जौनपुर। आज पत्रकारिता कार्पोरेट जगत के हाथों गिरवी हो गयी है तथा जनहित पीछे कर दिया गया है। स्वतंत्रचेता सम्पादक की हैसियत एक कर्मचारी की रह गयी है। प्रबन्ध तंत्र जो चाहता है, समाचार पत्र में वही छपता है। समाचार पत्र अर्थ का साधन बन गया है। 60-40 प्रतिशत की आचार संहिता कूड़ेदान में फेंक दी गयी है। उक्त बातें डा. तुलसी दास मिश्र विभागाध्यक्ष जनसंचार विभाग सम्पूर्णानन्द संस्कृति विश्वविद्यालय वाराणसी ने कही। वे यहां हिन्दी पत्रकारिता दिवस 190वीं वर्षगांठ पर गोमती जर्नलिस्ट एसोसिएशन एवं उत्तर प्रदेश श्रमजीवी पत्रकार यूनियन (पं.) के संयुक्त तत्वावधान में आयोजित समारोह में बतौर अतिथि थे।
इसी क्रम में वाराणसी से प्रकाशित एक हिन्दी दैनिक समाचार सम्पादक कृष्ण देव नारायण राय ने अखबार की भाषा शैली को रेखांकित करते हुये कहा कि पाठक वर्ग हर बौद्धिक क्षमता का है। वह समाचार पत्र में आमजन के बीच की बोलचाल की भाषा पसन्द करता है। उसे जयशंकर प्रसाद की संस्कृतनिष्ठ साहित्यिक भाषा नहीं चाहिये, इसलिये भाषा के प्रश्न पर सम्पादकों व संवाददाताओं को सावधान रहना चाहिये। वाराणसी के वरिष्ठ संवाददाता दीनबन्धु राय ने कहा कि समाचार में सत्यता, जनहित व संक्षिप्तता का ध्यान अवश्य रखना चाहिये। खबरों का अनावश्यक विस्तार अनुचित है। इसके पहले मंचासीन अतिथियों ने मां सरस्वती के चित्र पर माल्यार्पण एवं दीप प्रज्ज्वलन करके कार्यक्रम का शुभारम्भ किया।
तत्पश्चात् वरिष्ठ पत्रकार श्याम नारायण पाण्डेय ने कहा कि 30 मई 1826 को पं. जुगल किशोर शुक्ल द्वारा उदण्त मार्तण्ड प्रकाशित किया गया लेकिन तत्कालीन शासन-प्रशासन और सरकार का शिकार होकर 11 दिसम्बर 1927 को बंद हो गया, क्योंकि वह सूचना व शिक्षा देने के साथ जनमानस में लोक जागरण का कार्य भी कर रहा था। शिक्षाविद् डा. ब्रजेश यदुवंशी ने हिन्दी के शुद्ध प्रयोग पर बल देते हुये कहा कि देश की कान्वेंट एजूकेशन हमारी नयी पीढ़ी को न हिन्दी सीखने दे रही है और न ही अंग्रेजी। हमारी कार्यशालाओं में विदेशी अतिथि हमसे अच्छी हिन्दी बोलते हैं। इसके अलावा सम्पादक जय प्रकाश मिश्र, अजय पाण्डेय, सम्पादक रामजी जायसवाल, सुबास पाण्डेय, डा. गुलाब मौर्य, संजय अस्थाना, डा. यशवंत सिंह, अनिल दूबे आजाद सहित अन्य वक्ताओं ने अपना सारगर्भित विचार व्यक्त किया।
नगर के एक होटल में आयोजित इस समारोह की अध्यक्षता श्रमजीवी पत्रकार यूनियन के अध्यक्ष जय आनन्द व गोमती जर्नलिस्ट एसोसिएशन के अध्यक्ष डा. राम सिंगार शुक्ल गदेला ने संयुक्त रूप से किया जबकि संचालन की भूमिका वरिष्ठ पत्रकार अनिल पाण्डेय ने निभायी। इस अवसर पर समूह सम्पादक कैलाशनाथ, कैलाशनाथ मिश्र, प्रमोद जायसवाल, रमेश सोनी, डा. दिनेश तिवारी, डा. सुरेन्द्र नाथ श्रीवास्तव, राजकुमार