सहारा मीडिया में हड़कंप मचा हुआ है. सीईओ और एडिटर इन चीफ उपेंद्र राय ने उन लोगों की शिनाख्त शुरू कर दी है जो सहारा मीडिया में रहते हुए भी सहारा मीडिया के खिलाफ साजिशें रचते हैं. साथ ही कई अन्य किस्म की गड़बड़ियों में गैंग बनाकर शामिल रहते हैं. इस कड़ी में सबसे बड़ा नाम सामने आया है चीफ फाइनेंसियल आफिसर (सीएफओ) महेश चंद्र लोहानी का. सूत्रों ने जानकारी दी है कि एचआर डिपार्टमेंट ने एक पत्र जारी करते हुए इनकी सेवाएं तत्काल प्रभाव से समाप्त करने की घोषणा की है.
दूसरा नाम है टेक्निकल हेड (इंजीनियरिंग एंड आपरेशंस) संजय घोष का. इन्हें भी तत्काल प्रभाव से कार्यमुक्त कर दिया गया है. इजीनियरिंग एंड आपरेशंस के डिप्टी हेड अरविंद कुमार भी हटाए गए हैं. इन्हें एक महीने की नोटिस पीरियड की सेलरी देकर रुखसत कर दिया गया है.
ज्ञात हो कि इससे पहले सहारा मीडिया के सीओओ गौतम सरकार पर भी गाज गिराई गई थी. उन्हें लखनऊ में एचआर विभाग से अटैच कर दिया गया. गौतम सरकार के तबादले के साथ-साथ ब्राडकास्ट इंजीनियरिंग के तीन लोगों को बर्खास्त किया गया था. इन पर आरोप था कि ये सब मिल जुल कर सहारा मीडिया को नुकसान पहुंचाने व अस्थिर करने की साजिश रच रहे थे.
सूत्रों का कहना है कि सहारा मीडिया के सीईओ और एडिटर इन चीफ उपेंद्र राय ने इन सख्त फैसलों से ये संकेत दे दिया है कि सहारा मीडिया में कार्य करते हुए जिसने भी संस्थान के प्रति निष्ठा और भरोसे को तोड़ा या तोड़ते हुए पाया गया, उसे सख्त से सख्त सजा दी जाएगी. बताया जा रहा है कि पिछले दिनों कुछ घंटों के लिए सहारा मीडिया के न्यूज चैनलों का प्रसारण रुकवा दिया गया था. इसके चलते चैनल रिकार्डेड मोड के प्रोग्राम चलाने को मजबूर हुए. साथ ही चैनल के आडियो भी म्यूट हो गए थे. इस बात की जब गहराई से जांच कराई गई तो पाया गया कि कुछ लोग उपेंद्र राय को अस्थिर करने व बदनाम करने के लिए जान बूझ कर इस हद तक चले जा रहे हैं कि पूरे सहारा समूह को ही नुकसान पहुंचा दे रहे हैं. न्यूज चैनलों से लाइव प्रसारण व आडियो का बंद होना भी इसी का हिस्सा था.
फिलहाल तो इन कड़े फैसलों से सहारा मीडिया में हड़कंप है. सीओओ, सीएफओ, टेक्निकल हेड, डिप्टी टेक्निकल हेड समेत दर्जन भर वरिष्ठों पर गाज गिरने से गुटबाजी करने वाले लोग अब सकते में हैं और खुद को तटस्थ-निष्पक्ष दिखाने को मजबूर हैं. माना जा रहा है कि आगे आने वाले दिनों में भी ये सफाई अभियान जारी रहेगा और कई अन्य ऐसे लोग जाएंगे जो काम तो करते हैं सहारा मीडिया में लेकिन उनकी मंशा संस्थान को संकट में डालने व नुकसान पहुंचाने की रहती है.
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Shailendra
July 9, 2020 at 7:16 am
लगता है उपेन्द्र राय ज़ी के दिशा निर्देशन में सहारा के सचमुच अच्छे दिन लौटने वाले है. ये सभी सहारा के बोझ थे अब न्यूज़ फ्लोर भी भार मुक्त होता दिख रहा है. अब कुछ और भुक्कु और संजू जैसे बोझ से मुक्ति मिल जाये यही भगवान् से प्राथना है जो की शीघ्र होता दिख भी रहा है
राजीव
July 11, 2020 at 5:47 pm
यशवंत तुम पैसे के लिए तुम कुछ भी कर सकते हो अगर हम दलाल का दलाली कर रहे हो तो तुम गदार हो सहारा के किसी भी कर्मचारी से भी पूछ लेते तो ये सारे लोगों के बारे मैं सचाई का पता चलता ।