नई दिल्ली, 23 अप्रैल। कुरुक्षेत्र से 16वीं लोकसभा के लिए हुए चुनाव में कांग्रेस प्रत्याशी नवीन जिन्दल ने जी न्यूज, उसके चेयरमैन सुभाष चंद्रा और भारतीय जनता पार्टी के कुरुक्षेत्र से प्रत्याशी राजकुमार सैनी के खिलाफ जनप्रतिनिधित्व कानून, आदर्श चुनाव आचार संहिता और भारतीय दंड संहिता का घोर उल्लंघन करने का आरोप लगाया है। जिन्दल ने कहा है कि जी न्यूज ने प्रचार की अवधि समाप्त होने के बाद भी उनके खिलाफ मनगढ़ंत खबरें खूब चलाईं। इस चैनल के चेयरमैन सुभाष चंद्रा ने भाजपा प्रत्याशी राजकुमार सैनी के लिए मंच से वोट मांगे और मेरे एवं मेरी पार्टी कांग्रेस के खिलाफ दुष्प्रचार में जी मीडिया के सभी चैनलों का इस्तेमाल किया। अपने तथ्यों के पक्ष में सभी प्रमाण प्रस्तुत करते हुए उन्होंने जी मीडिया, चेयरमैन सुभाष चंद्रा और भाजपा प्रत्याशी राजकुमार सैनी के खिलाफ कानूनी कार्रवाई की मांग की है।
नवीन जिन्दल ने आज निर्वाचन सदन में मुख्य निर्वाचन आयुक्त वी. सम्पत से मुलाकात कर उन्हें 7 पेज का शिकायतपत्र सौंपा और प्रमाण दिया कि 10 अप्रैल को हुए कुरुक्षेत्र संसदीय क्षेत्र के चुनाव में जी मीडिया के चैनलों और भाजपा प्रत्याशी राजकुमार सैनी ने मिलकर तमाम कायदे-कानून ताक पर रख दिए। उन्होंने जनप्रतिनिधित्व कानून की धारा 123 (3ए), 123 (4), 125, 126, 130 व भारतीय दंड संहिता की धारा 171 जी, 171 एच और 505 (2) के साथ-साथ आदर्श चुनाव आचार संहिता का उल्लंघन कर चुनाव जैसी महत्वपूर्ण लोकतांत्रिक व्यवस्था का मखौल उड़ाया। जी मीडिया के चैनलों द्वारा मेरे खिलाफ अभियान छेड़ दिया गया और चुनावी कायदे-कानून को ताक पर रखकर बेशुमार बेसिर-पैर की खबरें प्रसारित की गईं। जिन्दल ने कहा कि वह जी मीडिया के खिलाफ 18 मार्च को भी शिकायत दाखिल कर चुके हैं और उसकी अलोकतांत्रिक हरकतों से चुनाव आयोग को अवगत करा चुके हैं। उन्होंने कहा कि जी समूह मीडिया कारोबार की आड़ में मुझसे और मेरी कंपनी जेएसपीएल से 100 करोड़ रुपये की नाजायज वसूली की कोशिश में एक स्टिंग ऑपरेशन में पकड़ा गया है जिस कारण वह मेरी छवि खराब करने पर तुला हुआ है और नियमित रूप से मेरे खिलाफ मनगढ़ंत और बेबुनियाद खबरें चला रहा है। इस मामले में दिल्ली पुलिस ने जी न्यूज के संपादकों और चेयरमैन सुभाष चंद्रा के खिलाफ आरोपपत्र दाखिल कर दिया है।
नवीन जिन्दल ने शिकायतपत्र में लिखा है कि सुभाष चंद्रा ने 1 अप्रैल को इनेलो प्रत्याशी बलबीर सैनी के समर्थन में प्रचार किया लेकिन 3 अप्रैल को वह भाजपा प्रत्याशी राजकुमार सैनी के मंच से वोट की अपील करते नजर आए। सुभाष चंद्रा ने हरियाणा के अन्य क्षेत्रों में भी भाजपा के लिए प्रचार किया और उनकी पूरी कवरेज जी मीडिया के चैनलों ने की। इसके अलावा उन्होंने प्रेस नोट जारी कर भाजपा के लिए वोट भी मांगे जो सीधे-सीधे पेड न्यूज के दायरे में नजर आता है।
जिन्दल ने आरोप लगाया कि जी मीडिया के चैनलों ने आईबीएसपी प्रत्याशी कांता आलडिय़ा का वह संवाददाता सम्मेलन 5 अप्रैल को करीब 25 बार दिखाया जिसमें उनके खिलाफ बेबुनियाद आरोप लगाए गए थे। इसके प्रसारण में तथ्यों की पड़ताल भी नहीं की गई। इसी तरह 7 अप्रैल को कांता आलडिय़ा के आरोप बिना जांच-पड़ताल किए 29 बार प्रसारित किए गए।
जिन्दल ने आयोग से मांग की कि वह जी मीडिया और राजकुमार सैनी की दुरभिसंधि की विस्तृत जांच कराए क्योंकि 8 अप्रैल को प्रचार की समय सीमा समाप्त होने के बाद भी जी मीडिया के चैनलों ने कांग्रेस पार्टी और उनके खिलाफ मनगढ़ंत व बेबुनियाद खबरों का अभियान चलाए रखा और 32 मिनट 28 सेकंड का कार्यक्रम मेरे खिलाफ प्रसारित किया। इनके पीछे मुख्य मकसद कुरुक्षेत्र के मतदाताओं की निगाह में मेरी छवि खराब करना था जो चुनाव आचार संहिता का सरासर उल्लंघन है।
जिन्दल ने आरोप लगाया कि कुरुक्षेत्र के मथाना और कैथल के चूहड़ माजरा की खबरों से जी न्यूज की दुर्भावना स्पष्ट हो जाती है। उन्होंने इस बात पर आश्चर्य जताया कि जी मीडिया के रिपोर्टर रवि त्रिपाठी ने उन पर कोयला खान आवंटन मामले में आरोप तय करा दिया जबकि अभी इस मामले में सीबीआई प्राथमिकी दर्ज कर जांच ही कर रही है।
नवीन जिन्दल ने कहा कि 10 अप्रैल को मतदान के दिन जी मीडिया के चैनलों ने लगातार मेरे खिलाफ फर्जी, बेबुनियाद, मनगढ़ंत और मनमाना खबरें चलाईं व दिल्ली हाईकोर्ट के उस आदेश को भी लंबे समय तक दरकिनार रखा जिसमें कहा गया था कि मेरा पक्ष लिये बगैर जी मीडिया कोई खबर प्रसारित नहीं कर सकता। मेरा पक्ष तब चलाया गया जब मतदान समाप्त होने को था।
जिन्दल ने मुख्य चुनाव आयुक्त से पूरे मामले की निष्पक्ष जांच कर जी मीडिया और भारतीय जनता पार्टी के प्रत्याशी राजकुमार सैनी के खिलाफ उचित कार्रवाई करने की मांग की है।