सिंह, वीरेन्द्र मिश्र विराट, ओम प्रकाश पाण्डेय, अजीत सोनी, दीपक चिटकारिया, रमेश यादव, डा. अनिल यादव, विपिन मौर्य, विनोद यादव, अखिलेश यादव, मनीष मिश्र, श्याम रतन श्रीवास्तव, संजय शुक्ला, सरोज श्रीवास्तव, महेन्द्र प्रताप चौधरी, आरिफ अंसारी, लक्ष्मी मौर्य, संजय श्रीवास्तव, प्रकाश चन्द्र शुक्ल, लालजीत डेमोस, कमलेश यादव, कुमार कमलेश, संजय चौरसिया, सहित सैकड़ों पत्रकार उपस्थित रहे।
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गोजए ने राजेश श्रीवास्तव व राम सरन यादव को किया सम्मानित
जौनपुर नगर के एक होटल में हिन्दी पत्रकारिता दिवस पर आयोजित कार्यक्रम में जनपद में इलेक्ट्रानिक चैनल के जन्मदाता व पोर्टल शिराज-ए-हिन्द डाट काम के सम्पादक राजेश श्रीवास्तव सहित दो पत्रकारों को सम्मानित किया गया। श्री श्रीवास्तव के अलावा सम्मानित होने वाले केराकत के वरिष्ठ पत्रकार राम सरन यादव हैं। यह सम्मान पत्रकारिता जगत में उत्कृष्ट सेवा कार्य करने पर दिया गया है। बता दें कि गोमती जर्नलिस्ट एसोसिएशन की यह परम्परा रही है कि प्रत्येक वर्ष हिन्दी पत्रकारिता दिवस पर एक जिला मुख्यालय एवं ग्रामीणांचल के पत्रकार को सम्मानित करता है। सम्मानित करने वालों में सम्पूर्णानन्द संस्कृत विश्वविद्यालय वाराणसी के जनसंचार विभाग के विभागाध्यक्ष डा. तुलसी दास मिश्र, दैनिक आज के समाचार सम्पादक केडीएन राय एवं वरिष्ठ संवाददाता दीनबन्धु राय के अलावा एसोसिएशन के अध्यक्ष डा. राम सिंगार शुक्ल गदेला, महामंत्री संजय अस्थाना रहे।
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कस्बाई पत्रकारों को संरक्षण देना जरूरी
इलाहाबाद : बड़े अख़बारों के बड़े पत्रकारों से इतर कस्बाई पत्रकारिता करने वालों का भी संरक्षण किया जाना चाहिए. दरअसल, ख़बरों का असली स्रोत तो वही हैं. अख़बार की रीढ़ भी वही हैं. खतरों के बीच वही पत्रकारिता करते हैं और सबसे ज्यादा हमले भी उन्ही पर होते हैं. यह विचार वरिष्ठ पत्रकार इंद्र कांत मिश्र ने सोमवार को इलाहाबाद न्यूज़ रिपोर्टर्स क्लब द्वारा आयोजित पत्रकारिता दिवस समारोह में व्यक्त किये. क्लब के गणेश शंकर विद्यार्थी सभागार में पत्रकारिता के समक्ष चुनौतियाँ विषय पर आयोजित इस समारोह में मुख्य वक्ता के रूप में श्री मिश्र ने हिंदी के पहले अख़बार उदन्त मार्तण्ड के दिसंबर 1827 में बंद होने के कारण को विस्तार से बताया. उन्होंने कहा कि इस साप्ताहिक अख़बार के पाठकों की खासी संख्या होने के बावजूद इसे आक्सीजन नहीं मिल सका क्योंकि तब मार्केटिंग का फंडा नहीं था और अख़बारों को सरकारी सहायता पर निर्भर रहना पड़ता था. अंग्रेज अफसरों से कोई मदद नहीं मिली और हिंदी पत्रकारिता की शुरुवात करने वाला यह अख़बार मात्र डेढ़ साल ही चल सका.
