नई दिल्ली। राजनीति में शामिल महिलाओं पर नवभारत टाइम्स के वरिष्ठ पत्रकार डॉ अश्विनी शास्त्री ने एक किताब लिखी है. इस पुस्तक के विमोचन के मौके मुख्य अतिथि के रूप में उपराष्ट्रपति वेंकैया नायडू ने कहा कि अगर महिलाओं को पर्याप्त मौके मिलें तो वे बहुत कुछ करके दिखा सकती हैं.
भारतीय राजनीति की 50 शिखर महिलाएं नामक इस पुस्तक को डॉ अश्विनी शास्त्री का एक सराहनीय प्रयास बताते हुए उन्होंने गार्गी, मैत्रेयी, कल्पना चावला, सानिया मिर्ज़ा, दीपा करमाकर, इंदिरा गांधी, सुषमा स्वराज, ममता बैनर्जी और जयललिता जैसी महिलाओं के योगदान की चर्चा की.
उन्होंने कहा कि ऐसे प्रयास लड़कियों को बराबर के अधिकार देने और उनमें छिपे टैलेंट को निखारने में मददगार साबित होते हैं जो किसी भी समाज के लिए एक अच्छा संकेत है।कार्यक्रम की अध्यक्षता करते हुए अनुसूचित जनजाति आयोग की उपाध्यक्ष अनुसुइया उड़के ने कहा कि ऐसी पुस्तकें राजनीति व समाज में महिलाओं के प्रयासों को ही सामने नही लातीं, बल्कि सामान्य महिलाओं का हौंसला भी बढ़ाती हैं।
कार्यक्रम में विशेष अतिथि के रूप में बोलते हुए जम्मू-कश्मीर की पूर्व पर्यटन मंत्री प्रिया सेठी ने डॉ शास्त्री द्वारा लिखी पुस्तक की सराहना करते हुए कहा कि कई बार महिलाओं के कामों को रेकॉगनाइज़ नही किया जाता। ऐसी पुस्तकें महिलाओं को गौरवान्वित होने का अहसास दिलाती हैं।
कार्यक्रम में विशेष अतिथि के रूप में शामिल दिल्ली प्रदेश बीजेपी की उपाध्यक्ष शाज़िया इल्मी ने उपस्थित लोगों को सम्बोधित करते हुए कहा कि यह पुस्तक समाज में इन महिलाओं के महत्व को रेखांकित करने के साथ-साथ जेंडर-जस्टिस को स्थापित करने की भी कोशिश करती है।
पुस्तक के लेखक डॉ अश्विनी शास्त्री ने पुस्तक लिखने के उद्देश्य के बारे में बताते हुए कहा कि इस पुस्तक के ज़रिए उन्होंने यह बताने की कोशिश की है कि समाज हो या राजनीति, महिलाएं किस सक्रियता से अपना महत्वपूर्ण योगदान निरन्तर देती चली आ रही हैं। इस मौके पर इंटरनेशनल जूरिस्ट कॉउन्सिल के चेयरमैन और पूर्व सहायक एडवोकेट जनरल डॉ आदिश अगरवाला सहित दिल्ली और देश के कई प्रतिष्ठित और गणमान्य लोग भी कार्यक्रम में मौजूद थे।
Dr. Ashok Kumar Sharma
June 1, 2018 at 3:41 pm
किसने छापी यह किताब?