लाडली मीडिया अवार्ड के 11वें संस्करण के विजेताओं के नाम शुक्रवार को जारी कर दिए गए हैं। इन नामों में नोएडा में दैनिक जागरण में कार्यरत वरिष्ठ महिला पत्रकार प्रियम वर्मा का नाम भी शामिल है।
उन्हें यह सम्मान महिलाओं में सेनेटरी नैपकिन को लेकर जागरूकता, प्रयोग न करने पर होने वाली बीमारियाँ और उसकी उपलब्धता पर अभियान चलाने को लेकर मिला है। उन्होंने इससे पहले अपने समाचारीय अभियानों के चलते गंगा घाट के किनारे अंतिम संस्कार का तरीक़ा बदल दिया।
बुंदेलखंड के सभी ज़िलों में गर्भपात करने वाले दर्जनों नर्सिंग होम और अस्पतालों की पोल खोली। इतना ही नहीं शासन तक आवाज़ पहुंचाने के लिए छुट्टा जानवरों तक की चौपाल बैठा दी। चुनाव के दौरान उत्तर प्रदेश और हरियाणा के गांवों से ग्राउंड रिपोर्ट्स कीं। उनके पत्रकारिता में आने की बुनियाद इसी शहर में पड़ी।
यूपी के लखीमपुर जिले के गोला गोकरणनाथ कस्बे की रहने वाली प्रियम ने 2007 में लखनऊ विष्वविद्यालय से पत्रकारिता से स्नातक किया। साथ ही लखनऊ दूरदर्शन के लिए एंकर व स्क्रिप्ट राइटर के तौर पर काम किया। इसके बाद 2010 में परास्नातक की पढ़ाई के लिए माखनलाल चतुर्वेदी राष्ट्रीय पत्रकारिता एवं संचार विश्वविद्यालय, भोपाल के पत्रकारिता विभाग में प्रवेश लिया।
पढ़ाई के उपरांत इंडिया न्यूज में बतौर रिपोर्टर फिर जी न्यूज में काम किया। इसके बाद केंद्रीय सूचना एवं प्रसाद मंत्रालय में रहीं। हिन्दुस्तान अखबार के कानपुर संस्करण में बतौर सीनियर रिपोर्टर काम किया। इसके बाद उन्होंने दैनिक जागरण में चीफ़ रिपोर्टर के पद पर काम कर रही हैं।