आज भी कही-कही ऐसी ही परिस्थितियां देखना को मिलती हैं. बड़े अख़बार सरकार पर दबाव बनाकर हर तरह की मदद पा लेते हैं लेकिन छोटे अख़बार अपने संसाधनों पर ही सांस लेते हैं. बड़े अख़बार के बड़े पत्रकार तो सुरक्षित हैं लेकिन छोटे अख़बारों के साथ ऐसा नहीं है. यह विसंगति जब तब विद्यमान रहेगी, पत्रकारिता के समक्ष खतरे बने रहेंगे. वरिष्ठ पत्रकार डॉ. प्रदीप भटनागर ने अध्यक्षता करते हुए कहा कि पत्रकारों को एक ही शहर में जमे रहने का मोह छोड़ देना चाहिए. आप एक ही जगह जमे रहकर न केवल बुराईयां मोल लेते हैं बल्कि अपने सम्मान को भी कम कर देते हैं. उन्होंने युवा पत्रकारों से अपील की कि वे बाहर जाएँ और नए-नए अनुभव हासिल कर पत्रकारिता को गतिशील बनायें. वरिष्ठ पत्रकार रमा शंकर श्रीवास्तव ने कहा कि पत्रकारों को दलाली और शॉर्टकट से दूर रहना चाहते. उन्हें अपनी योग्यता और मेहनत से चुनौतियों का सामना करना चाहिए. युवा पत्रकार कंचन ने कहा कि पत्रकारों पर दलाली का वही लोग आरोप लगते हैं जो खुद पास साफ़ नहीं हैं. लोगों को यह बात समझनी चाहिए कि भूखों रहकर भी पत्रकार कभी भीख नहीं मांगता. कार्यक्रम में स्वागत भाषण क्लब के अध्यक्ष अशोक चतुर्वेदी ने किया. इस अवसर पर बड़ी संख्या में पत्रकार मौजूद थे.
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जनता और सत्ता के बीच मजबूत कड़ी हैं पत्रकार
बलरामपुर। हिन्दी पत्रकारिता दिवस पर पत्रकारिता के क्षेत्र में लम्बे समय से कार्य करने वाले पत्रकारों व यूपी, सीबीएसई और आईसीएससी बोर्ड के जिला टाप करने वाले हाईस्कूल व इंटर के मेधावियों के सम्मान समारोह का आयोजन किया गया। यूपी प्रेस क्लब द्वारा आयोजित इस समारोह में क्लब की स्मारिका का विमोचन भी किया गया। सदर तहसील सभागार में आयोजित समारोह में जिले के पांच वरिष्ठ पत्रकार श्रीकृष्ण मिश्रा, अम्बरीश तिवारी, विश्वमोहन श्रीवास्तव, सुरेश कुमार मिश्र व अमरेन्द्र कृष्ण त्रिपाठी का मुख्य अतिथि सांसद दद्दन मिश्रा, विशिष्ठ अतिथि डीएम प्रीति शुक्ला व एसपी राजीव मलहोत्रा ने शाल व प्रमाण पत्र देकर सम्मानित किया।
यूपी, सीबीएसई व आईसीएससी बोर्ड के जिला टाप करने वाले पांच छात्र छात्राओं यूपी बोर्ड की हाईस्कूल टापर एलएमटी इंटर कालेज पचपेड़वा की छात्रा अंजनी तिवारी, इंटर में सीएमएस इंटर कालेज के छात्र अभिषेक कुमार विमल, आईसीएसई बोर्ड के जीसस एंड मैरी स्कूल एंड कालेज के हाईस्कूल के छात्र वीरांश सिंह व इंटर के छात्र सत्यम जायसवाल और सीबीएसई बोर्ड जवाहर नवोदय विद्यालय के इंटर के छात्र शुभम कुमार पाण्डेय व उनके विद्यालय के प्रधानाचार्यो का भी सम्मान अतिथियों ने किया। हिन्दी पत्रकारिता दिवस पर आयोजित गोष्ठी के दौरान मुख्य अतिथि सांसद दद्दन मिश्रा ने प्रेस को जनता और सत्ता के बीच की महत्वपूर्ण कड़ी बताया। पत्रकारिता लोकतंत्र का चैथा स्तम्भ है। उन्होंने पत्रकारो को पत्रकारिता दिवस की शुभकामनायें दी और क्लब के भवन निर्माण ध की कमी न आने का आश्वसन दिया। जबकि डीएम प्रीति शुक्ला ने जिले में विकास का सकारात्मक माहौल तैयार करने में प्रेस के महत्व पर प्रकाश डाला तो एसपी राजीव मलहोत्रा ने कहा कि पत्रकारों को सर्वांगीण विकास की पत्रकारिता करनी चाहिए, पत्रकार जो भी लिखता है उसके परिणाम दूरगामी होते हैं।
