विगत एक वर्ष से लोकतंत्र के चौथे स्तम्भ पर बढ़ रहे अत्याचारों और उत्पीड़न ने तोड़ा पत्रकारों के सब्र का बांध। कानपुर में आज कई पत्रकार संगठनों ने मंच साझा कर सांकेतिक धरना प्रदर्शन करते हुए प्रदेश की सपा सरकार और बीजेपी के प्रदेश नेतृत्व को जमकर कोसा। कानपुर में विभिन्न पत्रकार संगठनों द्वारा आज फूलबाग स्थित गांधी प्रतिमा पर धरना प्रर्दशन कर पत्रकारों का उत्पीड़न न रुकने पर बड़े आंदोलन का बिगुल फूंक दिया।
इस धरने में प्रदेश सरकार को आड़े हांथो लेते हुए चेतावनी दी गयी कि अगर प्रदेश में पत्रकारों का उत्पीड़न नहीं रोक गया तो जल्द ही प्रदेश के पत्रकार मिलकर लखनऊ विधानसभा का घेराव करेंगे। इस धरने में मुख्य रूप से कानपुर, उन्नाव, लखनऊ, कन्नौज, वाराणसी और फतेहपुर आदि जिलों से पत्रकार संगठनो के प्रमुखों ने एक साथ शिरकत की।
शिरकत करने वाले पत्रकार संगठन
आल मीडिया एण्ड जर्नलिस्ट एसोसिएशन के अध्यक्ष आलोक कुमार।
आल इण्डिया रिर्पोटर्स एसोसिएशन के राष्ट्रीय प्रवक्ता तारिक आजमी।
कानपुर प्रेस क्लब के महामंत्री अवनीश दीक्षित।
आइरा के राष्ट्रीय उपाध्यक्ष एड. पुनीत निगम।
मीडिया रिपोर्टर्स एसोसिएशन के राष्ट्रिय महासचिव बलवन्त सिंह।
सहित कई पत्रकार संगठनो ने एक मत होकर प्रदेश की सरकार की आलोचना की।
बीजेपी के प्रदेश अध्यक्ष की जमकर हुई निंदा
आपको बता दें हाल ही में भाजपा प्रदेश अध्यक्ष द्वारा नेशनल चैनल पर पत्रकार आलोक कुमार के खिलाफ दिये वक्तव्य को निन्दनीय बताते हुये उनसे तत्काल सार्वजनिक माफी मांगने की मांग की। उन्होंने कहा कि माफी न मांगे जाने की सूरत में पत्रकार भाजपा से जुड़े सभी कार्यक्रमों का बहिष्कार करेंगे और अगले चरण में लखनऊ में भाजपा कार्यालय का घेराव किया जायेगा। कार्यक्रम में प्रमुख अवनीश दीक्षित, तारिक आजमी, पुनीत निगम, बलवन्त सिंह, आशीष त्रिपाठी आलोक कुमार, इब्ने हसन जैदी, श्रावण गुप्ता, दीपक मिश्रा अखलाख अहमद, नीरज लोहिया, उमेश कुमार सहित सभी पत्रकार उपस्थित रहे।
एस.आर.न्यूज़ के लिए जीतू वर्मा की रिपोर्ट.