स्टार न्यूज़ ने खोल दी पोल निर्मल बाबा की… भक्ति के नाम से लोगों को अपने समागम में बुलाना और उस समागम के जरिए 2000 रुपये की धनराशि लेना कहां की भक्ति है…. हां, अगर थर्ड आई का कोई मतलब है तो निर्मल बाबा लाइव दिखाकर अपने हुनर की परीक्षा दे सकते हैं, जैसे अस्पतालों में हर दिन मरीज़ मरता है, उसकी मुश्किलें आसान क्या कर सकते हैं निर्मल बाबा, साधारण बातों को बड़ी सहजता से कह जाते हैं निर्मल बाबा… लेकिन आश्चर्य तो इस बात पर होता है कि जितने भी लोग समागम में दिखते है, वो काफी वेल एजुकेटेड लगते हैं, उसके बावजूद अंधविश्वास की पराकाष्ठा पार करता जा रहा है निर्मल बाबा का समागम… लखनऊ में निर्मल बाबा की धोखाधड़ी के खिलाफ शिकायत भी दर्ज होने की खबर है लेकिन कार्रवाई नहीं हो रही है…
डाल्टनगंज के ठेकेदार कैसे बन गए आध्यात्मिक बाबा, ये बड़ी अचंभे वाली बात है… साल 1975 में निर्मल बाबा कपड़े की दुकान पर बैठते थे, स्टार न्यूज रिपोर्ट के आधार पर… सन 81 के बाद निर्मल बाबा अचानक गायब हो जाते हैं… और उसके बाद वो आते हैं बाबा बनकर…. निर्मल बाबा आज देश विदेश के 35 चैनलों पर दिखाई देते हैं, आज फेसबुक पर उन्हें 3 लाख लोग उन्हें ज्वाइन कर चुके हैं, ट्विटर पर 42 हज़ार लोग ज्वाइन कर चुके हैं निर्मल बाबा को… एक समागम में अगर आपको जाना है तो चुकाने होंगे 2000 हजार रुपये और हर समागम में 5000 लोग आते हैं… इससे हर समागम से कमाई होती है लगभग 1 करोड़ रुपये… साल भर में लगभग 84 करोड़ कमा लेते हैं निर्मल बाबा….तो कुछ ये है निर्मल बाबा के बारे में….
लेकिन सवाल कई है…. क्या निर्मल बाबा का प्रसारण अब किसी भी चैनल पर नहीं दिखाया जाएगा… स्टार न्यूज की रिपोर्ट के बाद क्या ये रिपोर्ट खानापूर्ति हो जाएगी… शासन या प्रशासन कोई एक्शन लेगा या नही? आखिर वो कौन हैं जिनकी तकलीफें निर्मल बाबा के पास आने से खत्म हो जाती हैं –आम जनता या फिर निर्मल बाबा के लोग… इससे पहले 2007 में पांच आध्यात्मिक गुरुओं पर स्टिंग ऑपरेशन किया गया था, उनमें एक बाबा ने कहा था कि मैं 90 करोड़ चटनी बनाकर खा जाता हूं, आज भी उनका लाइव शो एक टेलीवीज़न चैनल पर चलता है, क्या इन सब पर लगाम लगेगी…. ऐसे कई कार्यक्रम आते हैं जो अंधविश्वास के नाम पर चैनलों पर अपनी दुकान चला रहे हैं और लोगों का धन लूट रहे हैं… 2000 रुपये की दवा लीजिए और आपका कद बढ़ जाएगा, चाय पीजिए आप स्लिम हो जाएंगे… ऐसे कई लोग हैं, सिर्फ निर्मल बाबा ही नहीं…ऐसे कई प्रोग्राम हैं, सिर्फ निर्मल बाबा ही नहीं …तो क्या उन सभी पर रोक लगेगी, ये सवाल है……
भड़ास4मीडिया के पास उपरोक्त विचार [email protected] मेल आईडी से प्राप्त हुई है.
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