Abhiranjan Kumar : हिन्दी में दो नई वेबसाइटें इधर देखीं। एक- Mriegank Shekhar की http://hindi.politicscope.com/ और दूसरी Rajeev Ranjan Jha की www.deshmanthan.in . हालांकि इन दोनों पर अभी कंटेंट की कमी है, लेकिन इन दोनों में अच्छे और न्यूट्रल "व्यूज़-साइट" के तौर पर उभरने का माद्दा है।
Amalendu Upadhyaya की www.hastakshep.com , Surendra Grover की www.mediadarbar.com , Pushkar Pushp की www.mediakhabar.com , Avinash Das की www.mohallalive.com , Yashwant Singh की www.Bhadas4media.com इत्यादि ऐसी वेबसाइटें हैं, जिनकी अपनी ख़ूबियां-कमियां हो सकती हैं, लेकिन जो पहले ही अपनी पहचान बना चुकी हैं।
इंडिया टीवी के न्यूज़ डायरेक्टर Qamar Waheed Naqvi ने भी इधर लोकमत समाचार में हर शनिवार को प्रकाशित होने वाले अपने कॉलम को एक जगह इकट्ठा रखने और परोसने के इरादे से www.raagdesh.com बना लिया है। उनके लिखने की ख़ास शैली की वजह से यह वेबसाइट पसंद भी ख़ूब की जा रही है। Samarendra Singh के www.jantantra.com की भी एक समय में धूम थी, लेकिन अभी यह निष्क्रिय पड़ी है। शायद वे इसे दोबारा शुरू करना चाहें।
पूर्णिमा वर्मन की www.abhivyakti-hindi.org और www.anubhuti-hindi.org और Manisha Kulshreshtha की www.hindinest.com इत्यादि वेबसाइटों की अपनी साहित्यिक पहचान है।
यूं तो हिन्दी में बेशुमार वेबसाइटें हैं, लेकिन इन वेबसाइटों का ख़ास ज़िक्र इसलिए, क्योंकि ये सभी व्यक्तिगत प्रयासों से खड़ी हुई हैं, जिनके पीछे कोई बड़ी पूंजी नहीं है। व्यक्तिगत प्रयासों से खड़ी हुई ऐसी अन्य कामयाब वेबसाइटों के नाम और लिंक आप यहां शेयर कर सकते हैं। हिन्दी में, हिन्दी के लिए जो भी काम करे, उसका हौसला बढ़ाना तो बनता है।
पत्रकार अभिरंजन कुमार के फेसबुक वॉल से.