Kishori Mishra : महिलाओं के लिए बने प्लेटफार्म Sheroes पर महिला के हक का हनन… आज से 7 महीने पहले मैं SHEROES नाम की कंपनी में काम करती थी, जहां मुझसे यह बोलकर रिजाइन लिया गया था कि कंपनी की आर्थिक स्थिति खराब है। आप कहीं और जॉब देख सकते हैं।
उस दौरान कंपनी का पता नहीं, लेकिन मेरी आर्थिक स्थिति ऐसी थी कि अगर मुझे 1 महीने भी जॉब ना मिलती तो मुझे भूखे जरूर मरना पड़ता।
दिल्ली नोएडा जैसे शहर में खुद का पेट पालना और एक घर में रहना काफी मुश्किल हो जाता है। कंपनी के Tulika Anand को मेरी आर्थिंक स्थिति के बारे में अच्छे से पता था, फिर भी कंपनी ने मुझे जनवरी (जिस माह मैंने काम किया था) की सैलेरी नहीं दी, इसके अलावा कंपनी ने 2 महीने आगे की सैलेरी के साथ रिजाइन करने को कहा और कहा की कंपनी आपके सारे पैसे FNF में क्लियर कर देगी।
मैंने उस टाइम HR से कहा मैम आप मुझे कम से कम इस मंथ की सैलेरी दे दो, लेकिन एचआर और वहां के महिलाओं की उद्धारकर्ता साइरी चाहल मैम को जरा सी भी दया नहीं आई और उन्होंने मेरी सैलेरी रोक दी।
मैंन जैसे-जैसे 5-6 जगह इंटव्यू दिया और मेरी मेहनत से मुझे अच्छी जॉब भी मिली, इसके बाद मैंने सोचा मुझे FNF में ये लोग सब क्यिर कर देंगे। आज इस बात को हुए 7 महीने हो चुके हैं, लेकिन मेरे अकाउंट में एक भी रुपए शीरोज की तरफ से नहीं आया।
कंपनी ने अपनी आर्थिक हालात बताकर मुझसे रिजाइन ले लिया, लेकिन मेरी स्थिति को इन्होंने नहीं समझा फिर भी मैंने आजतक इंतजार किया। कंपनी के पास मेरे करीब 65 हजार हैं, लेकिन कंपनी की नियत इतनी ज्यादा गिर चुकी है कि इतना पैसा नहीं दे सकती है।
मैं मध्ययम वर्गीय परिवार से हूं. मेरे लिए यह अमाउंट बहुत ही ज्यादा है। 65 हजार तो क्या अगर 1 हजार भी होता, तो भी मेरे लिए ये बहुत अधिक था। मेरे अलावा कंपनी के कई और ऐसे एक्स कर्मचारी हैं, जिनके लाखों रुपए कंपनी के पास फंसे हैं, लेकिन वे कुछ नहीं बोल रहे। ताकि कंपनी कहीं उनका पैसा रख ना ले। कोरोनाकाल का डर लोगों के मन में सता रहा है, लेकिन ये पैसे कोरोनाकाल से पहले के हैं, जिस पर हमारा हक है।
किशोरी मिश्रा की एफबी वॉल से.