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हिंदी साहित्य जगत में नया प्रयास : फोन करें और अपनी रचना इंटरनेट पर प्रकाशित करें…

जी हाँ! सहज, सरल, सुंदर. रचनाकार www.Rachanakar.org लगातार पिछले 11 वर्षों से हिंदी साहित्य की अंतहीन सामग्री को इंटरनेट पर प्रस्तुत करने में जुटा है. रचनाकार के रचनाकारों और पाठकों का निरंतर सहयोग के बगैर यह असंभव था, जिसके लिए हम आभारी हैं. अब एक कदम आगे बढ़ाते हुए, नवीन, उन्नत टेक्नॉलाज़ी का लाभ उठाते हुए, वाचिक रचना प्रकाशन को और अधिक सहज सरल बनाया जा रहा है. वैसे भी, आने वाला समय स्मार्ट टीवी का होगा, स्मार्ट उपकरणों का होगा, जिसमें रचनाओं का पठन-पाठन दृश्य-श्रव्य माध्यम से अधिक होगा. अब आप केवल एक फ़ोन कॉल कर अपना जीवंत रचना पाठ (लाइव ऑडियो पॉडकास्ट के रूप में) प्रकाशित कर सकते हैं. यानी आप फोन पर ही अपनी रचना का पाठ कर सकते हैं, और उसे रेकार्ड कर यूट्यूब अथवा अन्य पॉडकास्ट सेवा में प्रकाशित कर सकते हैं.

जी हाँ! सहज, सरल, सुंदर. रचनाकार www.Rachanakar.org लगातार पिछले 11 वर्षों से हिंदी साहित्य की अंतहीन सामग्री को इंटरनेट पर प्रस्तुत करने में जुटा है. रचनाकार के रचनाकारों और पाठकों का निरंतर सहयोग के बगैर यह असंभव था, जिसके लिए हम आभारी हैं. अब एक कदम आगे बढ़ाते हुए, नवीन, उन्नत टेक्नॉलाज़ी का लाभ उठाते हुए, वाचिक रचना प्रकाशन को और अधिक सहज सरल बनाया जा रहा है. वैसे भी, आने वाला समय स्मार्ट टीवी का होगा, स्मार्ट उपकरणों का होगा, जिसमें रचनाओं का पठन-पाठन दृश्य-श्रव्य माध्यम से अधिक होगा. अब आप केवल एक फ़ोन कॉल कर अपना जीवंत रचना पाठ (लाइव ऑडियो पॉडकास्ट के रूप में) प्रकाशित कर सकते हैं. यानी आप फोन पर ही अपनी रचना का पाठ कर सकते हैं, और उसे रेकार्ड कर यूट्यूब अथवा अन्य पॉडकास्ट सेवा में प्रकाशित कर सकते हैं.

जी हाँ. केवल एक फ़ोन कॉल कर. इसे रचनाकार.ऑर्ग ने नवीन, उम्दा टेक्नोलॉज़ी का प्रयोग कर संभव बनाया है, और हिंदी साहित्य जगत में यह अपने किस्म का अकेला, नया और प्रथम प्रयास है. स्वयं की आवाज में रचना पाठ का इंटरनेट पर प्रकाशन, और श्रवण का अपना अलग ही आनंद है. इसके लिए बस इस नंबर 07552660358 (यह लैंड लाइन नंबर है, भारत से बाहर के कॉलर +91 का उपयोग करें)  पर कॉल करें, तीन रिंग बजने के बाद आपको रेकॉर्ड करने हेतु निर्देश सुनाई देंगे. निर्देशों को ध्यान से सुनें और, बीप की आवाज के बाद अपनी रचना का पाठ फ़ोन पर प्रारंभ कर दें. रचना का पाठ पूरा हो जाने के बाद फोन काट दें.

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आपका रचना पाठ स्वचालित रेकॉर्ड कर लिया जाएगा, और उसे यथाशीघ्र इंटरनेट पर (प्रमुखतः यूट्यूब ऑडियो-वीडियो के रूप में, जिसकी पहुँच अधिक है) प्रकाशित कर दिया जाएगा, जिसकी जानकारी के लिए रचनाकार.ऑर्ग नियमित देखते रहें. रचना पाठ  प्रकाशन की सूचना अलग से देने की व्यवस्था वर्तमान में नहीं है.

ध्यान रखें, यह नंबर आईवीआरएस ( अन अटैंडेड इंटरैक्टिव वाइस रेस्पांस सिस्टम) पर कार्य करता है, और इसे कोई अटैंड नहीं करता. अतः इस नंबर का उपयोग केवल अपनी रचना पाठ रेकॉर्ड करने के लिए ही करें. किसी तरह की पूछताछ अथवा जानकारी के लिए नहीं. जानकारी पाने के लिए ईमेल सेवा का उपयोग करें. यह सुविधा 24×7 उपलब्ध है – यानी आप कभी भी कहीं से भी किसी भी समय फ़ोन लगा कर अपना रचना पाठ रेकॉर्ड कर सकते हैं.

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वर्तमान में रचना पाठ रेकार्ड करने की अधिकतम सीमा 5 मिनट है, अतः इस सीमा के भीतर ही अपनी छोटी – छोटी कविताएँ, लघुकथाएँ, कहानी, व्यंग्य, संस्मरण आदि रेकॉर्ड करें. यदि आपका पाठ 5 मिनट से अधिक है, तो इसे दो भाग में रेकार्ड करें, परंतु रेकार्ड करते समय भाग एक या भाग दो का उल्लेख आरंभ में अवश्य करें. यदि यह प्रकल्प लोकप्रिय होता है, और मांग होती है तो इस सीमा (5 मिनट को) असीमित समय के लिए बढ़ाया भी जा सकता है.

यदि आप पहली बार रचनाकार के लिए रचना भेज रहे हैं या पाठ कर रहे हैं तो यथा संभव अपने संक्षिप्त परिचय के साथ अपना फ़ोटो अवश्य भेजें. इसके लिए ईमेल की सेवा लें. अच्छा होगा यदि रचना पाठ रेकॉर्ड करने के बाद रचना पाठ का समय व दिन के बारे में ईमेल से जानकारी भी दे दें (यह वैकल्पिक है, आवश्यक नहीं) – हमें सुविधा होगी. तो, देर किस बात की? फ़ोन लगाएँ, रचना पाठ करें और पूरी दुनिया में छा जाएं!

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Ravi Ratlami
रवि रतलामी
[email protected]

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3 Comments

3 Comments

  1. Pawan Sharma

    November 19, 2017 at 12:06 pm

    Hi neck Akshara Singh Pawan Gautam Hoon Aur meri Rasna aapke is website by Prakash karna chahta Hoon

  2. रवि रतलामी

    January 20, 2018 at 4:43 am

    वर्तमान में यह सुविधा स्थगित है। असुविधा के लिए खेद है।

  3. Anmol Munna

    April 3, 2019 at 2:46 pm

    Hello sir Anmol hoon apni rachna apke website per prakashit Karna chahata hu

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