भोपाल। पैसा कमाने के चक्कर में हत्या जैसे अपराध में सहभागी बन रहे हैं अखबार मालिक। यह बात मेदांता सुपर स्पेशियलिटी अस्पताल के सीएमडी डॉ. नरेश त्रेहन ने भोपाल में आयोजित सेन्ट्रल प्रेस क्लब के प्रेस से मिलिए कार्यक्रम में कही। इस अवसर पर डॉ. त्रेहन ने कहा कि अख़बार मालिक लुभावने विज्ञापन देते समय यह बात भूल जाते हैं कि उनके अख़बार में छपे विज्ञापन से प्रभावित होकर यदि कोई व्यक्ति अमुक अस्पताल में इलाज कराने जाता है और यदि उस व्यक्ति की सुविधाओं के आभाव में मृत्यु हो जाती है तो उसके लिए अख़बार मालिक भी उतने ही ज़िम्मेदार हैं जितना लुभावना विज्ञापन देने वाला व्यक्ति या अस्पताल।
उन्होंने कहा कि अखबार मालिक इस बात की परवाह किये बिना पैसा कमाने के चक्कर में जानबूझ कर यह गंभीर अपराध करते हैं। उन्होंने स्पष्ट किया कि इससे पत्रकारों का कोई लेना-देना नहीं है। उन्होंने कहा कि यदि पंखे आदि जैसी किसी वस्तु के विज्ञापन से प्रभावित होकर कोई खरीदारी करता है और वो ख़राब हो जाती है तो वो चल जायेगा क्योंकि वस्तु दूसरी भी खरीदी जा सकती है लेकिन अगर व्यक्ति की जान चली जाए तो उसकी भरपाई असंभव है।
उन्होंने सलाह दी कि अख़बार मालिकों को चिकित्सा सम्बन्धी लुभावने विज्ञापनों से बचना चाहिए। डॉ. त्रेहन ने चिकत्सीय पहलुओं पर प्रकाश डालते हुए ह्रदय एवं मधु रोगियों को आपात स्थिति से निपटने के टिप्स भी दिए। इस अवसर पर सेंट्रल प्रेस क्लब के अध्यक्ष गणेश साकल्ले, सचिव राजेश सिरोठिया, एनके सिंह और सरमन नगेले विशेष रूप से उपस्थित थे।
भोपाल से अरशद अली खान की रिपोर्ट.