रणधीर-
पीपी सर नहीं रहे.. ये दुखद समाचार आज सुबह कुछ मिनट पहले प्राप्त हुआ। यकीन नहीं होता है, लेकिन सच है। पीपी (पुष्पेंद्र पाल सिंह) सर माखनलाल चतुर्वेदी राष्ट्रीय पत्रकारिता विश्वविद्यालय भोपाल के पूर्व प्राध्यापक, ‘रोज़गार और निर्माण’ अख़बार के संपादक रहे हैं और इन दिनों ‘माध्यम’ में अपनी सेवाएं दे रहे थे।
कल रात को उनका हृदयाघात से निधन हो गया। वे हमेशा अपने छात्रों की मदद करते थे और काम करने वाले का सम्मान करते। भोपाल शहर का वे जानामाना नाम थे। विनम्र श्रद्धांजलि।
आनंद शर्मा-
आज सुबह सुबह बहुत दुःखद समाचार सुनने को मिला। पत्रकारिता जगत की जाने मानी हस्ती, बहुत सौम्य सरल व्यवहार के धनी बड़े भाई साहब पुष्पेंद्र पाल सिंह जी का हृदयाघात से निधन हो गया!
ईश्वर उनकी पुण्य आत्मा को शांति दे और परिवार को अत्यंत दुःख की घड़ी सहन करने की शक्ति दे।
मोहम्मद अनस-
बाबा। आपको आखरी सलाम। आपने ज़िंदगी के उन पहलूओं की पहचान कराई जिससे मैं अनभिज्ञ था। वे आप ही थे जो कहा करते थे अनस, परिपक्व हो जाओ। देश दुनिया में हजारों हजार पत्रकारों, मीडिया प्रोफेशनल्स का गुरू आज चला गया। आप चले गए लेकिन आपकी कहानियां, वे क़िस्से जो मिलने वाले सुनाया करते हैं, वे आगे भी सुनाएंगे। और वो गाना जो आप हम सब अक्सर गुनगुनाया करते थे, थिरका करते थे, ’ इक दिन बिक जाएगा, माटी के मोल, जग में रह जाएंगे, प्यारे तेरे बोल, दूजे के होंठों को, देकर अपने गीत, कोई निशानी छोड़, फिर दुनिया से डोल।’
Diwan Singh Bisht
March 7, 2023 at 1:00 pm
Ye bada hee dukhad hi samachar hai.. Main 2002 mein ek workshop mein unse mila thaa.. Wo bhopal se kuch student ko IGNOU mein Workshop ke liye laye thee… Jahan per main us samay Editor thaa… Bade hee down to earth thee. Bhagwan unki aatma ko. shanti pradan kare…