Priya Darshan : सत्रह साल पहले हम दो अजनबी एक ही दिन एक अनजान दफ़्तर में दाखिल हुए थे। दोपहर को हमने साथ समोसे या ब्रेड पकौड़े भी खाए थे। छः जनवरी 2003 के उस दिन से लेकर आज तक निधि कुलपति और मैं एनडीटीवी से जुड़े हुए हैं। टीवी की नौकरी हालांकि यह अवसर नहीं देती कि आप एक दूसरे का क़ायदे से हाल-चाल भी ले सकें, फिर भी एक आत्मीय रिश्ता इन वर्षों में बनता चला गया।
निधि बहुत शालीन हैं- यह शालीनता उनके प्रस्तुतीकरण में भी दिखती है। बेशक, इस शालीनता की जटिलताएं भी हैं। लेकिन कम लोगों को एहसास होगा कि एक स्तर पर वे बहुत हौसले वाली भी हैं। अपने दुखों, अपने संकटों, अपनी चुनौतियों के बीच उन्हें कातर पड़ते शायद ही किसी ने देखा हो।
दरअसल एनडीटीवी में निधि और उन जैसी कई महिलाओं को देख कर ही मैं यह समझ पाया कि बौद्धिक प्रखरता एक अलग चीज़ है और वह साहस कुछ और है जो ये महिलाएं अपने साथ लेकर आई हैं। जिस हिंदुस्तान में लड़कियां अकेले घर से बाहर निकलने में हिचकती हैं, वहां ये लड़कियां तमाम शोर-शराबे, आंधी तूफ़ान, धमाकों और हादसों के बीच पहुंचने की हिम्मत दिखाती हैं। छः दिसंबर को जब बाबरी मस्जिद गिराई गई थी, तब निधि वहीं थीं।
यह तस्वीर एक शरारती तत्व ने ली है- एनडीटीवी के हमारे सहयोगी असदुर्रहमान क़िदवई ने। दफ़्तरी कामकाज के दौरान अचानक उन्होंने मोबाइल पर यह तस्वीर उतार ली। मैंने सोचा, इसे भी दोस्तों के साथ साझा कर देते हैं।
एनडीटीवी के वरिष्ठ पत्रकार प्रिय दर्शन की एफबी वॉल से साभार.
चुनिंदा प्रतिक्रियाएं-
शिफाली : सर…हम इनकी शालीनता के मुरीद हैं….हमारा नमन आप दोनों को
Anurag Arya : पढ़े लिखे लोगो का सूचना तंत्र में रहना तसल्ली देता है के शोरगुल भरे इस समाज में अभी भी कुछ ऐसा है जो धीमी आवाज में ही सही ,सही बात तो कह रहा है
Rajshekhar Vyas : दोनों ही शिष्ट शालीन दोनों ही मेरे प्रिय दोनों को अनंत मंगलकामना
Shruty Kushwaha : सर इनके बड़े प्रशंसकों में से हैं हम भी
Sneha Baba : Nidhi, kadambini, neeta sharma, nagma is my all time fav
Balendu Dwivedi : आप दोनों ही बहुत शालीन और सौम्य हैं।ऐसे ही मुस्कुराते रहें
Jitendra Narayan : निधि कुलपति की प्रस्तुति सचमुच बहुत ही बेहतरीन है…!
Vinod Pandey : निधि कुलपति जी बेमिसाल हैं. आप दोनों को badhai
Sujata Choudhary : निधि जी के चेहरे से ही बौद्धिकता और निर्भीकता दोनों टपकती है।आपदोनों की मित्रता के लिए ढेरों शुभकामनाएं।
Sanjay Joshi : ये शरारती अब्दुर्रहमान कहीं अपने असद-उर -रहमान तो नहीं . इन्होने हम सहपाठियों की भी बहुत सी तस्वीरें उतारीं थीं जो आज २५ साल बाद भी खूब पसंद की जाती हैं .
