सेलरी के लिए सहारा कर्मियों की हड़ताल की वजह से सहारा मीडिया का कामकाज बुरी तरह प्रभावित हुआ है. जानकारी के मुताबिक दिल्ली, देहरादून, लखनऊ, कानपुर, गोरखपुर और वाराणसी में अखबार नहीं छप सका. सिर्फ पटना में सिर्फ रेलवे स्टेशन एडिशन व एक डाक एडिशन मात्र छपा. बताया जाता है कि गोरखपुर के प्रबंधक पीयूष बंका के एडिशन निकालने की अपील पर अखबारकर्मियों ने कहा कि पटना वालों की तरह हम दोगलापन नहीं कर सकते.
पटना में सहारा इंडिया ग्रुप के पूर्व डायरेक्टर डी.के. श्रीवास्तव के नजदीकी किशोर केशव ने अखबार कर्मियों को हड़ताल के लिये पहले तो उकसाया फिर फिर लगे डाक एडिशन का अखबार निकालने में सहयोग करने. पटना में स्टेशन एडिशन देर रात की खबरों वाला एडिशन होता है, जिसे दूसरे प्रदेशों में सांध्य दैनिक कहा जाता है. इस हड़ताल में सहारा टीवी नोयडा के लोग सबसे आगे दिखे. चैनल के लोगों ने नई खबरें देना बंद कर दिया जिससे चैनल पर पुरानी खबरें चलाई जा रही हैं.
0 Comments
Leave a Reply
Cancel reply
Leave a Reply
भड़ास को मेल करें : [email protected]
भड़ास के वाट्सअप ग्रुप से जुड़ें- Bhadasi_Group
Latest 100 भड़ास
- मौजूदा चुनाव आयुक्तों को श्री अशोक लवासा की इन बातों को गौर से पढ़ना चाहिए!
- वरिष्ठ पत्रकार अजीत अंजुम के चरित्र हनन की कड़े शब्दों में निंदा करनी चाहिए!
- प्रभात ख़बर को पत्रकारों की आवश्यकता!
- डेटा लीक : बीजेपी और एनडीए बहुमत का आंकड़ा भी नहीं छूने जा रहे!
- ऐसे ही कोई स्वामी रामदेव नही बनता!
- CR ऑफिस के सन्नाटे के बीच गोल्फ होम्स एवं किंग्सवुड सोसाइटी के बायर्स ने किया AOA इलेक्शन का एलान
- भारत24 हुआ फ़ेक न्यूज़ का शिकार, नोएडा पुलिस ने दर्ज़ की शिकायत
- खोजी पत्रकार आशीष शर्मा ऋषि ने इस टीवी चैनल से शुरु की नई पारी
- रिपोर्टिंग के नाम पर हुल्लड़बाजी क्यों कर रहा विस्तार न्यूज़? देखें हंगामें का वीडियो
- आजतक बना हुआ है नंबर वन, न्यूज़ नेशन और न्यूज़24 का सबसे बुरा हाल
- रामदेव मामले में अब सुप्रीम कोर्ट के जजों को घेरने की कोशिश!
- IND24 के चैनल प्रमुख नवीन पुरोहित ने आरोपों पर रखा अपना पक्ष
- वरिष्ठ पत्रकार शाजी ज़मा की किताब बताती है ‘अकबर’ भी टोना-टोटका मानता था!
- सत्ता की नींद उड़ाने वाले बंदे ने 5 भाषाओं में अपने YT चैनल लॉन्च कर दिए! देखें ट्वीट
- महाराष्ट्र का नंबर 1 मराठी मीडिया समूह ‘लोकमत’ खानदानी कांग्रेसी है!
- मौत की कवरेज करने पहुंची ‘विस्तार न्यूज़’ की टीम से मारपीट, कैमरे भी तोड़े!
- वरिष्ठ पत्रकार अजीत अंजुम के लिए भ्रामक तथ्य परोसकर कौन बदनाम कर रहा? देखें वीडियो…
- आज सूर्य तिलक की खबर पढ़िये और हेडलाइन मैनेजमेंट को महसूस कीजिये
- सारा ज़ोर लगा लिये, चार सौ पार नहीं हो पा रहा!
- भगवा हो गया DD न्यूज़!
