मैं रोहित राय, जिस लड़की ने मेरे ऊपर आरोप लगाए उसी ने गुजरात उच्च न्यायालय में खुद ये कहा कि ”शरीफ आदमी की जिंदगी मैं बर्बाद करना नही चाहती और मेरे पैसे भी वापस मिल गए हैं, इसलिए मैं मुकदमा खत्म करना चाहती हूं”। इसके बाद माननीय अदालत ने मुकदमा रद्द कर दिया था।
अब लड़की ने मुझे फिर से ब्लैकमेल करने शुरू कर दिया। उसका कहा मैंने नहीं किया तो उसने फिर से पुलिस में रिपोर्ट कर दी। लेकिन, हाई कोर्ट से खारिज पहले वाली रिपोर्ट के आधार पे मुझे सत्र न्यायालय से बेल मिल गई।
झूठ बोल के की थी दोस्ती
गुजरात के सूरत शहर में रहने वाली लड़की से मेरी पहचान एक सोशल साइट पर हुई थी। उस समय मेरे परिवार वाले मेरी शादी के लिए लड़की ढूंढ़ रहे थे। लड़की ने खुद को सिंगल बताया था और खुद की शादी की बात छिपाकर मुझसे बातचीत करती रही। जब मुझे पता चला कि यह महिला पहले से ही शादीशुदा है और इसके दो बच्चे भी हैं, तो मैंने इससे शादी करने का इरादा छोड़ दिया। इसके बाद भी इसने मुझे लगातार फोन करना जारी रखा और मुझसे मिलने का दबाव मुझ पर बनाने लगी।
मेरी शादी तुड़वाने के लिये रची साजिश
वर्ष 2017 में जब इस महिला को पता चला की मैं शादी कर रहा हूं तो इसने मुझे धमकी दी कि अगर तूने किसी और लड़की से शादी की तो मैं तुझ पर बलात्कार का मुकदमा दर्ज करा दूंगी।
रेप का मुकदमा करने की थी धमकी
रेप का मुकदमा करने की धमकी लड़की ने दी तो इसकी शिकायत मैंने राजौरी गार्डन पुलिस स्टेशन में डीसीपी ऑफिस में की कि एक महिला मुझपर जबरदस्ती शादी करने का दबाव बना रही है और मुझे ब्लैकमेल कर रही है। मैंने 21 नवंबर 2017, 28 नवंबर 2017, चार दिसंबर 2017 को डीसीपी ऑफिस में लिखित शिकायत महिला के खिलाफ दर्ज कराई जिसकी कॉपी भी मेरे पास सुबूत के तौर पर पड़ी है।
अदालत में लड़की खिलाफ किया मुकदमा
पुलिस ने मेरी शिकायत पर कोई ठोस कार्रवाई नहीं की। इसके बाद मैंने इसी सिलसिले में इसी साल मई महीने में पटियाला हाउस कोर्ट में इस महिला के खिलाफ सिविल सूट फॉर इंजक्शन फाइल किया। न्यायाधीश नुपुर गुप्ता की अदालत में मैं पेश हुआ और मैंने माननीय न्यायाधीश को अपने वकील के माध्यम से पूरी बात बताई। इसके बाद कोर्ट ने इस महिला को पेश होने के लिए नोटिस भेजा और इसकी बात जानने के लिए इसे दिल्ली पहुंचकर अदालत में पेश होने का फरमान जारी किया। जैसे ही इस महिला को कोर्ट का आदेश प्राप्त हुआ, इस महिला ने मेरे खिलाफ सूरत शहर के महिधरपुरा पुलिस स्टेशन में बलात्कार और 420 का मुकदमा दर्ज करा दिया।
इसके बाद मैंने खुद को बचाने की कोशिश की और इस महिला से पूछा कि तुम मुझे क्यों झूठे मुकदमे में फंसा रही हो। इसने मुझसे केस वापस लेने के लिए 10 लाख रुपए की मांग की। मैंने खुद को बचाने के लिए इस महिला को इसी साल अगस्त महीने में अहमदाबाद हाई कोर्ट के पास सात लाख रुपए नकद दिए जिसके बाद यह लड़की अहमदाबाद की हाई कोर्ट में माननीय न्यायाधीश श्री पी पी भट्ट के सामने पेश हुई और उन्हें बोला कि मेरी रोहित राय के साथ सेटलमेंट हो गया है और जो रुपये रोहित ने मुझसे बैंक अकाउंट के माध्यम से एक लाख 30 हजार लिए थे, वो मुझे वापस कर दिए हैं।
श्री पी पी भट्ट की अदालत में मौजूद सरकारी वकील ने भी लड़की से पूछा कि तुम पर केस वापस लेने के लिए कोई दबाव तो नहीं है, और क्या तुम अपनी इच्छा से केस वापस ले रही हो, तब लड़की ने अदालत में सबके सामने कबूल किया कि उस पर केस वापस लेने के लिए किसी भी तरह का कोई दबाव व जबरदस्ती नहीं है। इसके बाद न्यायाधीश श्री पी पी भट्ट ने उसी समय सूरत के महिधरपुरा पुलिस स्टेशन में दर्ज एफआईआर संख्या 73/2018 को क्वैश करने का ऑर्डर दे दिया।
इसी क्वैशिंग की ओरिजनल फाइनल कॉपी लेने में 12 अगस्त को अहमदाबाद गया। कॉपी प्राप्त करके मैं दिल्ली लौट आया। तभी अचानक मुझे लड़की ने दोबारा फोन किया और मुझसे और पैसे की मांग की। यह महिला दिल्ली पहुंच गई और जबरन खुद को मेरी पत्नी बताकर मेरे घर में घुसने की कोशिश करने लगी। इसकी शिकायत भी मैंने राजौरी गार्डन पुलिस स्टेशन में डीसीपी ऑफिस में इसी साल दिनाक 16 अगस्त 2018 और दिनाक 17 अगस्त 2018 को दर्ज कराई।
पैसा नही दिया तो फिर लगाया झूठा आरोप
मैंने इसे और पैसे देने से मना कर दिया तो इसने 24 अगस्त को अहमदाबाद के गुजरात यूनिवर्सिटी पुलिस स्टेशन में मेरे खिलाफ दोबारा से बलात्कार करने का मामला दर्ज करवा दिया। इसके बाद मैंने अपनी एंटीसिपेटरी बेल के लिए कोर्ट में अपने वकील के माध्यम से अर्जी दी तो मुझे कोर्ट में पेश होने के लिए बोला गया। मामले की जांच करने के लिए मुझे गुजरात यूनिवर्सिटी पुलिस स्टेशन में हिरासत में रखा गया। वहां मेरी मेडिकल जांच हुई और मैंने जो भी सुबूत मेरे पास थे वो पुलिस को सौंप दिए।
इसके बाद मैंने अहमदाबाद सेशन कोर्ट में अपनी बेल के लिए अर्जी दी जो स्वीकार कर ली गई। अब यह महिला मुझ पर निजी हमले कर रही है और हर तरीके से मुझे बदनाम करने के लिए तमाम तरह के पैंतरे अपना रही है। मैंने गुजरात यूनिवर्सिटी पुलिस स्टेशन में दर्ज मामले को भी क्वैश करवाने के लिए अहमदाबाद हाई कोर्ट में याचिका मैंने डाल दी है।
रोहित राय
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