Parul Jain : इस तरह की आत्मीयता अनमोल पूंजी की तरह होती है। मैं भी आत्मीय रिश्तों को खाद पानी देते हुए बहुत सहेज कर रखती हूँ ।
Firoj Khan : निधि जी का स्क्रीन पर आना मुझे दूरदर्शन की याद दिलाता है…
Anuj Agrawal : निधि मैम अपनी स्क्रीन प्रजेंस में वाकई बहुत शालीन और संयत दिखती हैं, और स्टूडियों में अनर्गल प्रलाप करने वालों को पूरी डिग्निटी के साथ संयमित तरीके के साथ टोकती हैं, आजकल की चीखने वाली एंकरों को इनका शो जरूर देखना चाहिये
Abha Bodhisatva : बौद्धिक और शालीन ये दिखती भी हैं। जिसके अंदर यह गुण होगा निश्चय ही वह निर्भीक भी है
Rider Rakesh : आप दोनों शालीन हैं। प्रिय हैं। आपसे पहली भेंट में ही कायल हुआ था आपका। 🙂
Indubala Shankar : Graceful and elegant
Niranjan Shrotriya : एनडीटीवी के कई पसंदीदा शख्सियतों में से ये दो।
Manoj Kumar : सच में। निधि को देखते सुनते वर्षों हो गए। नई पीढ़ी के एंकर को उनसे सीखना चाहिए
Mamta Kiran : वाकई… निधि जी की शालीनता ही उन्हें औरों से अलग करती है…. और आपका भी शालीन और गौरवमयी वयक्तित्व , आपकी शानदार लेखनी आपको औरों से जुदा करती है…
Mamta Kalia : Nidhi Kulpati is our dream news reader bringing sense into much nonsense
Md Sabanawaz Khan : आप सभी लोग क़े ही वजह से ही इस चैनल बुद्धजीवी वर्ग मे एक अलग अस्थान बनाये होऐ है आप सभी लोग ऐसे ही खुश रहये और दर्शकों को भी अपनी रिपोर्टिंग से खुश रखिए
Rakesh Mishra : बहुत सुन्दर तस्वीर, ढेरों शुभकामनायें आप दोनों को, निधि जी बहुत लोकप्रिय हैं।आप की प्रखरता के सभी कायल हैं ।
Raakesh Pathak : निधि की सहज प्रस्तुति और उनका उदार चेहरा उनकी विश्वसनीयता का सबसे मजबूत पक्ष है। खबरों का प्रवाह, आरोह अवरोह एक नदी जैसा है, वो ज़िम्मेदारियों में बहती रही हैं, फिर चाहे वो कोई भी हो। आप दोनों को प्रणाम।
Sheo Shankar Jaiswal : निधि कुलपति की शालीनता की मिसाल दी जा सकती है. पत्रकार के और गुण तो उनमें हैं ही.
Vibha Singh : आप दोनों हैं ही इतने प्यारे कि कोई भी मुरीद हो जाए। निधि बहुत ही शालीन और सरल हैं तो आपके लिखने की शैली गजब है। आप दोनों मिसाल हैं।
Rajesh Shivpuri : निधि जी की शालीनता और और आपकी लेखनी की परिपक्वता ही बेहतरी का आधार है । बहुत शुभकामनाएं!
Rajkamal Nayak : सर्वोत्तम, निष्पक्ष, गरिमा और जानकारी से सराबोर चैनल जिसके सभी पत्रकार शालीन और आत्मीय हैं, अपने लगते हैं। निधि जी और आपको हृदय से शुभभरी कामनाएं
Sankalp Mishra : ये तो बिल्कुल सही बात है कि वो शालीन और संस्कारी हैं ।
Arun Sheetansh : उनमें सौम्यता है और आपमें भाषा के प्रति सजगता।
वत्सला पाण्डेय : इन मैडम की चेक साड़ियों की फैन हूँ ….. और आपकी राइटिंग की …..ये 17 साल का साथ मुबारक
Praveen Prabhakar : अच्छी तसवीर। मुझे याद है.. तुमने अपने कार्यालय में निधि से मुझे मिलवाते हुए कहा था कि देखो मेरे मित्र भाजपा में भी हैं।
Abhiranjan Kumar : Nidhi ko itne saal baad dekhkar achchha laga. Badhai aapko unki hansti-muskurati tasweer sajha Karne ke liye.
प्रकाश सिंह अर्श : Nidhi my fav anchor hain.
Sweta Rai : आज भी मैं निधी जी की साड़ियां और बुलेटिन के अंदाज की फैन हूं
Vibhas Awasthi : रही बात निधि जी की सौम्यता और शालीनता की तो आज की पीढी के एंकर (पढे भोंपू) को इनसे सीखना चाहिए
Devendra Yadav : बौद्धिकता के साथ साथ एंकर का शालीन व्यक्तित्व कार्यक्रम की प्राणवायु होती है.कार्यक्रम के उद्देश्य को सफल बनाने में निधिजी की प्रखरता और गंभीरता अद्वितीय है.
