टीआरपी बढ़ने के बाद पब्लिक एप ने अब अपने कर्मचारियों के आगे असली रंग दिखाना शुरू कर दिया है। उत्तर प्रदेश के मुरादाबाद नगर से युवा रिपोर्टर मनोज कश्यप को हटा दिया गया क्योंकि उन्होंने 20 हजार से 30000 हजार रुपये महीने का विज्ञापन का लक्ष्य पूरा नहीं किया था।
इस पर पब्लिक एप की प्रबंधकीय टीम ने मनोज कश्यप को बिना नोटिस दिए ही हटा दिया। इस प्रकरण से संबंधित खबर और आडियो का प्रकाशन भड़ास पर हुआ तो पब्लिक एप की जगहंसाई शुरू हुई। इसके बाद पब्लिक एप की प्रबंधन टीम के एक शख्स राघव ने मनोज कश्यप को फोन कर समझाने की कोशिश की। हालांकि एप के लोग अब भी अपनी बात पर अड़े हुए हैं और यह कह रहे हैं कि अगर आपको हमारे साथ काम नहीं करना है तो हमने आपको हटा दिया।
इस संबंध में पब्लिक ऐप के राघव ने भी मोबाइल पर कहा कि किसी भी संस्थान की काम करने की गाइडलाइन होती है, विज्ञापनों का काम भी काम है हमारे यहां, सारे काम कराए जाते हैं, मैं यही कह रहा हूं, पॉलिसी है। राघव आडियो भड़ास पर चलवाने से दुखी दिखे और कहा कि किसी का बिना बताए फोन टेप करना कानूनन अपराध होता है। हालांकि राघव को शायद से पता न होगा कि पब्लिक इंट्रेस्ट में स्टिंग करना, आडियो रिकार्ड करना अपराध नहीं होता। इन आडियोज से इस बात का खुलासा हो रहा है कि किस तरह मीडिया का काम करने आई एक कंपनी अब उगाही की दुकान में तब्दील हो गई है और रिपोर्टरों को धंधेबाज बनाया जा रहा है।
राघव से मनोज की बातचीत बहुत सुनने लायक है। प्रबंधन के लोग किस तरह अपनी बात समझाने की कोशिश करते हैं और ग्राउंड पर काम करने वाला एक रीढ़ वाला रिपोर्टर किस तरह हर शाब्दिक जंजाल को तार तार कर देता है, ये सब कुछ इस आडियो में है। मुरादाबाद के इस युवा रिपोर्टर मनोज कश्यप की तारीफ की जानी चाहिए कि उसने निडर होकर सिर्फ अपनी बात ही नहीं रखी बल्कि प्रबंधन को आइना दिखाया कि तुम हर किस्म की मनमानी हर शख्स के साथ नहीं कर सकते, होंगे तमाम दलाल पत्रकार जो तुम्हारे तलवे चाटते हों और हर अच्छे बुरे आदेश को यस सर यस सर करके मानते हों पर दुनिया में ऐसे भी लोग हैं जो अपनी रीढ़ की हड्डी को सीधा रखते हुए गलत को गलत कहने का जमीर रखते हैं.
आडियो सुनने के बाद मनोज कश्यप को बधाई आप उनके नंबर 9068133391 पर फोन या मैसेज कर दे सकते हैं… साथ ही कोई ईमानदार मीडिया संस्थान इस युवा रिपोर्टर को अपने साथ जोड़ सकता है. ऐसे बढ़िया रिपोर्टरों को अच्छे मीडिया संस्थानों में होना चाहिए.
पब्लिक एप प्रबंधन से राघव और पब्लिक एप से हटाए गए रिपोर्टर मनोज कश्यप के बीच बातचीत का आडियो सुनने के लिए क्लिक करें- Raghav Manoj Vartalap
मनोज कश्यप का ये आडियो भी सुन सकते हैं-
पब्लिक एप ने विज्ञापन न देने वाले रिपोर्टर को नौकरी से निकाला, सुनें आडियो
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Rajkumar Agra
January 22, 2022 at 5:41 am
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