- झूठ बोलने वालों की पार्टी को फैक्ट चेक यूनिट चाहिये, गोमांस पर बदलता स्टैंड
- मंजुल प्रकाशन के मैनेजिंग एडिटर बने सुशांत झा!
- abp news : रिपोर्टर की नौकरी व्हाट्सएप ग्रुप तक रह गई है, रिमूव करो नौकरी खत्म!
- इन टीवी चैनलों ने सेफोलॉजी को मज़ाक़ का पात्र बना दिया है!
- झूठी खबर दिखाने पर टीवी9 डिजिटल वालों की कम्प्लेन!
- क्या ANI को मोदी सरकार ने मुफ्त में काम पर लगा रखा है? शिकायत हो गई..
- छिंदवाड़ा में पत्रकार की शिकायत पर पत्रकार गिरफ्तार, कमलनाथ के पीए को भी नोटिस!
- टाइम्स नाउ के सर्वे में तो कांग्रेस किशनगंज लोकसभा सीट भी हार रही है!
- दर्द ए भड़ास : यशवंत की दास्तान!
- शुक्ला, द्विवेदी, पांडे, त्रिपाठी… उर्फ़ बीजेपी!
- कैंसर से जूझ रहे वरिष्ठ पत्रकार रवि प्रकाश कीमोथेरेपी के 55वें सत्र के बाद मुस्कुराए!
- दिल्ली एनसीआर में घूम रहे एसी सर्विस करने वाले लुटेरे!
- इलेक्टोरल बांड सड़क छाप वसूली; प्रधानमंत्री और प्रचारकों ने इसका जवाब दिया क्या?
- क्या जौनपुर में दांव उल्टा पड़ने के बाद उल्टे पाँव मुंबई भागेंगे धनपशु कृपा शंकर!
- चार साल टीवी में बिताकर इस पत्रकार ने यूपीएससी में झंडा गाड़ दिया!
- भारतीय चुनाव आयोग ने चार नेताओं के ट्वीट हटवाए, एलन मस्क को भी हुआ ताज्जुब!
- ABP Network Announces Strategic Sales Team Restructuring to Drive Growth Across Channels and Regions
- नगीना पहुंची इस पॉलिटिकल पार्टी ने चंद्रशेखर आजाद का किया समर्थन!
- ABP News-CVoter Opinion Poll Predicts A Third Term For NDA
- इंडिया डेली लाइव न्यूज़ चैनल से दो विकेट गिरे!
- क्या सचमुच मोदी विष्णु का अवतार हैं? फिर तो इस वरिष्ठ पत्रकार ने ईश्वर के धागे खोल दिए!
- धरती का ऑल टाइम फेवरेट नियम- ज़िंदा रहना है तो दूसरों को मारो-काटो-खाओ : बाबा भड़ासी
- JSW डेवलपर्स, आतंकी इकबाल मेमन और BJP के बीच क्या रिश्ता है?
- गाजीपुर प्रेस क्लब का चुनाव संपन्न, सूर्यवीर अध्यक्ष और आशुतोष बने महासचिव.. देखें तस्वीरें
- बेरोजगारी तो ठीक, भाजपा पहले ये बताए केदारनाथ का सोना कौन खा गया?
- देखें.. वरिष्ठ पत्रकारों के सामने BJP सांसद निरहुआ का भारी अहंकार वाला वायरल वीडियो!
- रॉकस्टार बनाने वाले इम्तियाज़ का पतन है यह फ़िल्म!
- भाजपाई निरहुआ बड़ा घटिया निकला, चुनाव आयोग में शिकायत, देखें वीडियो!
- बड़ी ख़बर : माफी-माफी कर रहे रामदेव की सुप्रीम कोर्ट में फिर लगी क्लास!
- प्रधानमंत्री का इंटरव्यू, पूर्व जजों की चिन्ता, मुख्यमंत्री को जेल और राहुल गांधी की उपेक्षा
- कन्हैया कुमार को ग़लत जगह से लड़ा दिया क्या?
- पत्रकार से नेता बने शाहिद सिद्दीकी का जीवन गुजर गया पार्टियां बदलते बदलते!
- अच्छी हेडिंग लगाने वालों की सच्ची बातें!
- अख़बार तो ग़ायब होने लगे गुरुजी!
