अणु शक्ति सिंह-
दुःख इस बात का नहीं है कि हमारे देश के चमकदार नामों ने अबतक कोई आवाज़ किसानों के हक़ में नहीं उठाई। तकलीफ़देह यह है कि जब सत्ता की विफलता की ख़बर विदेशी हलके में गूँजने लगी, आपको देश और इसकी सम्प्रभुता की याद आने लगी। अचानक ही षड्यंत्र नज़र आने लगा देश के प्रति। प्रभुओं, देश नागरिक से बनता है, सत्ता से नहीं।
देश के लोगों का बड़ा हिस्सा सत्ता के ख़िलाफ़ अपनी आवाज़ बुलंद कर रहा है। वह आवाज़ जिसे ना सुनने की क़सम केंद्र ने खा ली है। जिसे सुनकर आपलोग अलग भजन में लीन हो जाते हैं। वह आवाज़ विदेशी मीडिया साफ़-साफ़ सुन रही है। मीडिया सुनेगी तो जन-सरोकार समझने वाले दुनिया भर के लोग देखेंगे-समझेंगे-बोलेंगे । अब आपके तिलमिलाने और यूनाइटेड नेशन का नारा बुलंद करने का हासिल बस ठहाके होंगे जो आपकी मौक़ापरस्ती के नाम होंगे।
(सचिन के प्रति दीवानगी थी। उन्हें अच्छा खिलाड़ी ही नहीं, अच्छा व्यक्ति मानकर भी इज़्ज़त करती थी। एपलिटिकल होना उनका चुनाव था पर उनके ट्वीट को देखकर ना चाहते हुए भी भ्रू-पटल वक्र हो गये। च्च.. च्च… होठों से बरबस ही फूट पड़े।)
डाक्टर अजय सिसोदिया-
सोशल मीडिया पर भारतीयों की याददाश्त कुछ कमजोर है
1)2013 में अमेरिका से कुछ भाड़े के सांसद गुजरात बुलाकर , गुजरात को विकाश का मॉडल और विकसित राज्य बताना और फेरी वाले को विकाश पुरुष बताया ,जिसका पेमेंट एक गुजराती व्यापारी ने किया था। क्या ये भारत के आंतरिक मामलों में हस्तक्षेप नहीं था ??
2) 2019 में (370 के बाद) यूरोप से कुछ भाड़े के सांसद बुलाकर कश्मीर भेजना और कश्मीर की तारीफ करवाना , जिसका फाइनेंस किसने किया था सब जानते हैं , क्या ये भारत के आंतरिक मामलों में हस्तक्षेप नहीं था ??
3) 2020 में दिल्ली विधान सभा चुनाव के समय नमस्ते ट्रंप करवाना और दिल्ली में फेरीवाले की तारीफ करवाना क्या ये आंतरिक मामले में हस्तक्षेप नहीं था ?
ज़्यादा जानकारी के गूगल का उपयोग करे ।
रही बात कनाडा के नागरिक की और अजय देवगन , अनुपमा खेर ये सब के सब पनामा पेपर , पैराडाइज पेपर की लिस्ट के लोग हैं. और चोर है और चोर किसका समर्थन करेगा?
Sachin Tendulkar नए राष्ट्रवादी बनने की ओर है ।
Lovekesh Raghav
February 7, 2021 at 10:30 pm
Anu Shakti Singh apne aapko desh ki aadhi aabadi samjho to chalega magar aadhi se jyada kuchh jyada hi aak liya apne ko tum bhi yahi ho or main bhi jitna jor lagana hai laga lo chamcho ki sarkaar nahi chala karti , jinka muh ka niwala bharshtachar se chal raha hai wo sabhi bilbila rahe hai koshish karte raho….kyoki gidado ke Rone se sher mara nahi karte.
Modi ko 2024 ke chunav main bhi harane wala abhi to nahi hai kisi or ko tyar karo…es pappu se kuchh nahi ukhad paoge aap bhagay ajmaye shayd safal ho jaye….jab logo ka lalach desh se badhkar ho jaye us desh ko sirf Ram bachay