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”P7 में आपका दुबारा स्वागत है…” लेकिन ध्यान से, कहीं फंस मत जइहो भइये

पी7 यानि पीएसीएल उर्फ पर्ल्स ग्रुप का न्यूज चैनल.  लगातार फ्रॉड करते रहने वाले इस ग्रुप के चैनल का अंत भी फ्रॉडगिरी करके हुआ, सैकड़ों मीडियाकर्मियों की तनख्वाह मार के. लेकिन मीडियाकर्मी लड़े और जीते. लेकिन पर्ल्स ग्रुप ने पैंतरा मारते हुए फिर नया खेल किया है. सूत्रों के मुताबिक चैनल को कांग्रेस के नेता जगदीश शर्मा ने खरीद लिया है. इसे देखते हुए पर्ल्स ग्रुप का नया पैतरा ये है कि कर्मचारियों के फुल एंड फाईनल सेटेलमेंट से ठीक पहले पी7 मैनेजमेंट ने अपने आफिस के गेट पर लुभावने आफर वाला एक नोटिस चस्पा कर दिया है.

पी7 यानि पीएसीएल उर्फ पर्ल्स ग्रुप का न्यूज चैनल.  लगातार फ्रॉड करते रहने वाले इस ग्रुप के चैनल का अंत भी फ्रॉडगिरी करके हुआ, सैकड़ों मीडियाकर्मियों की तनख्वाह मार के. लेकिन मीडियाकर्मी लड़े और जीते. लेकिन पर्ल्स ग्रुप ने पैंतरा मारते हुए फिर नया खेल किया है. सूत्रों के मुताबिक चैनल को कांग्रेस के नेता जगदीश शर्मा ने खरीद लिया है. इसे देखते हुए पर्ल्स ग्रुप का नया पैतरा ये है कि कर्मचारियों के फुल एंड फाईनल सेटेलमेंट से ठीक पहले पी7 मैनेजमेंट ने अपने आफिस के गेट पर लुभावने आफर वाला एक नोटिस चस्पा कर दिया है.

इस नोटिस में साफ तौर से कहा गया हैं कि जो भी कर्मचारी चैनल के पुन: शुरू होने की स्थिति में काम करना चाहता है, उसका स्वागत है. मतलब शिकारी तलाश में है कि शिकार दाना देखते ही जाल में फंस जाये. जी हाँ 15 जनवरी तक पी7 मैनेजमेंट को समस्त कर्मचारियों को उनका फुल एंड फाइनल सेटेलमेंट देना है, इसलिए मैनजमेंट ने अपने वफादारों के लिए रास्ते खोल दिए हैं यानी जो मैनेजमेंट के साथ है, उसका स्वागत है क्योंकि अगर जो भी कर्मचारी चैनल के साथ दुबारा जुड़े, उनको मैनेजमेंट को सेटेलमेंट का पैसा नहीं देना पड़ेगा.

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इस पत्र की एक कॉपी सिटी मजिस्ट्रेट को भी दे दिया गया है. कर्मचारियों के बीच इस बात की चर्चा है कि जो नोटिस गेट पर चस्पा कर दिया गया है उससे साफ़ पता चलता है कि मैनजमेंट कर्मचारियों को सिर्फ प्रलोभन दे रहा है. वो भी दुबारा नौकरी देने के नाम पर. इस नोटिस में न ही मैनेजमेंट के किसी निदेशक के हस्ताक्षर हैं और न ही मैनेजमेंट के किसी अधिकारी का नाम. आखिर किसके द्वारा ये नोटिस निकलवाया और चिपकवाया गया है. नोटिस के नीचे सिर्फ प्रबंधन लिखा हुआ है. कल को अगर ये प्रलोभन वाकई प्रलोभन निकला तो कर्मचारी किसकी गर्दन पकड़ेगा. इसी से बचने के लिए नोटिस में किसी का नाम नहीं लिखा गया है. इससे साबित होता है कि यह सब कुछ ललचाने और सेटलमेंट का पैसा न देने की नई रणनीति का हिस्सा है. कर्मचारी अभी भी अपनी मांगों को लेकर मैनेजमेंट से लड़ाई लड़ रहे है. हालाँकि चैनल अपने पक्ष में कुछ हद तक अपने कुछ चम्पुओं और वफादारों को लाने में सफल साबित हुआ है. मज़ेदार बात ये है इसमें ज़्यादातर ऐसे लोग हैं जिन्होंने इस चैनल में पिछले छह सालों में मोटी तनख्वाह उठाई है और अय्याशी की है. पी7 न्यूज के आफिस पर चस्पा नोटिस की एक कॉपी भड़ास के पास है जिसे उपर प्रकाशित किया गया है. तो भइये, फंसना मत, अबकी सटे तो गए. कोई आंसू पोछने वाला भी नहीं मिलेगा.

