
Nitesh Tripathi : ये रुबिया जी हैं. कभी कहती हैं, ‘बस यात्रियों से लबालब भरी हुई थी’, अब कह रही हैं, ‘इंटरव्यू आ रही है’. मेकअप लादे टेलीप्रॉम्पटर पढ़कर मीडिया में टिके इन न्यूज़ रीडरों को बारंबार प्रणाम है.
युवा और बेबाक पत्रकार नीतेश त्रिपाठी की एफबी वॉल से.
इस पोस्ट पर आए ढेरों कमेंट्स में से चुनिंदा पेश है-
Manish Tiwari कहीं गड्ढों भरी सड़क से कुछ यात्री छलक तो नहीं गये?
Nitesh Tripathi गड्ढे से यात्री तो नहीं छलके, लेकिन ग्लास में बना पैग कूद गया.
Arun K Pandey इंटरव्यू “राजनीति को बदल कर रख देने वाला” होगा. पॉइंट टू बी नोटेड.
Sadique Zaman भैया एकरे नाम से लियाक़त हटाकर क़यामत जोड़ दिया जाए, एहे ठीक है।
Comments on “एंकर रुबिका लियाकत की हिंदी भ्रष्ट है!”
इनकी ओछी, घटिया और उचक्कई काबिलियत के पीछे डंडा लिये खड़े घटिया इंसान को पकड़ कर गरम रेत पर ले जाकर कूटिये…..ताकि आगे से कोई इन की सी दूसरी एंकराइन मीडिया को बदनाम करने का दुस्साहस न कर सके
इतनी भाषा सुनता ही कौन है लोग केवल उछल को देखते हैं