Nadeem Ahmad Kazmi : Bazme khwateen ..baqaul..shararti saathi(Asad)
Rakesh Tiwari : सर हर शब्द में एक गहरा ताल्लुक़ है, और मैं तो बीते बीस-पच्चीस दिनों में आप सबों के सानिध्य में यही सोच-सोचकर हैरान हूं कि हिन्दी टीवी न्यूज़ की दुनिया क्या इतनी भी शालीन होती है, वाक़ई आप दोनों प्रेरणादायी हैं, और असद सर को इस बेहद ख़ूबसूरत तस्वीर के लिए साधुवाद. ये दुनिया ऐसे ही मुस्कुराती रहे, आमीन
Devendra Arya : बेशक निधि जी जब लाइव होती हैं तो लगता है , उनको देखूं कि उनकी बात सुनूं । बेहद ख़ूबसूरत , शालीन तार्किक और दृढ़ । मेरी पसंदीदा समाचार प्रस्तोता । धन्यवाद आपका । आपने ‘ मन की बात’ कहने का मौका दिया ।
DrDhirendra Srivastava : निधि कुलपति..एक सहज, सरल, प्रखर, प्रेरणास्पद और अनुकरणीय व्यक्तित्व..आज की युवतियों के लिए..
बधाई
Nidhi Chadha : एन डी टी वी के अधिकांश बल्कि कहें सभी न्यूज रीडर मुझे बहुत पसन्द हैं वे गम्भीरता और शालीनता से रीडिंग करते हैं अति उत्साह से बहुत दूर। निधि तो खास तौर से पसन्द हैं सभी को मेरा सलाम …..
Hitendra Patel : शरारती तत्व को ढेर सारा प्यार ! ऐसी हरकतें वे करते रहें। कितनी सुंदर भाषा है आपकी। ऐसी मुलायमियत तो कम ही लोगों के पास होती है। आपकी यह साझा करने की भावना और बढ़े ।
DrMahesh Chandra Giri : निधि जी वाकई बहुत सौम्य लगती हैं स्क्रीन पर, बहुत पहले2004 या 5 से तो लगातार देखता ही हूँ.
Vandana Dev Shukl : सबसे सोबर एंकर हैं निधि | पसंदीदा
Shashi Kant : ‘आज यहां कल वहां’ वाली TV न्यूज़ की दुनिया में एक जगह एक साथ 17 साल? आप दोनों को ढेर सारी शुभकामनाएँ…वैसे आपके (प्रियदर्शन जी) ‘जनसत्ता’ छोड़ने के बाद भी अभी हाल तक ‘जनसत्ता’ लेता रहा और आपके वैचारिक, प्रतिबद्ध एवं धारदार संपादकीय ‘मिस’ करता रहा. शुभकामनाओं सहित.
Manju Sharma : बहुत आभार सर कि आपने निधि जी के व्यक्तित्व के इस पहलू से भी परिचय करवाया।
Sanjay Swatantra : निधि बेहतरीन एंकर ही नहीं, संवेदनशील पत्रकार भी हैं। आप दोनों को शुभकामनाएं।
Khalid Khan : Priya Darshan, Nidhi was my boss in Zee News..jokes apart we were good friends, always calm and composed..We used to do two shows…21 years back…एक अच्छा अनुभव रहा…
Anurag Dixit : निधि जी ने सिखाया कि गम्भीर एंकरिंग कैसे हो और आपने सिखाया कि बेहतर लिखें कैसे… #बात पते की 🙏🏻
Ranjit Gupta : आपका लेखन और निधि मैम का वाचन दोनों लाजवाब है इसीलिए तो एनडीटीवी मैं पत्रकारिता करना वहां से सीखना एक सुखद और शानदार अनुभव है
Gireesh Pandey : माखनलाल चतुर्वेदी पत्रकारिता विश्वविद्यालय में पहली क्लास आपसे ही ली थी सर। आपने हिंदी के बारे में वो कुछ सिखाया जो हम ग्रेजुएशन तक भी नहीं सीख पाये थे।
आप स्वयं बहु व्यवहार बहुत सरल, शालीन हैं, बहुत कुछ सीखा आपसे।
Niyaz Kapilwastuvi : टीवी चैनलों की चिल्ल-पों में एनडीटीवी देखकर ही कुछ सुकून मिलता है सर ! आप सभी लाजवाब हैं।
Kedar Prasad Meena : वाकई, इनकी शालीनता का मैं भी कायल हूँ, तब से जब ये star plus या शायद zee tv पर पर शाम 7 या साढ़े सात बजे न्यूज लेकर आती थीं। उन दिनों उन मनोरंजन चेनल्स पर भी एकाध घंटे न्यूज दिखाई जाती थी,तब 24 घंटे के न्यूज चेनल्स नहीं होते थे।
Praveen Kumar : वाकई निधि जी बेहद शालीनता के साथ ख़बर पढ़ती हैं। आप दोनो की दोस्ती क़ायम रहे।आप दोनो को बहुत बहुत शुभकामनाएँ।
Neeraj Sharma : Although I am not a fan of NDTV but I love what you have written. Hat’s off to you both.