- ओये बेटे, ये तो एआई का बाप बना रहे!
- धनपशु कृपाशंकर को जौनपुर सीट में पानी पिलाएंगे बसपा के धनंजय!
- रिपोर्टर कौन है भाई? बड़ा एंकर बनना है तो BJP वालों से आम की गुठली पे सवाल पूछो
- जनसंख्या कंट्रोल करने वाले BJP सांसद रवि किशन पर बड़ा आरोप, ‘बेटी पैदा कर भूल आए’
- एबीपी न्यूज़ के इस पत्रकार को ब्रिटिश संसद ने क्यों किया सम्मानित? देखें-पढ़ें…
- पीएम भ्रष्टाचार खत्म करने की फेंक रहे, भक्त गण वह सूची देखें जो SBI ने छिपाई है!
- जनतंत्र टीवी से इस्तीफा देकर इस न्यूज़ चैनल के संपादक बने पत्रकार आशिफ एकबाल!
- टीवी टुडे से नवेंदु शेखर और ज़ी 24 तास से पत्रकार कमलेश सुतार के बारे में सूचना!
- 17 अप्रैल को ‘आगे से राइट’ टर्न लेंगे वरिष्ठ पत्रकार दीपक चौरसिया
- राजकोट में BJP प्रत्याशी के खिलाफ क्षत्रिय समुदाय ने खाई कसम, मीडिया से खबर गायब!
- पारस हॉस्पिटल : यहां जाने के बाद बहुत कम मरीज वापस आते हैं, सरकार ने लिया एक्शन!
- पत्रकार से चौकी इंचार्ज ने की मारपीट, हाई कोर्ट ने राज्य सरकार से जवाब मांग लिया!
- भाजपा का घोषणा पत्र, ‘मोदी की गारंटी’ नाम से जारी, ‘अमर उजाला’ ने ‘वादा’ बताया
- बीजेपी नेता सुशील कुमार मोदी को हुआ कैंसर, वरिष्ठ पत्रकार ने बंधाई हिम्मत
- आजमगढ़ एयरपोर्ट पर बार बार क्यों लग जा रही आग!
- पत्रकार मेधनाद और हिमांशी की माँ को आई चुनाव रिलेटेड कॉल के पीछे क्या कुछ संदिग्ध है?
- ‘अमर सिंह चमकीला’ साधारण बायोपिक फ़िल्म होते हुए भी असाधारण फ़िल्म है!
- YouTube ने EVM की वीडियो दिखाने पर दो स्वतंत्र पत्रकारों को रेवेन्यू न देने की चेतावनी दी!
- वरिष्ठ पत्रकार अभयानंद शुक्ला ‘स्वतंत्र भारत’ से खेलेंगे दूसरी पारी!
- India TV ने कर दिखाया, मार्किट में बना नंबर वन
- यशवंत ने यशवंत को दिया उद्यमिता का ज्ञान!
- 3 महीने से जिंदगी और मौत के बीच झूल रहा है पत्रकार का भतीजा, मदद की अपील..
- मजीठिया : हाई कोर्ट में इंडियन एक्सप्रेस की करारी हार, नजीर बनेगा ये फैसला!
- हिंदी पत्रकारिता का मौजूदा दौर ख़राब लेखों और ख़राब अनुवादों का है!
- BJP के संबित पात्रा के खिलाफ कांग्रेस ने इस महिला पत्रकार को बनाया प्रत्याशी!
- बड़े न्यूज़ चैनलों के प्रोड्यूसर और एंकर्स का ‘आइडिया चोरी गैंग’
- BJP के होगा, करेंगे और मोदी की गारंटी वाले घोषणा पत्र को विपक्ष ने बताया जुमला!
- ‘अमर सिंह चमकीला’ : चमार हूं, भूखा नहीं मरूंगा!
- इंटरनेट बंद करने का आदेश देने वाले देशों में भारत 5 साल से सबसे ऊपर है!
- सुप्रीम कोर्ट ने बाबा की खबर ली, बॉर्नविटा की खबर से हेडलाइन मैनेजमेंट!
- मैं पत्रकार हूँ, दलाल नहीं!
- यूपी : फर्जी पत्रकार गिरोह का खुलासा, स्टिंग ऑपरेशन बताकर लूट लेते थे!