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0 Comments

  1. manish thakur

    January 9, 2015 at 6:24 pm

    जिन्होंने भी ये खबर भड़ास तक पहुंचाई है या फिर स्वलिखित प्रेषित किया है वो बधाई के पात्र हैं, क्योंकि, बहुत सारी बातें खरी-खरी लेकिन सही है,जैसे, उपर मैनेजमैंट के जिन चम्पुओं के बारे में जिक्र किया गया है और मोटी तनख्वाह लेने की बात कही गई है, उसमें ज्यादातर लोग पिछले दिनों आंदोलन में जुटे रहे, मसलन 50 हजार से उपर के लोग, यानि फुट टू कामचोर चाटूकार दलाल नशेड़ी ठग बकैत दूसरों को फांस कर अपनी शाम रंगीन करने वाले, मुकुंद शाही एंड कंपनी, कुल जमा रह गए रमण पांडू कॉपी लिखने को दे दी जाए तो मसाने पसीज जाएं, ये बात और है कि, चैनल प्रबंधन ने अपने कर्मचारियों के साथ संवाध स्थापित करने में काफी देर कर दी, लेकिन, इस नोटिस को भी गलत नहीं ठहराया जा सकता, क्योंकि, नौकरी सिर्फ आंदोलनकारी ही नहीं कर रहे थे बल्कि, चार सौ से ज्यादा लोगों के परिवार का आसरा पी7 चैनल ही था, ऐसे में अपने कर्मचारियों को दोबारा बुलाने के लिए चस्पा किए गए नोटिस पर सवाल खड़ा करना कहां तक जायज है, ये तो वही लोग कर सकते हैं, जिन्हें इस बात का डर सता रहा है कि, अब उनक क्या होगा, सो मेरी नहीं तो किसी और की क्यों? इसलिए ऐसे तत्वो से सावधान रहिए और इनके झांसे में मत आईए, खुद सोचिए समझिए विचार कीजिए फिर फैसला करें, . हालाँकि चैनल अपने पक्ष में कुछ हद तक अपने कुछ चम्पुओं और वफादारों को लाने में सफल साबित हुआ है. मज़ेदार बात ये है इसमें ज़्यादातर ऐसे लोग हैं जिन्होंने इस चैनल में पिछले छह सालों में मोटी तनख्वाह उठाई है और अय्याशी की है.
    जनहित में जारी

  2. P7 employee

    January 10, 2015 at 5:59 pm

    Bharas4media nihayti farjiwada khabar chapkar logo ki jindagiyo ke sath khelta hai.Modi is cheez ko kyo nahi dekh rahe hai.kuch chutiye logo ne is website ko khol kar logo ki jindagi barbad kar rahe hai.company ko badnam kar rahe hai.bharas4media ye aise log chala rahe hai jo thag reporter ke sath mil kar apna bharas.com chala raha hai.dam hai to modi ka barash me likh kar dekha.yashwant jindagi ki sachai dekh.media ko kyo kharab or badnam kar raha hai.lakho ke pet per kyo laat marne ki kosis kar raha hai.surkhiyo me ana hai to sahid bhagat singh ban.awokat nahi hai to singh banke dekha

  3. P7 employee

    January 10, 2015 at 6:07 pm

    sach hai to bharash per apna no. flash karo.yashwant faziwada.nagative failane wala inshaan.media ke logo ke pet per laat marne wala inshaan

  4. p7news ek umeed

    January 11, 2015 at 7:09 pm

    Shayad apko nahi pata isliye apko batana ab behad jaruri hai ki channel har kisi ka full n final dega…fir chahe woh ladai ladne wale so called andolankari ho ya koi aur lekin.haan.ab pyaare andolankari bahiyo thook ke mat chatna yaani ki naukari mangane p7 ke darwaje pe mat aa jana warna apki ijjat ki aisi fajihat karenge ki aap Daru aur charas sab bhool jayenge

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