Connect with us

Hi, what are you looking for?

आवाजाही

संजय गुप्ता ने प्रशांत मिश्र को चार साल का सेवा विस्तार दिया

दैनिक जागरण, दिल्ली में प्रशांत मिश्र कहने को नेशनल ब्यूरो के चीफ और पोलिटिकल एडिटर हैं लेकिन उनका कद पद इससे भी बड़ा है. असल में वह केंद्रीय सत्ता और दैनिक जागरण प्रबंधन के बीच सेतु का काम करते हैं. कानपुर के रहने वाले प्रशांत की भाजपा में तगड़ी पकड़ मानी जाती है. अब जबकि केंद्र में भाजपा की सरकार है तो प्रशांत के लिए करने को बहुत कुछ काम है.

<p>दैनिक जागरण, दिल्ली में प्रशांत मिश्र कहने को नेशनल ब्यूरो के चीफ और पोलिटिकल एडिटर हैं लेकिन उनका कद पद इससे भी बड़ा है. असल में वह केंद्रीय सत्ता और दैनिक जागरण प्रबंधन के बीच सेतु का काम करते हैं. कानपुर के रहने वाले प्रशांत की भाजपा में तगड़ी पकड़ मानी जाती है. अब जबकि केंद्र में भाजपा की सरकार है तो प्रशांत के लिए करने को बहुत कुछ काम है.</p>

दैनिक जागरण, दिल्ली में प्रशांत मिश्र कहने को नेशनल ब्यूरो के चीफ और पोलिटिकल एडिटर हैं लेकिन उनका कद पद इससे भी बड़ा है. असल में वह केंद्रीय सत्ता और दैनिक जागरण प्रबंधन के बीच सेतु का काम करते हैं. कानपुर के रहने वाले प्रशांत की भाजपा में तगड़ी पकड़ मानी जाती है. अब जबकि केंद्र में भाजपा की सरकार है तो प्रशांत के लिए करने को बहुत कुछ काम है.

चर्चा ये भी है कि संजय गुप्ता खुद राज्यसभा में जाने को इच्छुक हैं. साथ ही, जागरण ग्रुप के ढेर सारे निजी व बिजनेस एजेंडे हैं जिन्हें सरकार व बाजार के सपोर्ट से आगे बढ़ाना है. ये सारे कामकाज देखने की जिम्मेदारी प्रशांत मिश्र के मत्थे है.

Advertisement. Scroll to continue reading.

59 साल के प्रशांत मिश्र का रिटायरमेंट करीब था लेकिन उन्हें अगले चार साल तक का यानि जब तक केंद्र में ये वाली भाजपा सरकार है, तब तक का सेवा विस्तार दे दिया गया है. चार साल का इकट्ठे सेवा विस्तार चौकाने वाली बात है लेकिन भइया मालिक लोग का दिल जिस पर आ जाए उसके लिए क्या नियम और क्या पैमाना. फिलहाल प्रशांत के सेवा विस्तार से उनकी टीम के उन लोगों में निराशा है जो सोच रहे थे कि प्रशांत जी जाएं तो उनके नीचे वालों को नई व बड़ी जिम्मेदारी मिले.

क्या आपके पास भी मीडिया से जुड़ी ऐसी ही कोई कानाफूसी, चर्चा, गासिप है? तो लिख भेजिए भड़ास के पास. [email protected] पर मेल करें.

Advertisement. Scroll to continue reading.
Click to comment

0 Comments

  1. k .pathak

    August 24, 2014 at 4:42 pm

    Jo apne karmchariyon ka no ho saka wah desh ka kya bhala karega. Karmchariyon ko majithia na dene waale chor ki jagah rajya sabha mein nahin TIHAR JAIL mein honi chhahiye

Leave a Reply

Cancel reply

Your email address will not be published. Required fields are marked *

Advertisement

भड़ास को मेल करें : [email protected]

भड़ास के वाट्सअप ग्रुप से जुड़ें- Bhadasi_Group

Advertisement

Latest 100 भड़ास

व्हाट्सअप पर भड़ास चैनल से जुड़ें : Bhadas_Channel

वाट्सअप के भड़ासी ग्रुप के सदस्य बनें- Bhadasi_Group

भड़ास की ताकत बनें, ऐसे करें भला- Donate

Advertisement