Connect with us

Hi, what are you looking for?

टीवी

पी7 न्यूज प्रबंधन अपने कर्मियों को 15 जनवरी तक फुल एंड फाइनल पेमेंट दे देगा, बवाल खत्म

पी7 न्यूज चैनल से सूचना आ रही है कि कल देर रात हड़ताली मीडियाकर्मियों और प्रबंधन के बीच समझौता हो गया. ये समझौता असिस्टेंट लेबर कमिश्नर शमीम अख्तर, सीओ द्वितीय अनूप सिन्हा और सिटी मजिस्ट्रेट की मौजूदगी में हुआ. समझौते पर प्रबंधन की तरफ से केसर सिंह, शरद दत्त, विधु शेखर और उदय सिन्हा ने हस्ताक्षर किए. समझौते के मुताबिक प्रबंधन अपने स्टाफर और कांट्रैक्ट पर कार्य करने वाले कर्मियों को नवंबर खत्म होने से पहले अक्टूबर की सेलरी मिल जाएगी. 15 दिसंबर तक नवंबर की सेलरी मिल जाएगी. 30 दिसंबर तक फुल एंड फाइनल पेमेंट का आधा हिस्सा मिल जाएगा. 15 जनवरी को बाकी सारे ड्यूज क्लीयर कर देंगे.

पी7 न्यूज चैनल से सूचना आ रही है कि कल देर रात हड़ताली मीडियाकर्मियों और प्रबंधन के बीच समझौता हो गया. ये समझौता असिस्टेंट लेबर कमिश्नर शमीम अख्तर, सीओ द्वितीय अनूप सिन्हा और सिटी मजिस्ट्रेट की मौजूदगी में हुआ. समझौते पर प्रबंधन की तरफ से केसर सिंह, शरद दत्त, विधु शेखर और उदय सिन्हा ने हस्ताक्षर किए. समझौते के मुताबिक प्रबंधन अपने स्टाफर और कांट्रैक्ट पर कार्य करने वाले कर्मियों को नवंबर खत्म होने से पहले अक्टूबर की सेलरी मिल जाएगी. 15 दिसंबर तक नवंबर की सेलरी मिल जाएगी. 30 दिसंबर तक फुल एंड फाइनल पेमेंट का आधा हिस्सा मिल जाएगा. 15 जनवरी को बाकी सारे ड्यूज क्लीयर कर देंगे.

हड़ताली कर्मियों के दबाव में प्रबंधन तीन महीने की सेलरी बतौर कंपनसेशन देने के लिए राजी हुआ है. प्रबंधन की कोशिश थी कि सिर्फ एक महीने की सेलरी कंपनसेशन के रूप में दी जाए लेकिन कर्मियों ने साफ कर दिया कि वे तीन महीने से कम कंपनसेशन नहीं लेंगे. अंततः कर्मचारियों की एकता और दबाव के कारण प्रबंधन को झुकना पड़ा. प्रबंधन ने साफ कर दिया कि उनकी मंशा अब चैनल चलाने की नहीं है. 30 नवंबर तक वह सब कुछ बाइंड अप कर देंगे. 30 नवंबर तक चैनल कर्मी चाहें तो आफिस आ सकते हैं.

Advertisement. Scroll to continue reading.

प्रबंधन और कर्मियों के बीच हुए समझौते को बाकायदा लीगल डाक्यूमेंट पर लिखा गया और दोनों पक्षों ने हस्ताक्षर किए. असिस्टेंट लेबर कमिश्नर ने मीडियाकर्मियों की तरफदारी करते हुए प्रबंधन पर दबाव डाला कि वह कर्मियों के हितों की कतई अनदेखी ना करे और सारे ड्यूज दे. सिटी मजिस्ट्रेट ने कहा कि वह मौके पर इसीलिए आए हैं ताकि समझौते को लीगल रूप दिया जा सके जिससे कोई पक्ष बाद में मुकर ना जाए.

Advertisement. Scroll to continue reading.
Click to comment

0 Comments

  1. kamil

    November 30, 2014 at 6:49 am

    mukundsahi adharchodhai…..harami ka pilla…..sale

Leave a Reply

Cancel reply

Your email address will not be published. Required fields are marked *

Advertisement

भड़ास को मेल करें : [email protected]

भड़ास के वाट्सअप ग्रुप से जुड़ें- Bhadasi_Group

Advertisement

Latest 100 भड़ास

व्हाट्सअप पर भड़ास चैनल से जुड़ें : Bhadas_Channel

वाट्सअप के भड़ासी ग्रुप के सदस्य बनें- Bhadasi_Group

भड़ास की ताकत बनें, ऐसे करें भला- Donate

Advertisement