहीं हो पाएं हैं, जबकि इनको लेकर ढिंढोरा बहुत पीटा गया. ऐसा ही एक चैनल है न्यूज30.
नाम बड़े और दर्शन छोटे की तर्ज पर यह चैनल पिछले चार-पांच महीनों से लखनऊ और देहरादून में चर्चा का विषय बना हुआ है. अपने को बड़े तीरंदाज मानने वाले रिपोर्टर और कैमरामैन भी इस टीम से जुड़े लेकिन यह चैनल टेकऑफ ही नहीं कर पाया. राजकुमार सिंह चैनल के यूपी हेड हैं.
चैनल से जुड़े लोग रोजना चैनन लांच होने की बता कह रहे हैं, लेकिन चैनल प्रबंधन है कि चैनल लांच ही नहीं कर पा रहा है. चैनल को चुनाव से पहले लांच करके रकम वसूलने और जुटाने की योजना थी, जो खटाई में पड़ गई है. यूपी में पहले चरण का चुनाव भी निपट गया है. ऐसे में अब प्रबंधन भी इस चैनल को लांच करने की जल्दबाजी नहीं कर रहा है. चैनल के लांच ना होने से परेशान वे लोग हैं जो ठीक ठाक चैनल छोड़कर न्यज30 से जुड़ गए हैं. हालांकि चैनल से कुछ लाइजनर टाइप पत्रकारों को भी जोड़ा गया, परंतु चैनल लांच नहीं होने के चलते इन लोगों की सारी योजनाएं टांय-टांय फिस्स हो गई.
न्यूज30 मैनेजमेंट से जुड़े लोगों का कहना है कि चैनल को चुनाव के पहले ही लांच करने की योजना थी, लेकिन कुछ दिक्कतों के कारण यह ऑन एयर नहीं हो पाया. चुनाव शुरू हो जाने के चलते अब प्रबंधन इतनी जल्दी में नहीं है. चैनल अब चुनाव के बाद ही लांच किए जाने की संभावना है.