- दारुबाज़ की दुविधा!
- दिल्ली ट्रैफिक पुलिस ने BBC की इस महिला पत्रकार को ठगा, लूटा या उल्लू बना दिया?
- जब सरकार को अरबों-खरबों रु का मुनाफा हो रहा तो दैनिक भास्कर को क्या तकलीफ है भाई?
- सैफई में पत्रकार को तमंचा लगाकर लूटा, पुलिस को मिली आंदोलन की चेतावनी
- लोकसभा चुनाव में ‘आजतक’ का नया इनोवेशन- हेलीकॉप्टर शॉट!
- यूपी में खाकी का नया प्रयोग, काशी विश्वनाथ में कंठी-माला पहने दिखेगी पुलिस
- देखें.. मछली-मीट और इलेक्टोरल बॉन्ड पर मीडिया में हुई बहसों की सूची!
- लोकसभा चुनाव के लिए शुरु हुई पत्रकारों की बिक्री, BJP मीडिया प्रभारी दाम लगाते Viral
- रिपब्लिक भारत की CPO और सीनियर वॉइस प्रेसिडेंट ने दिया इस्तीफ़ा
- सहारा की चेयरपर्सन स्वप्ना रॉय के पास कोई संपत्ति नहीं बची है जिसे कुर्क किया जा सके- जांच रिपोर्ट
- कश्मीर में ‘शीघ्र’ चुनाव की ‘गारंटी’ और 30 सितंबर तक कराने का सुप्रीम कोर्ट का आदेश
- यूट्यूब पर दस वीडियो बनाकर 10 साल से कहाँ गायब है सुरों की ये जादूगरनी!
- लखनऊ पुलिस के अधिकारी की दिलेरी को वाह- एक ‘भारी अखबार’ को हड़का दिया!
- ट्रेन आ रही है और आप प्लेटफार्म पर खड़े हों तो सावधान रहिए, कोई धक्का दे सकता है!
कुमार कल्पित
June 3, 2016 at 11:31 am
राष्ट्रीय सहारा देहरादून के साथियों को बधाई। एक हडताल की कामयबी के लिए और दूसरे कानपुर से आये दलाल मानसिकता के नम्बर दो के अधिकरी की कुत्सित चाल में न आने के लिए।
गौरतलब है कि इसके पहले की हडताल में तत्कालीन एडोटोरियल हे और गणेश शंकर पुरस्कार (किस लिए नवाजे गए यह उनके आलावा किसी को नहीं मालूम। यहाँ उनके सम्पादक रहते अखबार रसातल में ही गया) से नवाजे गए दिलीप चौबे ने अपनी उम्र का रोना रोकर अखबार ही नहीं छपवा लिय बल्कि दिल्ली भी भिजवा दिया। इसबार इइ अधिकारी ने इसी तरह की हरकत करनी चाही ताकि संपादक की गैरमौजूदगी में वाहवाही मिले।
Jai Hind
June 4, 2016 at 2:07 am
हाल ही में सहारा मीडिया से हटे सीईओ के कृपापात्र लोग हड़ताल का साथ व हवा दे रहे हैं. उन्हें आशा है आका फिर आने पर रेवड़ियाँ बांटेंगे. पिछली बार एक हड़ताल कर्मी को बनारस का एडिटर बना दिया था. पटना में भी दो स्पष्ट कृपापात्र है. एक को हाल ही में १८००० वेतन बाधा दिया गया और दुसरे पहले से सेकंड इन कमांड है. नाम है केशव. ये अपने को मैनेजमेंट का स्यंभू नेता घोषित कर दिए है और खुद पेज बनाने से मना कर दिया है. धन्य है मैनेजमेंट जो काम नहीं करने के लिए उकसा रहा है. हो सकता है जितने हड़ताल कर्मी है उन्हें रेवड़ियाँ मिल जाये और जो काम करने के लिए प्रेरित कर रहे हैं उन्हें सजा सुना दी जाये. यहाँ सब संभव है. निवेदन है एक जांच कमिटी बनायीं जाये .
