Connect with us

Hi, what are you looking for?

आवाजाही

पंकज मजपुरिया ‘पीपुल्स समाचार’ से ‘दबंग दुनिया’ सीईओ बनकर आए

‘पीपुल्स समाचार’ के इंदौर संस्करण को लेकर अभी तक कई प्रयोग हो चुके हैं. पिछले दिनों ‘पीपुल्स समाचार’ ने मार्केटिंग के एक प्रयोगधर्मी पंकज मजपुरिया को कमान सौंपी थी. पंकज ने करीब तीन-चार महीने तक उठापटक भी की. ताजा खबर है कि पंकज मजपुरिया ‘पीपुल्स समाचार’ छोड़कर ‘दबंग दुनिया’ में पहुँच गए. उन्हें सीईओ बनाया गया है, जो पहले प्रवीण खारीवाल थे. पंकज मजपुरिया दैनिक भास्कर, नईदुनिया, फ्री प्रेस समेत इंदौर के करीब सभी अख़बारों में अपने प्रयोग कर चुके हैं. देखना है कि ‘दबंग दुनिया’ में वे क्या कमाल कर पाते हैं.

<p>'पीपुल्स समाचार' के इंदौर संस्करण को लेकर अभी तक कई प्रयोग हो चुके हैं. पिछले दिनों 'पीपुल्स समाचार' ने मार्केटिंग के एक प्रयोगधर्मी पंकज मजपुरिया को कमान सौंपी थी. पंकज ने करीब तीन-चार महीने तक उठापटक भी की. ताजा खबर है कि पंकज मजपुरिया 'पीपुल्स समाचार' छोड़कर 'दबंग दुनिया' में पहुँच गए. उन्हें सीईओ बनाया गया है, जो पहले प्रवीण खारीवाल थे. पंकज मजपुरिया दैनिक भास्कर, नईदुनिया, फ्री प्रेस समेत इंदौर के करीब सभी अख़बारों में अपने प्रयोग कर चुके हैं. देखना है कि 'दबंग दुनिया' में वे क्या कमाल कर पाते हैं.</p>

‘पीपुल्स समाचार’ के इंदौर संस्करण को लेकर अभी तक कई प्रयोग हो चुके हैं. पिछले दिनों ‘पीपुल्स समाचार’ ने मार्केटिंग के एक प्रयोगधर्मी पंकज मजपुरिया को कमान सौंपी थी. पंकज ने करीब तीन-चार महीने तक उठापटक भी की. ताजा खबर है कि पंकज मजपुरिया ‘पीपुल्स समाचार’ छोड़कर ‘दबंग दुनिया’ में पहुँच गए. उन्हें सीईओ बनाया गया है, जो पहले प्रवीण खारीवाल थे. पंकज मजपुरिया दैनिक भास्कर, नईदुनिया, फ्री प्रेस समेत इंदौर के करीब सभी अख़बारों में अपने प्रयोग कर चुके हैं. देखना है कि ‘दबंग दुनिया’ में वे क्या कमाल कर पाते हैं.

उधर, ‘नईदुनिया’ इंदौर से खबर है कि श्रवण गर्ग की विदाई के बाद वहाँ काम कर रहे लोगों को लगा था कि अब अपमान, तिरस्कार और कथित बौद्धिक दादागिरी का वो दौर ख़त्म हो गया, जो करीब ढाई साल तक चला. पर, ये उनकी ग़लतफ़हमी थी. आनंद पांडे के आने के बाद भी ‘नईदुनिया’ की हालत में कोई ख़ास अंतर नहीं आया. पिछले दिनों हुई एक सिटी मीटिंग में जिस तरह की अपमानजनक भाषा का इस्तेमाल किया गया, उसकी चर्चा प्रेस जगत में हर तरफ है. रिपोटर्स को जाने क्या क्या कहकर संबोधित किया गया और धमकाया गया. उधर, रिपोर्टर्स को फरमान जारी किया गया है कि जो जहां पर रिपोर्टिंग करने जाए, वहाँ से वॉट्सएप्प पर अपनी सेल्फ़ी भेजे ताकि ये पता चले कि जहाँ रिपोर्टर को जाना है, वहां वो गया भी है या नहीं. ज्ञात हो कि श्रवण गर्ग के समय सिटी चीफ रहे अरविंद तिवारी को आनंद पांडे ने साइड-लाइन करके रुमनी घोष को सिटी की कमान सौंपी है. रुमनी के निशाने पर अरविंद तिवारी के करीबी लोग हैं.

Advertisement. Scroll to continue reading.
Click to comment

0 Comments

  1. geetanjali

    January 3, 2015 at 2:43 pm

    दबंग की नाव अब जल्द ही डूबने वाली है. गवांर वाधवानी चाहे जिसे ले आए इसका डूबना तो तए है.

Leave a Reply

Cancel reply

Your email address will not be published. Required fields are marked *

Advertisement

भड़ास को मेल करें : [email protected]

भड़ास के वाट्सअप ग्रुप से जुड़ें- Bhadasi_Group

Advertisement

Latest 100 भड़ास

व्हाट्सअप पर भड़ास चैनल से जुड़ें : Bhadas_Channel

वाट्सअप के भड़ासी ग्रुप के सदस्य बनें- Bhadasi_Group

भड़ास की ताकत बनें, ऐसे करें भला- Donate

Advertisement