बड़ी खबर सुप्रीम कोर्ट से आ रही है. प्रिंट मीडिया के कर्मियों को सुप्रीम कोर्ट के आदेश के बावजूद मजीठिया वेज बोर्ड का लाभ न देने पर चल रही अवमानना मामले की सुनवाई आज पूरी हो गई. कोर्ट ने फैसला सुरक्षित कर लिया है. इसके पहले जस्टिस रंजन गोगोई की अदालत के सामने मीडिया मालिकों व मीडियाकर्मियों के पक्षों के वकील उपस्थित हुए और अपने अपने तर्क रखे. पूरी सुनवाई के बाद विद्वान न्यायाधीश ने सुनवाई पूरी होने और फैसला सुरक्षित किए जाने की घोषणा की.
अब देखना है कि ये फैसला कब आता है. पीड़ित मीडियाकर्मियों में इस बात की तो खुशी है कि सुनवाई पूरी हो गई. लेकिन वे आशंकित हैं कि कहीं फैसला आने में महीनों न लग जाए. सैकड़ों मीडियाकर्मियों की तरफ से सुप्रीम कोर्ट में मजीठिया वेज बोर्ड अवमानना मामले की लड़ाई लड़ रहे एडवोकेट का कहना है कि अदालत का फैसला जल्द आएगा और इस फैसले में कुछ अखबार मालिकों को टांगे जाने के आदेश भी हो सकते हैं.
कई राज्यों के श्रम आयुक्तों ने बड़े अखबार मालिकों के हित को ध्यान में रखते हुए मेनुपुलेटेड रिपोर्ट बनाई है जिसके कारण संभव है दैनिक भास्कर और दैनिक जागरण जैसे समूहों के मालिक बच जाएं.
हालांकि ये भी संभव है कि कुछ लोगों को अवमानना मामले में दंडित करने के साथ साथ कोर्ट कोई कमेटी गठित कर दे जिसमें आगे आने वाले और वर्तमान के मामलों की केस टू केस बेसिस पर सुनवाई हो सके. फैसला जो आएगा वह मूलत: मीडियाकर्मियों के ही हित में होगा लेकिन अदालत यह भी ध्यान रखेगी कि कहीं उसके फैसले से मीडिया प्रबंधन का इतना नुकसान न हो जाए जिससे अखबारों के प्रकाशन पर असर पड़े.
कुल मिलाकर ऐसा प्रतीत होता है कि फैसला थोड़ा मीडियाकर्मियों और थोड़ा मालिकों के पक्ष में होगा. लेकिन उन मीडियाकर्मियों को सीधा और पूरा लाभ मिलेगा जिन्होंने केस किया हुआ है और क्लेम किया हुआ है.
पत्रकार और आरटीआई एक्टिविस्ट शशिकांत सिंह की रिपोर्ट.
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ss
May 3, 2017 at 1:33 pm
Bhai Shashikant ji aur Yashvant ji, Ek nivedan yah hai ki main SC me pichhle dafe bhi tha, leking Sri Umesh Sharma ji kya aur kitni der boley, ye to aap bhi jante hain aur wahan maujood sabhi log. Leking bewajah unhein highlight kerney ke peechhey aapki mansaa kya hai, jabki Sri Collin Gonsalves ka naam aap kahin nahin dalte/likhte hain….! Actual me baat kya hai? Aap (Yashvant ji) to “Nishpakshta” ki baat kerte hain, leking yahan par kya ho jata hai aapko. Aplog dono tarah ki baat karte hain- Malikon ka bhi aur workers ka bhi…..!!!!
Mujhey pataa hai ki aaj fir aap mera likha dikhega nahin…..
Tushar Mistry
May 4, 2017 at 5:53 am
maine majethiya weg bord sandarbh me koi kes nahi kiya hai… firbhi mera transfer surat se jaipur kar diya gaya hai… mene resign bhi de diya hai… yadi suprimcort ka nirnay hamare paksh me aya to kya muze company ki tarfse kuch mil paega….