उन्होंने कहा कि पत्रकारिता ने आज अपना वह स्थान बनाया है जिसे नजरअंदाज नही किया जा सकता है। स्वस्थ एवं सकारात्मक पत्रकारिता देश की दशा व दिशा बदल सकते है। कार्यक्रम का संचालन वर्षकार सिंह कलहंस ने किया। अतिथियों का स्वागत क्लब के अध्यक्ष संजय तिवारी व सचिव देवेन्द्र चैहान ने किया। इस दौरान आन्नद मिश्र, केएल यादव, वैभव त्रिपाठी, रवि गुप्ता, उमेश तिवारी, जीतेन्द प्रताप सिंह, अविनाश त्रिपाठी, सन्तोष षुक्ल, अजय मिश्र, सुजीत शर्मा, सुशील मिश्रा, नीतिश तिवारी, नीतिन गुप्ता, इमामुद्दीन, अजय श्रीवास्तव सहित अन्य पत्रकारगण व अतिथि मौजूद रहे।
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आहत कलमकारों ने की पत्रकार प्रोटेक्शन एक्ट की वकालत
बिल्थरारोड : यूपी समेत देश के विभिन्न प्रदेशों में पत्रकारों पर हो रहे तमाम कातिलाना हमले से आहत कलमकारों ने सोमवार को पत्रकार प्रोटेक्शन एक्ट की वकालत की और इसके लागू होने तक चरणबद्ध आंदोलन जारी रखने का ऐलान किया। स्थानीय पूर्वांचल स्किल डेवलपमेंट इंस्टीच्यूट पर इंडियन जर्नलिस्ट एसोसिएशन के बैनर तले आयोजित हिंदी पत्रकारिता दिवस समारोह में पत्रकारों ने एकजुटता की हुंकार भरी। एसोसिएशन के राष्ट्रीय अध्यक्ष सेराज अहमद कुरैशी ने कहा कि पत्रकारों की सुरक्षा को पत्रकार प्रोटेक्शन एक्ट लागू करने समेत पत्रकार पेंशन योजना, पत्रकार भविष्य निधि एवं देश के सभी प्रदेशों में प्रेस परिषद की स्थापना अनिवार्य होनी चाहिए।
कहा कि हमारी एकजुटता ही हमारी ताकत है। इसे बनाएं रखने से ही मीडिया की निष्पक्षता बनी रहनी संभव हो सकेगी। मुख्य अतिथि के रुप में मौजूद नपं चेयरमैन दिनेश गुप्ता ने पत्रकारों पर हो रही हमले की घोर निंदा की। कहा कि चौथा स्तंभ कहे जाने वाले पत्रकारों पर हमला लोकतंत्र पर सीधा हमला है। पत्रकारों की खतरे में पड़ती सुरक्षा मामले में सरकार को भी सीधे हस्तक्षेप कर कड़े कदम उठाने चाहिए। जिसके लिए वे भी प्रयास करेंगे। अध्यक्षीय संबोधन के सेवानिवृत बीडीओ धर्मदेव यादव ने कहा कि मीडिया के रचनात्मक कार्यो की प्रशंसा की। एसोसिएशन जिलाध्यक्ष विजय मद्धेशिया ने तहसील, ब्लाक व शहरी पत्रकारों को मान्यता देने, प्रांतीय सरकारों द्वारा अनुदानित दस लाख की बीमा करने एवं ब्लाक व तहसील स्तर पर पत्रकार भवन की व्यवस्था करने की आवाज उठाई।
पूर्वांचल स्किल डेवलपमेंट प्रबंधक प्रेमशंकर शर्मा व वेदप्रकाश शर्मा ने संयुक्त रुप से अतिथियों को स्मृति चिंह देकर सम्मानित किया। वहीं इंडियन जर्नलिस्ट एसोसिएशन की तरफ से लोकतंत्र सेनानी कमल शर्मा को स्मृति चिंह देकर सम्मानित किया गया। संगोष्ठी को जिला उपाध्यक्ष शीतल गुप्ता, तहसील अध्यक्ष चंद्रप्रताप सिंह बिसेन, डा. मोहनचंद्र गुप्ता, अनवर हसन, सुरेश पटेल, नवीन मिश्रा, धनंजय कुमार शर्मा, विनीत कुमार मिश्र, विनोद कुमार यादव आदि ने संबोधित किया। इस अवसर पर पत्रकार हरिलाल, संतोष कुमार, संजय कुमार शर्मा, अरविंद गुप्ता, मृत्युंजय गुप्ता, विक्की व गुड्डू जायसवाल आदि मौजूद रहे। संचालन विजय मद्धेशिया व आगंतुकों के प्रति धन्यवाद ज्ञापन प्रेमशंकर शर्मा ने दिया।
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