पार्थ के परिजनों को इंसाफ दिलाने के लिए कायस्थों ने कसी कमर, रोहित सक्सेना ने लिखा सीएम योगी को पत्र
यूपी के सीएम योगी आदित्यनाथ की सोशल मीडिया टीम के सदस्य पार्थ श्रीवास्तव के सुसाइड के प्रकरण को कायस्थ समाज नहीं भूलेगा. कुछ बड़े अफसरों के चलते एक होनहार युवक को सुसाइड करना पड़ा. कायस्थ समाज चाहता है कि पार्थ के परिजनों को न्याय मिले. असल दोषियों को सलाखों के पीछे ले जाया जाए. इस बाबत कायस्थ समाज के लोग संगठित होकर आगे आने लगे हैं. कई मीडिया हाउसों में सीईओ रहे रोहित सक्सेना ने इस बाबत एक पत्र लिखा है.
इस बीच लखनऊ से खबर है कि पार्थ श्रीवास्तव के परिजनों को इंसाफ मिलने की कोई उम्मीद नहीं दिख रही है. बड़े अफसरों की गर्दन इस केस में फंसने के कारण पुलिस की जांच एक इंच भी आगे नहीं बढ़ रही है. सूत्रो का कहना है कि कोई है जो पुलिस की जांच को रोक रहा है.
पता चला है कि पार्थ की मौत का आरोपी पुष्पेंद्र सिंह फरार हो गया है. पुलिस ने पुष्पेंद्र के ठिकानों पर छापा तक नहीं मारा. ये भी कहा जा रहा है कि पुष्पेंद्र सिंह किसी प्रभावशाली की शरण में है. दूसरी आरोपी शैलजा ने नया दांव खेला है. उसने खउद को कोविड पॉजिटिव घोषित किया है.
यह भी कहा जा रहा है कि विवेचना अधिकारी ने वैरीफिकेशन तक नहीं किया.
पुलिस ने पार्थ के ट्वीट डिलीट कर सबूत मिटाने वालों तक से पूछताछ नहीं की है. ऐसे में सवाल उठ रहा है कि क्या वाकई सीएम की सोशल मीडिया सेल में तैनात पार्थ को आत्महत्या के लिए मजबूर किया गया? कौन है जो पार्थ श्रीवास्तव की मौत चाह रहा था? पार्थ ने डाइंग डिक्लेरेशन में 4 अन्य के भी नाम लिए थे. पर इनसे भी पूछताछ नहीं की गई है. फिलहाल पार्थ सुसाइड प्रकरण को लेकर कायस्थ समाज में भारी रोष है और सीएम योगी आदित्यनाथ के प्रति नाराजगी दिख रही है.
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श्याम चन्द्र श्रीवास्तव
May 25, 2021 at 4:39 pm
पार्थ श्रीवास्तव के लिए संघर्ष जारी रहेगा