Vineet Kumar : कल मध्यप्रदेश सरकार ने देश के प्रमुख राष्ट्रीय अखबार में करोड़ों रुपये के विज्ञापन देकर घोषित किया कि जन-धन योजना के तहत मध्यप्रदेश के सारे लोगों के खाते खुल गये..एक भी नहीं बचा है. विज्ञापन में प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी और मुख्यमंत्री शिवराज सिंह चौहान की बड़ी-बड़ी तस्वीरें छपी है. ऐसे विज्ञापन छपवाने के लिये एक की कीमत 8 से 80 लाख तक होती है..यानी करोड़ों रुपये के विज्ञापन..
लेकिन आजतक की स्क्रीन पर एक के बाद एक मध्यप्रदेश के लोग अपनी बात कह रहे हैं, जिनके अनुसार खाते क्या, उन्हें इस बात तक की जानकारी तक नहीं है कि देश में उनके लिये जन-धन जैसी कोई योजना भी चल रही है. खाते खुले या नहीं, मध्यप्रदेश के दावे कितने सही हैं या गलत, इस पर बहस जारी है लेकिन मौजूं सवाल है कि विज्ञापनों पर करोड़ों रुपये खर्च किये जाने के बावज़ूद देश के नागरिकों को बुनियादी सूचना तक नहीं पहुँच रही है तो उसके प्रसारित किये जाने का तर्क क्या होगा ?
ये नरेंद्र मोदी की सरकार पर पहला ऑपरेशन है और ऐसे चैनल का जिसे आप मोदी विरोधी चैनल कहेंगे तो ये चैनल खुद आपको झुठला देगा… ऐसे में चैनल का ये ऑपरेशन और अधिक विश्वसनीय हो जाता है जब वो विजुअल्स के जरिये बता रहा है- सारी तरक्की कागजों पर हो रही है..अच्छे दिन मीडिया के आये हैं, नागरिक के नहीं.
प्रधानमंत्री जन-धन योजना को लेकर करोड़ों रुपए सिर्फ विज्ञापन पर खर्च किये गये और जारी है लेकिन नागरिक को इस बात तक की जानकारी नहीं है कि ऐसी कोई योजना है. जिन्हें पता है और बैंक जाते हैं तो उन्हें बैंक के लोग कहते हैं- इस योजना से आपको कोई लाभ नहीं होगा. ऐसे में योजना की तो छोड़िये, विज्ञापन के खर्च को किस तर्क पर सही ठहराया जायेगा.
आजतक ने बिना ज़्यादा हो-हल्ला किये, बूफर बजाये ऑपरेशन सरकार किया कि खुद बीजेपी के स्पीकर्स को इस ऑपरेशन को महत्व देना पडा. संवित महापात्र ने तो बल्कि चैनल का शुक्रिया भी अदा किया कि ऐसे काम होते रहने चाहिये. संसद में विपक्ष के बेहद कमजोर होने के बावज़ूद अगर मीडिया न लौटने लगे तो बहुमत की सरकार बर्बर सरकार होने से एक हद तक बची रहेगी..लेकिन हो तब तो…
युवा मीडिया विश्लेषक विनीत कुमार के फेसबुक वॉल से.
santosh singh
December 2, 2014 at 1:50 pm
sahi bat hai ki jan dhan yojna ke bre me hindustan ke madham class ke logo ko sahi-sahi jankari nahi hai isha kya-kya faida hai to ish yojna ka kya labh hai chalane ka kewal sarkar au parti ke log jante hai