राज्यसभा टीवी ने पीएम मोदी की अपील की उड़ाई धज्जियां, 19 परिवारों पर मंडराया रोजीरोटी का खतरा
राज्यसभा टीवी के दिग्गजों की गई नौकरी… 30 सितंबर के दिन अचानक आरएसटीवी चैनल के कई बड़े नामों को अलविदा कह दिया गया है। कुछ लोगों का कहना है कि 19 नहीं बल्कि लगभग 30- 40 पत्रकारों के पेट पर लात मार दी गई है।
इन पत्रकारों में कई बड़े नाम शामिल हैं। सबसे वरिष्ठ पत्रकार अरविंद कुमार सिंह, प्रोग्राम गुफ़्तुगू के इरफान, इंग्लिश की सीनियर एंकर ऐश्वर्या कपूर, हिन्दी के सीनियर एंकर घनश्याम उपाध्याय, प्रोग्राम विशेष के वैभव राज शुक्ला, सीनियर प्रोड्यूसर स्मिता नायर समेत तमाम आउटपुट, इनपुट और टेक्निकल विभाग के कर्मियों को अचानक नौकरी से निकाल दिया गया है।
सवाल ये उठता है कि जहां एक ओर कोरोना काल में प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी प्राइवेट नौकरियों से लोगों को न निकालने की अपील करते हैं वहीं दूसरी ओर दिया तले अंधेरा दिखाई पड़ता है। सरकारी संस्था में ही अगर इतनी नौकरियां जाएंगी तो फिर देश में आप क्या उम्मीद कर सकते हैं?
बीते मार्च महीने में पीएम मोदी एक छोटी सी अपील देशभर के नियोक्ताओं से करते है। इसके मुताबिक कोरोना संकट के दौरान पब्लिक और प्राइवेट संस्थान किसी भी तरह से कर्मचारियों की छंटनी ना करे। पीएम मोदी की ये अपील संसद भवन के ठीक बगल में बने आरएसटीवी तक भी ढंग से नहीं पहुँच पाती है। पीएम मोदी की अपील के ठीक उल्ट आज राज्यसभा टीवी के 19 कर्मियों को नौकरी से बाहर का रास्ता दिखा दिया गया है। कार्यमुक्त हुए लोगों में मशहूर प्रोग्राम गुफ्तगू के जाने माने एंकर इरफान भी शामिल हैं।
निकाले गये सभी लोग अनुभवी हैं और तकरीबन लंबे समय से राज्यसभा टीवी को अपनी पेशेवराना काबिलियत मुहैया करवा रहे थे। इन्हीं लोगों की सालों की मेहनत का नतीज़ा है कि राज्यसभा टीवी के कार्यक्रम और बुलेटिन दूरदर्शन से कई मायनों में बेहतरीन है, लेकिन राज्यसभा सचिवालय में बैठे अफसरों को इससे कोई मतलब नहीं।
मार्च महीने के दौरान श्रम और रोजगार मंत्रालय के सचिव हीरालाल समरिया ने इस मामले से जुड़ा खत सभी विभागों के सचिवों को भेजा था। इसमें पीएम मोदी की अपील को अमली जामा पहनाने की बात कही गयी थी।
आज एकाएक राज्यसभा सचिवालय की ओर से नोटिफिकेशन जारी किये गये तो बेरोजगार हुए लोगों पर मुसीबतों का पहाड़ टूट पड़ा। राज्यसभा टीवी की इस कवायद से ये अन्दाज़ा आसानी से लगाया जा सकता है कि जब राजधानी दिल्ली के सरकारी संस्थान में पीएम मोदी की अपील की धज़्जियां उड़ाई जा सकती है तो देशभर में दूसरे निजी और सरकारी संस्थानों का क्या हाल होगा?
बेरोजगार हुए ज़्यादातर लोग परिवार वाले है। नौकरी जाने से उसका सीधा असर उनके पूरे परिवार पर पड़ेगा। जल्द ही राज्यसभा टीवी का मार्जर लोकसभा टीवी में होने वाला है। उस दौरान भी कई परिवारों के चूल्हे ठंडे पड़ना लगभग तय माना जा रहा है।
देखें लिस्ट-
Vivek Tiwari
October 2, 2020 at 4:42 pm
इरफान साहब का गुफ्तगू प्रोग्राम,अद्वितीय है, आज भी you tube पर देखे बगैर मैं सोता नहीं।थोड़ा NSD को लेकर वो obsessed रहते हैं लेकिन उनकी क्षमता और प्रस्तुतिकरण के मैं कायल हूँ। उनके बगैर राज्यसभा tv का अस्तित्व कुछ नहीं।दुखी हूं।