बार-बार ठिकाने बदल कर अखबार निकालने वाला प्रयुक्ति का मालिक संपत गत मंगलवार को नोएडा के सेक्टर-20 थाने में लाया गया। इससे पहले उसे दो घंटे सेक्टर-15 की गोल चक्कर चौकी में पुलिस ने बैठाए रखा। लगातार लेट हो रही सेलरी के चलते नौकरी छोड़कर जा चुके कर्मचारियों का पैसा तो फंसा ही हुआ है, संस्थान में डटे चमचे पत्रकारों को भी समय पर पैसा नहीं मिल रहा। जिन लोगों को चेक दिए हैं, वह घड़ाधड़ बाउंस हो रहे हैं। कुछ लोगों को तो अभी संपत ने चेक भी नहीं दिए हैं।
ऐसे ही एक पूर्व कर्मचारी की शिकायत पर नोएडा पुलिस ने संपत को चौकी में बुलाया था। लेकिन संपत अपनी अकड़ में था और किसी की बात सुनने को तैयार नहीं था। इसके बाद चौकी इंचार्ज सत्यवीर सिंह ने पुलिस की गाड़ी बुलाई और उसमें बैठाकर उसे सेक्टर-20 थाने भेज दिया। जब वहां भी उसने वही रंग दिखाए तो पुलिस अधिकारियों ने उसे हड़काकर हवालात की तरफ इशारा कर दिया। इसके कुछ देर बाद ही संपत को अपनी औकात समझ आई और उसकी सारी हेकड़ी रफूचक्कर हो गई। वह अपने चमचा पत्रकारों के जरिए शिकायत करने वाले पत्रकार से समझौता कराने की बात करने लगा।
इस दौरान कई चमचे पत्रकार भी उसे बचाने के लिए इधर-उधर फोन घुमाते और शिकायत करने वाले से गुहार लगाते रहे। लेकिन कोई उसे थाने से बाहर निकालवाने नहीं आया। जो संपत शिकायत करने वाले कर्मी का फोन उठाने तक को तैयार नहीं था, उसने रात को करीब 9 बजे शिकायत करने वाले पत्रकार से माफी मांगी, लिखित में समझौता किया और नवंबर की तारीख का चेक भी देना पड़ा।
खास बात है कि प्रयुक्ति अखबार में संपादकीय पेज पर आर्टिकल लिखने वाले पत्रकारों का भी एकसाल से ज्यादा समय से भुगतान नहीं किया गया। बताया जा रहा है कि पैसा मांगने वालों और कानूनी प्रक्रिया से बचने के लिए संपत ने अपना नया ठिकाना बना लिया है, जिसका पूरा पता कर्मियों के पास है। आने वाले दिनों में संपत को फिर से पुलिस और थाने के चक्कर लगाने पड़ सकते हैं, क्योंकि पिछले कुछ दिनों में कई प्रमख पूर्व कर्मचारियों के चेक बाउंस हो चुके हैं।
pawan kripa bhargav
October 20, 2018 at 4:26 pm
yeh sala fraud hai or blackmailer hai sale ko jail bejoooo