फाइल फोटो : पुलिस गिरफ्त में भंगू
50 हजार करोड़ का घोटाला, सेबी और सीबीआई नहीं दिला पा रही न्याय, सरकार बदली लेकिन हालात वही, एयरपोर्ट-आईबी की साठगांठ, दर-दर भटकने को मजबूर निवेशक
मुंबई। निर्मल सिंह भंगू के पर्ल एग्रोटेक कॉर्पोरेशन लिमिटेड (पीएसीएल) में पोंजी स्कीम के तहत 50 हजार करोड़ का महाघोटाला सामने आया है। वहीं इस घोटाले से जुड़े करोड़ों रुपए लेकर प्रतीक शाह दुबई फरार हो गया है। पिछले दिनों ईडी ने पर्ल ग्रुप के मालिक भंगू की 472 करोड़ रुपए की प्रॉपर्टी जब्त की थी, लेकिन इससे निवेशकों को कोई राहत नहीं मिली।
भंगू ने लोगों से हजारों करोड़ रुपए इकट्ठा कर विदेशों में लगाया और मेहनत करके पाई-पाई जोड़ने वाले निवेशकों को कुछ हाथ नहीं लगा। वहीं पर्ल गु्रप के तहत सिनर्जी वन प्रा.लि. के एमडी प्रतीक कुमार उर्फ प्रतीक शाह ने विभिन्न जगहों पर भूखंड खरीदने के बहाने करोड़ों के घोटाले किए और दुबई भाग गया।
प्रतीक शाह ने निवेशकों के 50 हजार करोड़ रुपए पानी की तरह बहाए और इससे अपनी हस्तगत कंपनियों द्वारा कई जगहों पर भूखंड खरीदे। इनमें बेंगलुरु, कर्जत, मुंबई, लोनावाला, वसई सहित कई जगहों के नाम शामिल हैं। इस दौरान उसने कई जगहों पर अवैध तरीके से सरकारी और जंगल वाले भूखंड भी खरीद लिए और पैसे डुबा दिए। कई प्रॉपटी प्रतीक ने अपने नाम से खरीदे। इसके अलावा प्रतीक की कंपनियों के कई डायरेक्टर्स उससे पैसे लेकर भी फरार हो गए।
गिरफ्तारी के बाद कैसे हुआ फरार?
निवेशकों को भारी रिटर्न का लालच देकर जुटाए बेशुमार धन को हड़पने वाले प्रतीक शाह के फरार होने का घटनाक्रम काफी चौंकानेवाला है। आईबी ने धोखाधड़ी करके भागते हुए प्रतीक को बाबतपुर एयरपोर्ट पर गिरफ्तार किया था और फिर स्थानीय पुलिस को सौंपा था। स्थानीय पुलिस ने गिरफ्तारी के बाद लुकआउट नोटिस जारी किया था। इसके बावजूद प्रतीक मुंबई के एयरपोर्ट से दुबई फरार हो गया। इसके बाद वह दुबई में बस गया। आश्चर्यजनक यह है कि लुकआउट नोटिस के बाद भी वह भागने में कैसे कामयाब हुआ?
प्रॉपर्टी जब्त कर क्यों नहीं लौटाते निवेशकों के पैसे?
पोंजी स्कीम में फंसे लोगों के पैसे लौटाने के लिए भंगू और प्रतीक शाह जैसे मुख्य आरोपियों की निजी प्रॉपर्टी जब्त क्यों नहीं की जाती? इस फर्जी स्कीम में 60 से 70 डायरेक्टर्स भी सहभागी थे, फिर उन्हें गिरफ्तार कर उनकी संपत्ति क्यों नहीं जब्त की जाती है? दुबई जाकर प्रतीक शाह ने कई लोगों को पॉवर आॅफ एटर्नी दे रखा है, ऐसे में इन लोगों की गिरफ्तारी क्यों नहीं होती? इससे संदेह पैदा होता है कि सरकार और कंपनी की मिलीभगत से सब हो रहा है।
मुंबई में कई जगहों पर है प्रॉपटी
मुंबई में कई जगहों पर प्रतीक शाह की प्रॉपर्टी है। इनमें महालक्ष्मी के लोढ़ा में एक फ्लैट, मालाड के गोकुलधाम में दो फ्लैट, मीठीबाई कॉलेज के सामने ‘दिव्यदृष्टि बिल्डिंग’ सहित अंधेरी में ‘समर्थ आंगन’ इनकी पत्नी रुपल कुमार के नाम पर है। वहीं प्रतीक ने वड़ोदरा और अहमदाबाद में अपने सालों के नाम पर भी फ्लैट ले रखे हैं।
‘राइट हैंड’ कमलेश जोशी से हो पूछताछ
प्रतीक शाह के राइट हैंड माने जाने वाले कमलेश जोशी की ब्रैन मेपिंग या पूछताछ हो, तो कई राज सामने आ सकते हैं। समित एविएशन में दोनों की पार्टनरशिप थी। इनके तीन हेलिकॉप्टर भी थे। वहीं राजस्थान और गुजरात में कई आर्थिक घोटालों के मामले में प्रतीक शाह फरार घोषित है।
वर्षा सत्पालकर अब तक फरार
हजारों निवेशकों को भूखंड देने के नाम पर ‘मैत्रेय’ की एमडी वर्षा सत्पालकर ने करोड़ों रुपए बनाए, लेकिन वह अब तक फरार है। उसके खिलाफ ठाणे पुलिस ने लुकआउट नोटिस भी जारी किया है, लेकिन सरकार, पुलिस और आरोपी के बीच सांठगांठ होने के कारण उसको पकड़ना मुश्किल बना हुआ है।
लेखक उन्मेष गुजराथी दबंग दुनिया मुंबई एडिशन के संपादक हैं.