Sanjay Narhari Patel : जिन लोगों की वजह से टीवी का शोर खारिज होकर सुकून हासिल होता है उनमें निधि जी एक प्रमुख नाम हैं ।
DrAtul Chaturvedi : आप दोनों एन डी टी वी की पहचान और बौद्धिक जगत की निधि हैं । दोस्ती अमर रहे
Rashmi Rawat : निधि कुलपति की शालीनता तो सचमुच बहुत भाती है। उनके अन्य गुणों को भी आपने बड़ी ख़ूबसूरती से अभिव्यक्त किया है। तस्वीर तो काफी शराफत और शालीनता से ही ली गयी है। इसे शरारत कह के क्या आप ये कहना चाहते हैं कि कितनी भी शरारत से तस्वीर ली जाये आप लोग इतने ही शालीन दिखते हैं। बड़ी प्यारी तस्वीर है
Devesh Bhagat : शोर शराबों के बीच एनडीटीवी ही दिल और दिमाग को सकून दे रहा है। अभी मेरे लिए टीवी का मतलब एनडीटीवी ही रह गया है। आप लोगों जैसे बुद्धि जीवियो का हौसला संबल भी देता है, और आश्वस्ति भी। आप दोनों और एनडीटीवी के तमाम लोगों का शुक्रिया।
Om Thanvi : इसमें शरारत तो कुछ भी नहीं! … निधि हरदम बाशऊर, बासलीक़ा हैं। परदे पर हों, या उसके पीछे।
Kiran Shaynah : Nidhi Kulpati ma’m has been my all time favourite anchor. U made my day by sharing this pic!
Aradhana Mukti : निधि कुलपति मुझे NDTV के शुरुआती दिनों से ही बहुत पसंद हैं। उनकी सादगी भारी सौम्यता, उनके प्रस्तुतीकरण में ही दिख जाती है। मुझे विशेषतः उनकी साड़ियाँ और उनको कैरी करने का उनका ढंग बहुत भाता है. हमारे देश में बहुत कम जगहें ऐसी हैं जहाँ स्त्रियाँ सहजता से पुरुषमित्रों से अपनी मित्रता निभा सकें। आपलोग ख़ुशकिस्मत हैं कि ऐसी जगह पर हैं। आपकी दोस्ती को सलाम!
Sachin Shrivastava : अदभुत एंकर हैं निधि मैम… इस चीख चिल्लाहट के दौर में उनकी आवाज खामोशी से खबरों को भीतर तक पहुंचाती रहती है
Kubolay chowdhury
May 10, 2019 at 7:33 pm
Madam
NIDHI KULPATI IS UNCOMPARABLE AND VERY DIGNIFIED PRESENTATION,
REPUBLIC TV ANCHOR TO LEARN ALOT FROM HER.
श्याम लाल
May 11, 2019 at 8:30 am
निधि कुलपति जी को अनेकों बार सुना वह अति सौम्यता से भरपूर ,शालीन,सहज एवम अदभुत एंकर हैं, आपके NDTV में 17 वर्ष पूरे होने पर बधाई और हार्दिक शुभकामनाएं, आदरसहित नमस्कार ।
Ravinder Sharma
May 11, 2019 at 12:02 pm
An admirable relationship, with a whiff of fresh air ! May your tribe prosper !!