प्रदेश भर से पत्रकारों को एसी बसों में भरकर पंचकूला लाया गया, पंजीकरण के दौरान बैगों के लिए पत्रकारों में रही मारा-मारी
दीपक खोखर
पंचकूला। हरियाणा सरकार ने शनिवार को पंचकूला में पत्रकार सम्मेलन के नाम पर लाखों रूपए लुटाए। प्रदेश भर से पत्रकारों को एसी बसों में भरकर पंचकूला लाया गया। यहां सिर्फ और सिर्फ सीएम मनोहर लाल खट्टर का उपलब्धियों के नाम पर भाषण रहा। एक ओर जहां सीएम ने पत्रकारों को अपनी सरकार की उपलब्धियां गिनवाई, वहीं पत्रकारों से सहयोग भी मांगा। पत्रकार तो बड़ी उम्मीद के साथ सम्मेलन में पहुंचे थे, लेकिन यह पूरा कार्यक्रम सैर सपाटे के अलावा कुछ और नहीं रहा। यही नहीं, सम्मेलन में पंजीकरण के दौरान मिलने वाले बैगों के लिए पत्रकारों में मारा-मारी रही। हालांकि सीएम ने अपनी ओर से कुछ घोषणाएं कर पत्रकारों को खुश करने का प्रयास किया।
पत्रकार सम्मेलन में मौजूदगी दर्शाने के लिए सेल्फी लेना उचित समझा। फोटो : दीपक खोखर
हरियाणा में पिछले कई दिनों से पंचकूला में पत्रकार सम्मेलन को लेकर अभियान चल रहा था। जिला स्तर पर डीपीआईआरओ आफिस की ड्यूटी लगी थी कि ज्यादा से ज्यादा पत्रकार सम्मेलन में पहुंचे। हर जिले से एसी बस इस काम के लिए लगाई गई थी। यानि लाखों रूपए तो सरकार ने पत्रकारों को पंचकूला सम्मेलन में ले जाने के नाम पर खर्च कर दिए। प्रदेश के हर जिले से डीपीआईआरओ के कर्मचारी व अधिकारी सम्मेलन में पहुंचे।
हर जिले में सुबह के नाश्ते के साथ शुरुआत हुई। जब बस वहां से रवाना हुई तो एसी बस में मिनरल वाटर की बोतलों का इंतजाम अलग से था। अलग-अलग स्थानों से पत्रकार कई घंटे के सफर के बाद यात्रा कर जब पंचकूला पहुंचे तो वहां पंजीकरण कराने की बात चली। पंजीकरण डेस्क पर भीड़ बहुत ज्यादा थी। पत्रकारों की लाइनें लगी थी। जैसे-तैसे कर नंबर आता तो कंप्यूटर में नाम दर्ज किया जाता और फिर हाथ में एक थैला थमा दिया गया, जिसमें हरियाणा सरकार की उपलब्धियों से जुड़ी जानकारी संबंधी पुस्तिका थी।
अब पंजीकरण डेस्क पर भीड़ ज्यादा हो गई, ऐसे में थैलों की कमी पड़ गई। एक बार तो नौबत ऐसी आ गई कि थैलों के लिए ही पत्रकारों में मारा-मारी नजर आई। डेस्क से एक थैला आता तो पत्रकार उस पर झपट पड़ते। फिर किसी तरह पत्रकार सम्मेलन में पहुंचे तो वहां सीएम पहुंच चुके थे। हालांकि वे निर्धारित समय से खुद ही डेढ़ घंटे लेट थे। हरियाणा की जनसंपर्क विभाग की मंत्री कविता जैन का भाषण हुआ। इन्होंने बीच-बीच में कागज से पढ़कर भाषण दिया। भाजपा प्रदेशाध्यक्ष सुभाष बराला भी पत्रकारिता पर लंबा-चौड़ा भाषण देते नजर आए। अंत में बारी आई हरियाणा के सीएम मनोहर लाल खट्टर की, जिन्होंने शुरुआत तो पत्रकारों और पत्रकारिता को लेकर की, लेकिन जल्द ही हरियाणा सरकार की ढाई साल की उपलब्धियों का गान गाने लगे। फिर बाद में पत्रकारों के लिए कई घोषणाएं कर डाली।
सीएम का भाषण खत्म होते ही मंच के सामने कुछ पत्रकार नेशनल हाइवेस पर पत्रकारों की गाड़ियों के लिए टोल टैक्स फ्री कराने की मांग करने लगे। सम्मेलन के समापन पर पत्रकारों के लिए लंच की घोषणा हुई, लेकिन वहां पर लंच कर पाना किसी महाभारत से कम नहीं था। पंडाल छोटा था और पत्रकारों की भीड़ बहुत अधिक। जिस किसी के हाथ जो लगा, वो खा लिया। मैं खुद भी इस सम्मेलन में गया था। अगर इस सम्मेलन में ना जाता तो शायद इतनी बात ना पता चलती। कुछ मलाल भी रहता, पता नहीं क्या छूट गया।
इस दौरान एक बात अच्छी रही कि सीएम मनोहर लाल खट्टर से बाद में व्यक्तिगत रूप से अपने पत्रकार साथी एवं मीडिया क्लब रोहतक के प्रधान देवेंद्र दांगी के साथ मुलाकात कर स्वर्गीय पत्रकार जितेंद्र श्रीवास्तव की आकस्मिक मौत का जिक्र किया और आश्रित परिवार को हर प्रकार की सहायता उपलब्ध कराने की मांग की। दैनिक भास्कर रोहतक यूनिट के प्रधान रहे जितेंद्र श्रीवास्तव का 20 मई को रोहतक रेलवे स्टेशन पर हादसे में निधन हो गया था।
दीपक खोखर की रिपोर्ट. संपर्क : 9991680040
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