Mansi Shukla
June 4, 2016 at 7:01 am
सही कहा गया है सहारा मीडिया के कर्मचारी यो को तो प्रेस वालो या मीडिया का सपोर्ट मिल रहा है तो हड़ताल जारी है मगर सहारा परिवार के अन्य कर्मचारियों का क्या होगा जिन के पास कोई सपोर्ट नहीं है उनको तो २ साल से सैलरी नहीं दे रहे है (कमांड ऑफिस में) ऐसे में वे बेचारे अपना पेंडिंग पाने के इंतज़ार में बैठे है उस पर से कंपनी उनका ट्रान्सफर दूर स्थान पर कर रहे है और नहीं ज्वाइन करने वालो को टर्मिनेट करने में कोई देरी नहीं की जा रही है अरे भाई जब ऐसे ही भारी हो रहे है तो सीधे से बहार क्यों नहीं निकल देते , जबकि सहारा अच् आर के लोग बेचारे नयी नही तरकीबे निकाल रहे है की कैसे इनको ( कर्मचारियी को )कम किया जाये ताकि पैसा न देना पड़े और जब जमा करता का नहीं देने के मूड में है तो एम्प्लाइज का क्या हो गा मगर यह भूल गए है की एम्प्लाइज को सब मालूम है की कहा क्या है जमा करता का पैसा कहा लगाया गया है सब मालूम है, कैसे रिकॉर्ड मेन्टेन होते है कमांड के एम्प्लाइज सब जानते है मगर वह कहा बताये क्यों की कौन सुनेगा आप मीडिया भड़ास फॉर मीडिया की टी. र. प. कितनी है कितने लोग यह सब पड़ते होंगे खैर सर हमारा कही से आप को ऐसे कहेने का कोई इरादा नहीं है आप ही तो है जो सहारा के बारे में कुछ छाप रहे है बाकि तो सबका दिख हे रहा है की कितनी न्यूज़ आती है सिर्फ प्रचार करना ही काम है की सहारा की बड़ाई सामने आ सके बाकि सब घोटे बैठे है जब की सब को काली करतूतों के बारे में जनकरी है मगर कोई कुछ नहीं छापता है . क्यों की पोलिटिकल रिश्तो का सब को डर है या फिर पैसा मिल चूका है कोई न कोई तो वजहे है
एक सहारा का सताया हुआ कर्मचारी की बेटी
bharat
June 5, 2016 at 6:52 am
वाराणसी यूनिट में नया संपादक व प्रबंधक कौन?
एक वर्ष की सैलरी बकाया व अपने भविष्य की चिंताओं के बीच घिरे वाराणसी राष्ट्रीय सहारा यूनिट में २० अप्रैल से आंदोलनरत कर्मचारी ४ मई की रात नोएडा एचआर रामवीर सिंह के निर्देश पर आये फरमान के बाद व अफवाहों के बीच वाराणसी यूनिट के आंदोलन के अगुआ रिपोर्टर सिटी हेड मनोज श्रीवास्तव, जनरल डेस्क इंचार्ज सत्यप्रकाश सिंह, सिस्टम इंचार्ज वीजेंद्र सिंह, सिटी डेस्क इंचार्ज कौशल कुमार सिंह स्थानीय संपादक शशि प्रकाश राय की ही तरह अपने कर्मचारियों के साथ गद्दारी कर गये। बकाया वेतन की मांग व प्रतिमाह वेतन की लड़ाई लड़ रहे कर्मचारियों के साथ दगाबाजी का नतीजा यह हुआ की स्वच्छ छवि के कर्मचारी अपने आंदोलनकारी नेताओं मनोज श्रीवास्तव, सत्यप्रकाश सिंह, कौशल कुमार सिंह समेत विजय राय के खास विजेंद्र सिंह से कर्मचारी राहुल सिंह की जबरदस्त नोकझोंक हो हुई। मामला हाथापाई तक पहुंच गया कर्मचारियों ने दोनों को अलग कर मामला शांत कराया। आंदोलन को अगुआ जो आर-पार की लड़ाई व हर कीमत पर वेतन पाने की लड़ाई का दंभ कर्मचारियों में भर रहे थे वह महज स्थानीय संपादक व प्रबंधक को हटाये जाने के बाद खाली पड़ी कुसिर्यों की लालच में एक बार फिर अपना ़जमीर बेच कर सरदार गद्दार की भूमिका में हो गये।