यूपी का भगवान ही मालिक है। नेता-अफसर दिनरात मालामाल होते जा रहे हैं और आम आदमी गरीबी और मुफलिसी का शिकार। यहां आमदनी अठन्नी, खर्चा रूपैया की हालत है। सरकारी फाइलों में गरीबों के लिए कई योजनाएं दौड़ रही हैं। हुक्मरान उसी कागजी आंकड़ों को उपलब्धि मान इतरा रहे हैं, बलखा रहे हैं। यूपी में आखिर यह कैसा समाजवाद है जहां गरीब मर रहे हैं और अफसर-नेता गरीबों का हक मार करोड़ों से खेलते, जमुहाई लेते तोंद पर हाथ फेर रहे हैं। नेताओं पर लक्ष्मी की कृपा बरस रही है। मुट्ठीभर नेता सैकड़ों नहीं हजार-हजार करोड़ रूपए के मालिक बन बैठे हैं।
कभी उत्तर प्रदेश को उत्तम प्रदेश का नारा देने वाली इसी समाजवादी सरकार के कार्य कौशल का नतीजा है कि एक व्यक्ति के लिए महज पांच रूपया इतना ज्यादा कीमती हो जाता है कि वह अपनी पत्नी को मार डालता है।
राजा महराजाओं की रियासत वाली अवध की नगरी प्रतापगढ़ में 31 मार्च को हैवानियत की हद पार हो गई। कुछ साल पहले जिस आदमी ने सात फेरे लेकर युवती से पूरा जीवन साथ निभाने का वादा किया था। उसी ‘पतिदेव’ ने पांच रूपए के लिए अपनी जीवनसंगिनी को पीट-पीट कर मौत के घाट उतार दिया। मृतका का नाम राधा और हत्या के आरोपी का नाम द्वारिका है। द्वारिका द्वारा राधा की जान ले लेने की वजह केवल इतनी है कि नवरात्र का व्रत रखने वाली राधा के घर चायपत्ती नहीं थी।
प्रतापगढ़ जनपद के सांगीपुर थाना क्षेत्र के पूरब देउम गांव का रहने वाला द्वारिका प्रसाद तिवारी अपने पड़ोसी गांव से दावत खाने के बाद घर लौटा। पत्नी ने घर में पैसा न होने पर पति की जेब से पांच रूपए निकाल कर आठ वर्षीय बेटे सोनू को गांव की दुकान भेज चायपत्ती मंगा ली। सोनू चायपत्ती लेकर लौटा तो द्वारिका ने सोनू को पीटना शुरू कर दिया। राधा के यह बताने पर कि उसी ने सोनू को चायपत्ती लेने के लिए आपकी जेब से मैने ही पैसा देकर चायपत्ती मंगाई है। हैवान बने द्वारिका ने राधा को इतना ज्यादा पीटा कि उसने दम तोड़ दिया। पूरब देउम गांव के लोगों ने मृतका के मायके सूचना दी। मामूली बात को लेकर बहन को मार डालने वाली घटना की जानकारी पाकर युवती के भाई रमापति मिश्र हतप्रभ रह गए। वे सब रोते बिलखते घटनास्थल पर पहुंचे। सांगीपुर थाने की पुलिस ने मामले की रिपोर्ट दर्ज कर आरोपी को जेल भेज दिया है।
इलाहाबाद से वरिष्ठ पत्रकार शिवाशंकर पांडेय की रिपोर्ट। संपर्कः-09565694757