इंदौर। दैनिक भास्कर समूह का इंग्लिश अख़बार डीएनए 29 अप्रैल को बंद होने जा रहा है। ऐसे में 54 कर्मचारियों के सामने आर्थिक संकट खड़ा हो गया है। डीएनए के अचानक बंद करने का कारण स्पष्ट रूप से सामने नहीं आया है। सूत्रों के अनुसार हाल ही में सुप्रीम कोर्ट द्वारा मजीठिया लागु किया जाना इसका भी एक कारण हो सकता है।
डीएनए इंदौर की शुरुवात जून 2011 में हुई थी। पिछले महीने ही करीब 20 से अधिक कर्मचारियों ने विभिन्न विभागों में जॉइनिंग की थी, जिसमे भोपाल, जयपुर, दिल्ली और बेंगलुरु के लोग शामिल है। कुछ लोग तो भास्कर मैनेजमेंट को देखते हुए परिवार सहित इंदौर में बस गए थे और कुछ किसी तरह किराये के मकान में रहकर गुजर बसर कर रहे थे। ऐसे में डीएनए इंदौर का बंद होना यहाँ के कर्मचारियों के भविष्य के लिए चिंता का विषय है। यहाँ के कर्मचारियों में भास्कर मेजमेंट के प्रति भरी आक्रोश है।
सूत्रों के अनुसार डीएनए के जयपुर और अहमदाबाद संस्करण भी बंद हो सकते हैं।
भड़ास को भेजे गए पत्र पर आधारित।
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