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कोर्ट से भी नहीं डरती शोभना भरतिया, जीतने के बाद भी एचटी बिल्डिंग के बाहर बैठने को मजबूर हैं कर्मचारी

Respected Yashwant ji, हिन्दुस्तान टाइम्स के सैंकड़ों कर्मचारियों को शोभना भारतीया ने पिछले कई सालों से कंपनी के बाहर बैठाया है… ये कर्मचारी कोर्ट में केस जीत चुके हैं… कोर्ट ने इन्हें वापस लेने का आदेश भी दिया है… बावजूद इसके शोभना जी ने इन्हे अब तक वापस नहीं लिया है…

<p>Respected Yashwant ji, हिन्दुस्तान टाइम्स के सैंकड़ों कर्मचारियों को शोभना भारतीया ने पिछले कई सालों से कंपनी के बाहर बैठाया है... ये कर्मचारी कोर्ट में केस जीत चुके हैं... कोर्ट ने इन्हें वापस लेने का आदेश भी दिया है... बावजूद इसके शोभना जी ने इन्हे अब तक वापस नहीं लिया है...</p>

Respected Yashwant ji, हिन्दुस्तान टाइम्स के सैंकड़ों कर्मचारियों को शोभना भारतीया ने पिछले कई सालों से कंपनी के बाहर बैठाया है… ये कर्मचारी कोर्ट में केस जीत चुके हैं… कोर्ट ने इन्हें वापस लेने का आदेश भी दिया है… बावजूद इसके शोभना जी ने इन्हे अब तक वापस नहीं लिया है…

ये लोग कनॉट प्लेस स्थित हिन्दुस्तान टाइम्स की बिल्डिंग के बाहर धरना भी दे रहे हैं… किन्तु कोई भी मीडिया हाउस इन्हें अपने चैनल या पेपर में दिखाने के लिए गंभीर नहीं है… लेकिन भड़ास मीडिया तो इसे दिखा सकता है… फिर अब तक आपने इस मामले पर ध्यान क्यों नहीं दिया… आपसे से अनुरोध है कि इस मामले को अपनी साइट पर जगह दें… ताकि इन लोगों को न्याय मिलने में सहायता मिल सके…

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धन्यवाद
कल्पना
दिल्ली

आपको भी कुछ कहना-बताना है? हां… तो [email protected] पर मेल करें.

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0 Comments

  1. AK

    August 14, 2014 at 9:58 am

    Smt. Sobhna Bhartiya Ji, ki SOCH nahee hain yaa galtee nahee hai, Yeh Unke Paltu Kutte kaa advise hai Ji Smt. Sohna Bhartiya Vevesta Purvark sweekar kar raheen hain.

  2. unknown

    August 16, 2014 at 2:13 pm

    श्रीमान ए के जी श्रीमती शोभना भारतीया कोई दूध पीती बच्ची नहीं हैं कि वो किसी और की सोच के हिसाब से इतने बड़े और पुराने समाचार पत्र का संचालन कर रही हैं… उनके पिता जी से काश उन्होंने कुछ सीख ली होती जिनके रहते समाचार पत्र की प्रतिष्ठा भी सातवें आसमान को छू रही थी और उनके कर्मचारियों में भी उनके प्रति अथह सम्मान था… किसी की एक घटिया सलाह के कारण सैकड़ों परिवारों को भूखा मारने पर उतारू होने में उनकी गलती नहीं तो क्या उन कर्मचारियों की गलती है… वो विवश नहीं हैं विवश तो आप लग रहे हैं उनकी झूठी तारीफ करने को… 😮

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