Ankit Mathur-
सहारनपुर के थाना सरसावा के गांव बोंसा और पवन विहार के रहने वाले प्रॉपर्टी डीलरों ने कोर्ट रोड स्थित एक सभागार में पत्रकार वार्ता कर नेशनल वॉयस के पत्रकार पर गंभीर आरोप लगाए हैं। नेशनल वॉयस के पत्रकार पर SDA में दलाली करने का आरोप लगाया गया है। आरोप है कि इस पत्रकार ने SDA की मिलीभगत के चलते उनका एक प्लाट का फर्जी बैनामा किसी दूसरे को कर लाखों रुपये में बेच दिया है। पीड़ित पक्ष ने पत्रकार के खिलाफ थाने में तहरीर दी हुई है। वहीं आरोप है कि SDA के कुछ JE से मिलीभगत कर करोड़ों रुपये के अवैध निर्माण खड़े करने का भी आरोप इस पत्रकार पर लगाया है।
आरोप है कि आरोपी पत्रकार 50 से 60 करोड़ रुपये के प्लाट बेच चुका है। आरोप है कि उसके साथ कुछ SDA के जेई मिले हुए है। आरोप है कि SDA में अब से पहले जितने भी उपाध्यक्ष की तैनाती हुई है, सभी से उसकी सेटिंग थी। रविंद्र कुमार का कहना है कि उसने आरोपी पत्रकार के खिलाफ थाने में भी कई बार तहरीर दी, लेकिन उसकी तहरीर पर कोई कार्रवाई नहीं हुई। आरोप है कि आरोपी के खिलाफ फिर से वीसी को पत्र दिया गया है। उन्होंने बताया कि नए वीसी से उन्हें कार्रवाई का आश्वासन दिया है।
वहीं आरोपी पत्रकार का कहना है कि उन पर जो भी आरोप लगाए गए हैं। वह बेबुनियाद है। मेरे पास करोड़ों के मकान बताए जा रहे हैं। पुलिस और प्रशासन मेरी जांच करा ले। जांच में पता चल जाएगा कि मेरे पास कितनी प्रापर्टी है और कितने मकान है। यह लोग खुद SDA के अधिकारियों के नाम पर वसूली करते है।
प्राधिकरण अगर कार्यवाही करता है तो होगी करोड़ो रुपयों के राजस्व की वसूली
सहारनपुर प्राधिकरण द्वारा कराये जा रहे शहर भर में अवैध कार्यों व् प्राधिकरण के एक दलाल शरद कुमार को लेकर एक प्रेस कॉन्फ्रेंस की गयी जिसमे पिछले पाँच सालों में प्राधिकरण द्वारा सहारनपुर में किस तरह अवैध व्यावसायिक इमारतें बनायीं गयी हैं जो पूर्णतः अवैध हैं जिनकी अगर जांच की जाए तो करोड़ों रूपये के राजस्व के घोटाले का मामला सामने आएगा। वहीँ प्राधिकरण के एक दलाल शरद कुमार का नाम भी प्राधिकरण के साथ मिलीभगत कर इन अवैध निर्माणों में सामने आया है जिसने रविन्दर सिंह नाम के व्यक्ति के प्लाट पर कब्जा किया हुआ है। जिसकी पीड़ित रविंदर द्वारा बार बार शिकायत करने के बाद भी उसे अभी तक न्याय नहीं मिला है।
बताया जा रहा है कि शरद कुमार सहारनपुर प्राधिकरण का दलाल है जो जिले भर के निर्माणों का ठेका लेता है और अवैध निर्माण को करवाता है। इस तरह के कई निर्माण कराकर शरद कुमार करोड़ों रूपये कमा चुका है और अपने अपनी पत्नी व रिश्तेदारों के नाम पर कई बेनामी संपत्ति ली हुयी है। शरद ने पीड़ित रविंदर की एक प्रॉपर्टी पर कब्जा किये हुए है जिस पर हाल फ़िलहाल वहीँ एक शिकायतकर्ता विनय छाबड़ा ने बताया कि सहारनपुर में लगभग 129 अवैध निर्माण हैं जिनकी फाइलों को दबा दिया गया है। इन फाइलों और अवैध निर्माणों की जांच बड़े स्तर पर की जाए तो लगभग 50 करोड़ रूपये का राजस्व विभाग को प्राप्त होगा। इतना ही नहीं जब से ये सभी निर्माण हुए है तब से विभाग के रुके हुए राजस्व पर जो विभाग द्वारा लेट फीस लगायी जाती है उसके अनुसार लगभग 70 करोड़ रूपये का राजस्व घोटाला निकल कर सामने आएगा। और यदि विभाग द्वारा यह राजस्व वसूला जाता है तो विभाग की सबसे बड़ी उपलब्धि होगी।