अखबार वाले भी जल्दबाजी में कभी कभार अर्थ का अनर्थ कर देते हैं. राजस्थान पत्रिका समूह के पत्रिका अखबार के राजगढ़ संस्करण में भाजपा प्रत्याशी का बयान पुलिस कप्तान के नाम और तस्वीर के साथ छप गया है.
मजेदार है कि भाजपा प्रत्याशी का बयान प्रत्याशी के नाम-फोटो के साथ छपा है, कापी पेस्ट के चलन के चक्कर में यही पुलिस कप्तान के नाम के साथ भी प्रकाशित कर दिया गया लेकिन इसमें नाम और फोटो पुलिस कप्तान का है. इससे दुखी पुलिस कप्तान ने राजस्थान पत्रिका के संपादक ओर राजगढ़ ब्यूरो को लीगल नोटिस भेजा है.
राजगढ़ (मप्र) से खबर है कि प्रतिष्ठित अखबार पत्रिका के राजगढ़ संस्करण में राजगढ़ पुलिस अधीक्षक की छवि धूमिल करने के उद्देश्य से अथवा बिना देखे कॉपी पेस्ट की प्रवृत्ति से प्रकाशित खबर में पुलिस अधीक्षक का गलत वर्जन छापने पर राजगढ़ ब्यूरो ओर भोपाल संपादक को राजगढ़ पुलिस अधीक्षक ने नोटिस दिया है.
सोमवार 13 मई के अंक में निर्वाचन संबंधित समाचार में पत्रिका राजगढ़ पेज पर पुलिस अधीक्षक राजगढ़ की ओर से छापे गए वर्जन में पत्रिका ने उल्लेख किया कि “मतदाताओं ने पहले से ही मन बना रखा है की ऐसी पार्टी को नही जिताना, जिसमे भृष्टाचार हो, ओर काम करने में असक्षम हो। यही कारण है की हम पिछले चुनाव की तुलना में ओर ज्यादा मतों से जीत हासिल करेंगे। प्रदीप शर्मा, पुलिस अधीक्षक राजगढ़”
उपरोक्त बयान अखबार में प्रकाशित करने से पुलिस अधीक्षक राजगढ़ की छवि धूमिल हुई है। शहर में लोग चर्चा कर रहे हैं कि क्या पुलिस अधीक्षक ने मतदान प्रभावित किया या वर्जन गलत छपा? मामले की जानकारी के लिए हमने आईपीएस अधिकारी प्रदीप शर्मा को फोन लगाया तो उन्होंने बताया कि अखबार का ब्यूरो गलती से एक जैसे वर्जन छपना कारण बता रहा है। साथ ही राजगढ़ पुलिस अधीक्षक श्री शर्मा ने बताया कि जानकारी मिलते ही अखबार के संपादक ओर राजगढ़ ब्यूरो के नाम नोटिस जारी किए गए हैं वैधानिक कार्रवाई की जाएगी।