शाहजहाँपुर(उप्र), 21 अप्रैल। इमरोज़ होटल, कच्चा कटरा, में एक प्रेस कांफ्रेंस में बोलते हुए हाजी मोहम्मद असलम खां वारसी ऐडवोकेट ने बताया कि भारत के हाजियो के साथ हज के समय बहुत नाइंसाफी, हक्तल्फी, बेमानी होती थी। पैसा होटलो में रोकने का लिया जाता लेकिन उन्हे पुरानी खस्ता हाल इमारतों में रोका जाता था। जबकि दुनीया भर के हाजी होटलो में रुकते है। इसके खिलाफ एक जनहित याचिका हाईकोर्ट इलाहबाद में दायर की गयी थी। याचिका पर हाई केर्ट ने फैसला दिया है कि भारत के हाजियो को वही सहूलियतें दी जाएं जो और मुल्को की हज कमेटी के ज़रिये जाने वाले हाजियो को मिलती है।
काफी लम्बे समय से भारत से जाने वाले हाजियो के साथ ये अन्याय हो रहा था। पूरे मुल्क के हाजियो की लड़ाई हाजी मोहम्मद असलम खां वारसी ऐडवोकेट के लड़ने व कामयाब होने पर शहर के ज़िम्मेदार लोगो ने हाईकोर्ट के फैसले का स्वागत करते हुए उन्हे मुबारकबाद दी जिनमें अकील अहमद (प्रिंसिपल G.F. College), सय्यद काज़ी मसूद (काज़ी शहर झन्डा कलां) शाहजहाँपुर, हाजी मलक आसिफ खां (सिंजई, शाहजहाँपुर), डॉ. हुसैन अहमद आज़म (मज़मून निगार और शायर ऐवार्ड प्राप्त उर्दू एकैडमी पटना बिहार), मशहूद हसन खां ऐडवोकेट (पूर्व अध्यच्छ बार कौंसिल शाहजहाँपुर), सय्यद डॉ. अनवार (हड्डी रोग विशेषग), सय्यद ज़ुबैर अब्दुल क़ादिर (प्रिंसिपल इस्लामिया इंटर कालेज), हाफिज़ मोहम्मद इज़हार खां आदि थे।
एडवोकेट हाजी मोहम्मद असलम खां वारसी से #9936941007 पर संपर्क किया जा सकता है।