अरुणेश सी दवे-
एनडीटीवी ने संघ सेठ एलायंस के सामने जितना संभव था उससे ज्यादा ही पत्रकारिता धर्म निभाया. बतौर दर्शक और नागरिक मैं प्रणव रॉय, रविश कुमार और शेष सभी निर्भीक पत्रकारों के उम्दा रिपोर्टिंग और एनालिसिस के लिए शुक्रगुजार हूं.
भारतीय पत्रकारिता का एक अध्याय समाप्त हुआ और अब समानांतर मीडिया के युग की शुरुआत हुई है.आशा है कि प्रणव रॉय एनडीटीवी की तर्ज पर एक यूट्यूब चैनल शुरू करेंगे.