बिलासपुर : 19 दिसंबर 2010 की रात को हुए पत्रकार सुशील पाठक के मर्डर को 5 साल होने वाले है, लेकिन अभी तक उनकी मर्डर मिस्ट्री सुलझ नहीं पाई है. गौरतलब है कि सुशील की उनके सरकंडा स्थित मकान से कुछ ही दूरी पर गोली मारकर हत्या कर दी गई थी. प्रेस क्लब के तत्कालीन सचिव सुशील पाठक की हत्या के 5 साल बाद भी केस नहीं सुलझ पाया है. ये मामला कई सालों से सीबीआई के पास है। वारदात के बाद पुख्ता जांच और आरोपियों तक पहुंचने का दावा करने वाली पुलिस के सारे तंत्र फेल हो गए. वहीं लोकल पुलिस के बाद रायपुर से आई स्पेशल इन्वेस्टिगेशन टीम भी इस मामले में कुछ नहीं कर सकी.
पुलिस ने इस पूरे मामले में संदेह के चलते बादल खान को गिरफ्तार किया था लेकिन पुलिस उस पर लगाए आरोप साबित नहीं कर पाई. जिसके चलते बादल खान का कोर्ट में चालान भी पेश नहीं हो सका. 28 दिसंबर 2010 को पुलिस मुख्यालय ने जांच के लिए रायपुर से स्पेशल टीम भेजी. इस टीम के सामने आरोपी बादल अपने बयान से मुकर गया. सुशील के परिजन व पत्रकारों की मांग पर मुख्यमंत्री डा. रमन सिंह ने घटना की जांच सीबीआई से कराने की घोषणा की.
14 सितंबर 2011 से ये केस सीबीआई के पास है. लेकिन साल गुजर गए जांच एजेंसी के हाथ अभी तक कोई सुराग नहीं मिला. सीबीआई पर से पीड़ित परिवार के लोगों का भरोसा तब उठ गया जब इसके अफसर व प्राइवेट जासूस एक संदेही से रिश्वत लेते पकड़े गए. इतना ही नहीं, हत्याकांड की जांच टीम में शामिल एएसआई लक्ष्मीनारायण को सीबीआई भिलाई विंग ने 23 अगस्त 2012 को जमीन कारोबारी रामबहादुर नागर को केस से बाहर निकालने के नाम पर दो लाख रुपए लेते रंगे हाथों पकड़ा. इस मामले में बिचौलिये की भूमिका निभा रहे प्राइवेट जासूस को भी पकड़ा गया. उसके घर से दो लाख रुपए बरामद किए गए हैं.
एएसआई ने 8 लाख रुपए बतौर रिश्वत मांगी थी. यह रकम 2-2 लाख रुपए की किश्तों में दी जानी थी. नागर ने सीबीआई से शिकायत की थी. इसके बाद टीम में फेरबदल हुआ. सीबीआई की दूसरी टीम अभी भी मामले की तह तक जाने में जुटी है लेकिन खाली हाथ है. पत्रकार सुशील पाठक हत्याकांड का खुलासा नहीं होने के विरोध में बिलासपुर के सभी पत्रकारों ने आज 19 दिसंबर को बिलासपुर बंद का आव्हान किया जो बेहद सफल रहा. बिलासपुर प्रेस क्लब के द्वारा आयोजित 19 दिसंबर के बिलासपुर बंद को सभी राजनैतिक दलों, बिलासपुर के सभी व्यावसायिक संघटनो के साथ-साथ छात्र संघों, पेट्रोलियम संघ, ऑटो चालक, वैन चालक संघ का भी समर्थन मिला. कल सभी ने मोटर सायकिल रैली निकाल कर आम जनों से भी बंद में सहयोग की अपील की थी. आज सुबह गांधी चौक से कलेक्टर कार्यालय तक विशाल रैली निकाल कर कलेक्टर को ज्ञापन सौंपा गया.