कन्नौज। राष्ट्रीय सहारा के जिला ब्यूरो कार्यालय के पत्रकारों को बीते पांच माह से मानदेय नहीं दिये जाने और तरह-तरह के उत्पीड़न से आजिज पत्रकारों ने काम बंद करने का फैसला कर लिया है। राष्ट्रीय सहारा के कानपुर संस्करण के स्थानीय संपादक मनोज तिवारी को जब यह बात मालूम हुई तो उन्होने भी प्रबंधन की तानाशाही प्रवत्ति को ही हवा देने का प्रयास किया। इसके बाद राष्ट्रीय सहारा के कन्नौज ब्यूरो के पत्रकारों ने बुधवार को कलम बंद हड़ताल का ऐलान करते हुये खबरें नहीं भेजने का फैसला किया। बताया जाता है कि कन्नौज के पत्रकारों के इस कदम से यूनिट प्रबंधन में हड़कम्प मचा हुआ है। इधर कन्नौज के राष्ट्रीय सहारा के पत्रकारों द्वारा उठाये गये कदम के बाद यूनिट प्रबंधन को यह चिन्ता और सता रही है कि कन्नौज की यह चिंगारी कही शोला बनकर पूरे प्रदेश के सहारा इण्डिया मीडिया को अपनी गिरफ्त में न लेले।
एक पत्रकार द्वारा भेजे गए पत्र पर आधारित। आप भड़ास तक सूचनाएं [email protected] के जरिए पहुंचा सकते हैं।