Connect with us

Hi, what are you looking for?

प्रिंट

संपादक ने मांगा हफ्ता तो दुकानदार ने की आत्महत्या

संपादक सहित दो गिरफ्तार, एक फरार : महाराष्ट्र के भिवंडी तालुका से एक खबर आ रही है कि यहां ‘सत्यकामना’ नामक एक साप्ताहिक के संपादक ने सरकारी राशन दुकानदार के खिलाफ खबर छापकर पांच लाख रुपये का हफ्ता मांगा तो परेशान होकर सरकारी राशन दुकानदार ने आत्महत्या कर लिया। मृत्यु से पूर्व लिखे गये पत्र को आधार बनाकर पुलिस ने आरोपी संपादक को गिरफ्तार कर लिया है।

<p><span style="font-size: 12pt;">संपादक सहित दो गिरफ्तार, एक फरार</span> : महाराष्ट्र के भिवंडी तालुका से एक खबर आ रही है कि यहां 'सत्यकामना' नामक एक साप्ताहिक के संपादक ने सरकारी राशन दुकानदार के खिलाफ खबर छापकर पांच लाख रुपये का हफ्ता मांगा तो परेशान होकर सरकारी राशन दुकानदार ने आत्महत्या कर लिया। मृत्यु से पूर्व लिखे गये पत्र को आधार बनाकर पुलिस ने आरोपी संपादक को गिरफ्तार कर लिया है।</p>

संपादक सहित दो गिरफ्तार, एक फरार : महाराष्ट्र के भिवंडी तालुका से एक खबर आ रही है कि यहां ‘सत्यकामना’ नामक एक साप्ताहिक के संपादक ने सरकारी राशन दुकानदार के खिलाफ खबर छापकर पांच लाख रुपये का हफ्ता मांगा तो परेशान होकर सरकारी राशन दुकानदार ने आत्महत्या कर लिया। मृत्यु से पूर्व लिखे गये पत्र को आधार बनाकर पुलिस ने आरोपी संपादक को गिरफ्तार कर लिया है।

बताते हैं कि सत्यकामना नामक एक साप्ताहिक समाचार पत्र में खबर छपी थी कि भिवंडी तालुका के चौधरपाड़ा में दुकानदार सरकारी राशन व मिट्टी के तेल की कालाबाजारी करते हैं। इस खबर को  साप्ताहिक समाचार पत्र सत्यकामना में छापने के बाद दुकानदार से संपादक ने पांच लाख रुपये की मांग की थी. यदि पैसा नहीं दिया तो पुन: समाचार छाप कर और बदनामी करूंगा, इस प्रकार की धमकी दी थी. इससे भयभीत होकर व बदनामी के भय से राशन दुकानदार ने गले में नायलान की रस्सी बांधकर आत्महत्या कर लिया है।

Advertisement. Scroll to continue reading.

पुलिस द्वारा प्राप्त जानकारी के अनुसार दत्तू मोतीराम भंडारी (५०) निवासी चौधरपाड़ा २७ वर्षों से सरकारी राशन की दुकान चलाता था। ‘सत्यकामना’ साप्ताहिक के संपादक तुकाराम पाटिल (कोनगांव) ने दत्तू भंडारी की राशन दुकान में सस्ता राशन व मिट्टी के तेल की कालाबाजारी होती है, शीर्षक से खबर छाप दिया। यह खबर ३ अक्टूबर के अंक में प्रकाशित हुयी थी। बताते हैं कि संपादक तुकाराम पाटिल ने उक्त अंक ६ अक्टूबर को चौधरपाडा जाकर गांव में भी वितरित किया था। उस समय दत्तू भंडारी व परिवार वालों ने तुकाराम पाटिल से पूछा कि यह क्या है?  संपादक ने कहा कि मुझे ५ लाख रुपये दो अन्यथा तुम्हारे विरुध्द पुन: समाचार छापकर बदनामी करूंगा। उसने बर्बाद करने की धमकी भी दी।

इसी बदनामी से तंग आकर व्यथित दत्तू पाटिल ने ७ अक्टूबर को सुबह खेत में जाकर लकड़ी के खंभे में नायलॉन की रस्सी गले में बांध कर आत्महत्या कर लिया। उस समय मृत्यु पूर्व दत्तू द्वारा लिखी चिट्ठी पुलिस को मिली। इस चिट्ठी में तुकाराम पाटील सहित कुछ लोगों के खिलाफ आरोप लगाते हुये लिखा गया था कि समाचार छापकर बदनामी किये जाने के कारण आत्महत्या कर रहा हूं। तीनों के विरुद्ध कड़ी कार्रवाई करने हेतु चिट्ठी में उल्लेख किया गया था। आत्महत्या की शिकायत मिनेश दत्तू भंडारी ने पुलिस स्टेशन में की। सहायक पुलिस निरीक्षक जी. बी. बोराडे ने संपादक तुकाराम पाटिल व एक अन्य को गिरफ्तार कर लिया है। शुक्रवार को न्यायालय के आदेश के अनुसार उक्त दोनों आरोपियों को तलोजा कारागृह में भेज दिया गया है। वहीं एक आरोपी की पुलिस तलाश कर रही है।

Advertisement. Scroll to continue reading.

मुंबई से शशिकांत सिंह की रिपोर्ट. संपर्क : ९३२२४११३३५

Advertisement. Scroll to continue reading.
Click to comment

0 Comments

  1. mk

    October 16, 2016 at 6:05 pm

    Ssssalaa Kaayar Dukaandar…! Abey Khud marney se pahle tumney uss “Dalal Sampaadak” ko kyon nahin maar diya. Fir baad me Atmhatya kerta… Abhi-2 padha aur tv per bhi suna ki CBI walon ne ek badey adhikari ko Delhi me itna torture kiye ki uss ghar ke 04 logon ne atmhatya ker li….! Kya baat hai yar….! Abey 2-3 ko “Lapet” ke Laptaate (Martey)…! Iss desh me ab yahi hona baki hai, aur honey wala hai…
    regards

Leave a Reply

Cancel reply

Your email address will not be published. Required fields are marked *

Advertisement

भड़ास को मेल करें : [email protected]

भड़ास के वाट्सअप ग्रुप से जुड़ें- Bhadasi_Group

Advertisement

Latest 100 भड़ास

व्हाट्सअप पर भड़ास चैनल से जुड़ें : Bhadas_Channel

वाट्सअप के भड़ासी ग्रुप के सदस्य बनें- Bhadasi_Group

भड़ास की ताकत बनें, ऐसे करें भला- Donate

Advertisement