बनारस के वरिष्ठ पत्रकार संजय मिश्र की लेखनी 19 जुलाई शुक्रवार को सदा के लिए खामोश हो गई। वे फिलहाल क्लाऊन टाइम्स से जुड़े हुए थे। संजय मिश्र पिछले 2 दशक की पत्रकारिता के सफर के दौरान जिस भी मिशन में लगे, कभी हार नहीं मानी। पर जिंदगी की लड़ाई में वे केवल 4 दिनों में हार गए। बनारस की प्रिंट, इलेक्ट्रॉनिक और डिजिटल मीडिया तीनों विधा की पत्रकारिता में अपनी अलग पहचान रखने वाले संजय मिश्र अपने छत पर अचानक गिर कर बेहोश हो गए थे।
संजय मिश्र शाम 6 बजे क्लाउन टाइम्स कार्यालय से अपने आवास सिंधु नगर सिगरा पहुँचकर प्रतिदिन की भांति छत पर लगे गमलों में पानी देने गए। संजय जी छत पर ही अचानक गिरे और बेहोश हो गए। 16 से 18 जुलाई तक शुभम हॉस्पिटल के डॉक्टरों की पूरी टीम ने सघन चिकित्सा कक्ष अथक प्रयास किया पर उनकी कोशिश भी होनी के आगे हार मान गई। उनके ब्रेन में लगातार संक्रमण फैलता गया। अंत में डॉक्टरों ने भी हाथ खड़े कर दिए।
परिवारजनों की सलाह पर उन्हें रात में ही हेरिटेज मेडिकल कॉलेज ले जाया गया। वहां के भी डाक्टरों ने भी हाथ खड़े कर दिए क्योंकि संजय जी का दिमाग पूरी तरह खामोश (ब्रेन डेड) हो चुका था। चार दिनों की जिंदगी की लड़ाई लड़ते-लड़ते संजय जी हार गए। संजय मिश्र अपने पीछे पत्नी श्रीमती सुमन मिश्र, पुत्री कैर्वी मिश्र सहित भरा पूरा परिवार छोड़कर अंतिम सफर पर सदा के लिए चले गए। संजय का जन्म 1 अक्टूबर 1964 को हुआ था। वे STV, KTV, श्री टाइम्स आदि के साथ काम करने के बाद पिछले 5 वर्षों से क्लाउन टाइम्स के साथ जुड़े थे।